महाराष्ट्र को मिली पहली महिला मुख्य सचिव: सुजाता सौनिक ने संभाला पदभार

घर महाराष्ट्र को मिली पहली महिला मुख्य सचिव: सुजाता सौनिक ने संभाला पदभार

महाराष्ट्र को मिली पहली महिला मुख्य सचिव: सुजाता सौनिक ने संभाला पदभार

1 जुल॰ 2024

在 : Sharmila PK राजनीति टिप्पणि: 18

महाराष्ट्र को मिली पहली महिला मुख्य सचिव: सुजाता सौनिक ने संभाला पदभार

महाराष्ट्र की सरकार ने इतिहास रचते हुए पहली बार एक महिला को मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त किया है। सुजाता सौनिक, जो 1987 बैच की आईएएस अधिकारी हैं, ने इस प्रतिष्ठित पद को ग्रहण किया है। इससे पहले नितिन करीर इस पद पर कार्यरत थे, जिन्होंने हाल ही में अपना कार्यकाल समाप्त किया। सुजाता सौनिक का कार्यकाल अगले वर्ष 30 जून को समाप्त होगा।

अनदेखे मौके और संघर्ष

सुजाता सौनिक की यह यात्रा आसान नहीं रही है। उन्हें पहले भी दो बार इस पद के लिए अनदेखा किया गया था। जब 1986 बैच के आईएएस अधिकारी मनुकुमार श्रीवास्तव मार्च 2023 में मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए थे, तो ऐसा कयास लगाया जा रहा था कि सुजाता सौनिक इस पद को संभालेंगी। परंतु, उनके पति मनोज सौनिक को इस पद पर नियुक्त कर दिया गया। मनोज सौनिक के 31 दिसंबर 2023 को सेवानिवृत्त होने के बाद, सुजाता सौनिक के लिए मुख्य सचिव बनने की चर्चा फिर से शुरू हो गई। लेकिन, इस बार भी उनका चयन नहीं हुआ और 1988 बैच के आईएएस अधिकारी नितिन करीर को यह जिम्मेदारी सौंपी गई। करीर को लोकसभा चुनावों की वजह से तीन महीने का विस्तार मिला, जिससे सौनिक को यह अवसर फिर से नहीं मिल सका।

वरिष्ठता पर आधारित नियुक्ति

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने वरिष्ठता को आधार मानकर नियुक्ति का निर्णय लिया और अंततः सुजाता सौनिक को मुख्य सचिव बनाया गया। इस नियुक्ति के माध्यम से महाराष्ट्र ने एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा है। यह न केवल राज्य के प्रशासनिक ढांचे में महिला नेतृत्व को प्रोत्साहन देता है, बल्कि यह दर्शाता है कि महिलाओं को अब भी ऊंचे पदों पर कितना संघर्ष करना पड़ता है।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम

यह नियुक्ति महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सुजाता सौनिक के मुख्य सचिव बनने से पहली बार राज्य की नौकरशाही और पुलिस दोनों का नेतृत्व महिलाओं के हाथ में आ गया है। राज्य की पुलिस प्रमुख के पद पर पहले से ही रश्मि शुक्ला कार्यरत हैं। इस घटनाक्रम ने एक नए युग की शुरुआत की है, जहां महिलाएं उच्च पदों पर अपनी योग्यता और क्षमता का प्रदर्शन कर रही हैं।

सुजाता सौनिक का करियर और योगदान

सुजाता सौनिक का करियर प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने अपनी प्रशासनिक सेवा के दौरान कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं। उन्हें उनकी कड़ी मेहनत, निष्ठा और मेहनती स्वभाव के लिए जाना जाता है। उनके नेतृत्व में महाराष्ट्र को कई बेहतरीन नीतियों और योजनाओं का फायदा हुआ है। उनके पद ग्रहण करने के दौरान यह उम्मीद की जा रही है कि वे प्रशासन में और भी अधिक पारदर्शिता और प्रभावशीलता लाएंगी।

महिला नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका

महिला नेताओं की भूमिका आज के दौर में कितनी महत्वपूर्ण हो गई है, यह सुजाता सौनिक की नियुक्ति से भी स्पष्ट हो जाता है। उन्होंने महिलाओं के लिए एक उदाहरण पेश किया है कि अगर आप मेहनत करते हैं तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। इस उपलक्ष्य में उन्होंने यह भी साबित किया कि महिलाएं भी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती हैं।

आने वाले समय की चुनौतियां

आने वाले समय में सुजाता सौनिक को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। महाराष्ट्र की राजनीतिक और प्रशासनिक स्थिति में स्थिरता बनाए रखना उनके लिए एक बड़ी जिम्मेदारी होगी। भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था, और विकास योजनाओं के क्रियान्वयन के दिशा में उनकी निर्णय क्षमता और नेतृत्व काबिलियत के परीक्षण का समय होगा।

सुजाता सौनिक के सामने राज्य की जनसंख्या के विभिन्न वर्गों की अपेक्षाओं को पूरा करने का भी भारी दायित्व है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में विकास और शहरों में बुनियादी सुविधाओं को सुधारने की दिशा में उनकी नीति और कार्यशैली को परखा जाएगा।

महिला सशक्तिकरण के प्रतीक

यह कदम न सिर्फ महाराष्ट्र के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणादायक मिसाल है। देश के विभिन्न हिस्सों में महिलाएं अभी भी अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। ऐसे में सुजाता सौनिक की इस सफलता ने अनगिनत महिलाओं के लिए एक नई राह बनाई है।

अंततः, सुजाता सौनिक की मुख्य सचिव के रूप में नियुक्ति एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। यह दिखाता है कि कठिनाइयों और बाधाओं के बावजूद, योग्य और मेहनती व्यक्ति को आखिरकार उसका हक मिल ही जाता है। उम्मीद है कि उनकी नेतृत्व क्षमता और दूरदर्शिता से महाराष्ट्र को एक नई दिशा मिलेगी।

सुजाता सौनिक को इस नई जिम्मेदारी के लिए हार्दिक शुभकामनाएं!

टिप्पणि
rudraksh vashist
rudraksh vashist
जुल॰ 3 2024

बस एक बात कहूं? ये दिन आए ही थे। लड़कियों को अब बस अपना काम करने दो, बाकी सब अपने आप सेट हो जाएगा।

Kajal Mathur
Kajal Mathur
जुल॰ 4 2024

यह नियुक्ति वास्तव में एक प्रतिष्ठित और गहरे अर्थ वाला कदम है। एक ऐसी व्यक्तित्व जो अपने करियर में विश्वसनीयता, निष्ठा और व्यापक शासन क्षमता का प्रदर्शन कर चुकी है, उसे इस पद पर नियुक्त करना प्रशासनिक संस्कृति के लिए एक अत्यंत आवश्यक विकास है।

Archana Dhyani
Archana Dhyani
जुल॰ 5 2024

मुझे तो ये बात समझ नहीं आती कि इतने सालों तक क्यों देर हुई? ये सुजाता सौनिक तो इस पद के लिए बनी हुई थीं, बस लोगों को अपनी निर्णय शक्ति के बारे में भी थोड़ा सोचना चाहिए। अब तक के निर्णय तो बस एक बड़ी बहस का नतीजा लग रहे हैं।

Guru Singh
Guru Singh
जुल॰ 6 2024

मैंने सुजाता सौनिक के साथ एक विकास योजना पर काम किया था। उनकी निर्णय लेने की शैली बहुत स्पष्ट होती है - डेटा पर आधारित, भावनाओं से दूर, और अत्यंत कार्यक्षम। उनके नेतृत्व में राज्य का बजट प्रक्रिया भी बहुत अधिक पारदर्शी हो गई।

Sahaj Meet
Sahaj Meet
जुल॰ 7 2024

भाई ये तो असली भारत की बात है। जब एक लड़की अपने जमाने के सारे बाधाओं को पार करके ऊपर आती है, तो ये सिर्फ एक नियुक्ति नहीं, ये तो एक नया जमाना शुरू हो रहा है। जय हिंद!

Madhav Garg
Madhav Garg
जुल॰ 7 2024

इतिहास के दर्जे के लिए नियुक्ति तो बहुत अच्छी है, लेकिन असली मापदंड यह है कि वह अगले छह महीने में कितना सुधार ला पाती हैं। प्रशासन की असली परीक्षा तो नतीजों में होती है, न कि टाइटल में।

Sumeer Sodhi
Sumeer Sodhi
जुल॰ 8 2024

ये सब बहुत अच्छा लगता है, लेकिन अगर आप इस तरह की नियुक्तियों को सिर्फ एक जनता के लिए बनाया गया प्रचार समझेंगे, तो आप गलत हैं। इसके पीछे राजनीतिक दबाव है। और हां, उनके पति का नाम भी एक बड़ा सवाल है।

Vinay Dahiya
Vinay Dahiya
जुल॰ 9 2024

क्या ये सब वाकई योग्यता के आधार पर हुआ? या फिर बस एक नए ट्रेंड के लिए? इस तरह के फैसले को बहुत अच्छी तरह से जांचना चाहिए। अगर ये बस एक डिवर्सिटी गेम है, तो ये नियुक्ति बिल्कुल बेकार है।

Sai Teja Pathivada
Sai Teja Pathivada
जुल॰ 10 2024

अरे भाई, ये सब अभी तक एक बड़ा कॉन्स्पिरेसी है। जब तक तुम नहीं जानते कि कौन से लोग इस पद के लिए बैठे हुए हैं, तब तक ये सब फेक है। अब तक के सभी मुख्य सचिव एक ही ग्रुप से आए हैं - ये तो बस एक नया चेहरा है, वही पुराना चक्र।

Antara Anandita
Antara Anandita
जुल॰ 12 2024

सुजाता सौनिक की नियुक्ति एक बहुत बड़ा संकेत है। विशेष रूप से उनके वित्तीय निर्णयों के बारे में जानकारी देना चाहिए - उन्होंने ग्रामीण विकास के लिए कौन सी योजनाएं लागू कीं, ये बताना जरूरी है।

Gaurav Singh
Gaurav Singh
जुल॰ 13 2024

इतनी बड़ी खबर है और किसी ने नहीं पूछा कि उनकी पिछली योजनाओं का असर क्या रहा? क्या उन्होंने कभी किसी ग्रामीण जिले में बुनियादी सुविधाएं लाई? ये सब बस नाम का खेल लगता है

Priyanshu Patel
Priyanshu Patel
जुल॰ 14 2024

ये तो बहुत बढ़िया हुआ 😊 अब तो लड़कियों के लिए रास्ता खुल गया! जब तक हम अपने बच्चों को ये नहीं दिखाएंगे कि लड़कियां भी ऊपर जा सकती हैं, तब तक बदलाव नहीं आएगा। बहुत बधाई!

ashish bhilawekar
ashish bhilawekar
जुल॰ 14 2024

ये बात तो बिल्कुल जबरदस्त है! एक ऐसी लड़की जिसने दो बार अपने बारे में सबको बताया कि मैं यहां आऊंगी - और अब वो आ गई! ये तो बस एक राजनीतिक चमत्कार नहीं, ये तो एक दिल की जीत है। बहुत बधाई देता हूं!

Vishnu Nair
Vishnu Nair
जुल॰ 15 2024

अगर हम इस नियुक्ति को वरिष्ठता के आधार पर देखें, तो ये एक बहुत ही स्ट्रैटेजिक मूव है। एक ऐसी व्यक्ति जिसने तीन बार अपने लिए एक चैनल बनाया था, और अंत में वो चैनल खुल गया - ये एक अनूठा ब्यूरोक्रेटिक एवोल्यूशन है।

Kamal Singh
Kamal Singh
जुल॰ 16 2024

मैं एक युवा अधिकारी हूं और मैंने सुजाता सौनिक के साथ एक विकास प्रोजेक्ट पर काम किया है। उनकी सुनने की क्षमता और टीम को एक साथ लाने की क्षमता अद्भुत है। उन्होंने मुझे बताया - नेतृत्व का मतलब आदेश देना नहीं, बल्कि सुनना है।

Jasmeet Johal
Jasmeet Johal
जुल॰ 17 2024

महिला मुख्य सचिव बन गईं तो क्या हुआ अब बस नियुक्ति हो गई और बस

Abdul Kareem
Abdul Kareem
जुल॰ 18 2024

इस नियुक्ति के बाद क्या अब सभी वरिष्ठ पदों पर महिलाएं आएंगी? या फिर ये एक अपवाद ही रह जाएगा? इसके बारे में कुछ विश्लेषण चाहिए।

Namrata Kaur
Namrata Kaur
जुल॰ 20 2024

अच्छा हुआ। अब बस काम करो।

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