सुरेश गोपी नेत्रत्व में त्रिशूर लोकसभा सीट पर शानदार प्रदर्शन

घर सुरेश गोपी नेत्रत्व में त्रिशूर लोकसभा सीट पर शानदार प्रदर्शन

सुरेश गोपी नेत्रत्व में त्रिशूर लोकसभा सीट पर शानदार प्रदर्शन

5 जून 2024

त्रिशूर में सुरेश गोपी की उम्दा पकड़

मलयालम सिनेमा के जाने-माने अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी के नेता, सुरेश गोपी, केरल के त्रिशूर लोकसभा क्षेत्र में चुनाव परिणामों में बढ़त बनाए हुए हैं। शुरुआती मतगणना से पता चला है कि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के के मुरलीधरन और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सुनील कुमार हैं। गोपी जो 65 वर्ष के हैं, दूसरी बार लोकसभा की सीट पर कब्जा जमाने का प्रयास कर रहे हैं।

2019 में मिली थी हार

2019 में हुए लोकसभा चुनावों में, गोपी को भारी मार्जिन से हार का सामना करना पड़ा था। उस समय कांग्रेस के उम्मीदवार टीएन प्रतापण ने उन्हें 1,21,267 मतों के बड़े अंतर से पराजित किया था। इसके बावजूद, गोपी ने अपने राजनीतिक प्रयासों को जारी रखा और 2021 के केरल विधानसभा चुनावों में भी चुनौती पेश की जिसमें वे 3,806 मतों से हारे।

राज्यसभा में महत्वपूर्ण भूमिका

राज्यसभा में महत्वपूर्ण भूमिका

सुरेश गोपी के राजनीतिक करियर को 2016 में तब बल मिला जब उन्हें राष्ट्रपति द्वारा उत्कृष्ट नागरिक के रूप में राज्यसभा के सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया। इसके तत्काल बाद, वे औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हो गए। अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने सूचना और प्रौद्योगिकी की स्थायी समिति और नागरिक विमानन की परामर्शदात्री समिति में सेवाएं दीं।

विवादों से नाता

गोपी का राजनीतिक सफर विवादों से भी अछूता नहीं रहा है। 2023 में एक महिला रिपोर्टर के साथ अनुचित व्यवहार के आरोपों के बाद उन्होंने माफी मांगते हुए कहा, 'मैंने कभी किसी के साथ न सार्वजनिक न निजी तौर पर दुर्व्यवहार किया है। अगर महिला को लगा कि मेरा व्यवहार अनुचित था, तो मैं उनका सम्मान करता हूं और उनसे माफी मांगता हूं।' 1990 के दशक में गोपी ने मलयालम सिनेमा में बेहतरीन सफलता हासिल की थी और उनके अपार जनअपील का लाभ भाजपा के नेतृत्व ने लेने का प्रयास किया।

त्रिशूर की चुनावी स्थिति

त्रिशूर की चुनावी स्थिति

त्रिशूर, जो कि सात विधानसभा क्षेत्रों से मिलकर बना है, में इस बार दूसरे चरण में 72.9% की शानदार मतदान दर दर्ज की गई। यह चुनाव 543 सीटों के लिए सात चरणों में आयोजित किए गए और अंतिम चरण 1 जून को संपन्न हुआ। भारतीय जनता पार्टी का लक्ष्य नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार केंद्र में सत्ता हासिल करना है।

त्रिशूर लोकसभा चुनावों का यह परिणाम सुरेश गोपी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। भाजपा के लिए यह सीट जीतना न केवल केरल में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जाएगी। देखने वाली बात होगी कि गोपी अपनी इस बढ़त को अंतिम परिणाम तक कायम रख पाते हैं या नहीं।

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