रोहित शर्मा पर आलोचना के बाद टॉम लैथम ने किया बचाव, कहा- भारत अचानक से खराब टीम नहीं बनी

घर रोहित शर्मा पर आलोचना के बाद टॉम लैथम ने किया बचाव, कहा- भारत अचानक से खराब टीम नहीं बनी

रोहित शर्मा पर आलोचना के बाद टॉम लैथम ने किया बचाव, कहा- भारत अचानक से खराब टीम नहीं बनी

27 अक्तू॰ 2024

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भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुई टेस्ट सीरीज में भारतीय क्रिकेट टीम के अच्छे प्रदर्शन के बावजूद एक अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा। इस दौरान न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का बचाव किया। लैथम ने कहा कि एक सीरीज हारने या एक मैच में खराब खेलने से कोई टीम बुरी नहीं बन जाती है। उन्होंने इस तथ्य पर जोर दिया कि कभी-कभी दबाव के क्षणों में टीम गलतियों का शिकार हो जाती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि टीम की क्षमता कमजोर है।

पुणे में हुए दूसरे टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड ने भारत को 113 रनों से हरा दिया, जिससे भारत के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने की संभावनाएँ खतरे में पड़ गईं। रोहित शर्मा को मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कठिन सवालों का सामना करना पड़ा। लेकिन लैथम ने कहा कि भारतीय टीम में ऐसे कई खिलाड़ी हैं जो मैच विनर साबित हो सकते हैं, जिनमें यशस्वी जायसवाल, रोहित शर्मा, और शुभमन गिल जैसे नाम शामिल हैं।

लैथम ने इस बात पर गर्व प्रकट किया कि उनकी टीम ने भारत में 70 वर्षों में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने कहा कि कई दशक से न्यूजीलैंड की टीमें भारत में दौरा कर रही थीं लेकिन उन्हें सीरीज जीतने का मौका कभी नहीं मिला था। इसके बावजूद, लैथम ने भारतीय टीम की प्रशंसा की और माना कि अगले टेस्ट मैच में भारत और मजबूत होकर वापसी करेगा।

भारतीय टीम के ऑफ-डे के प्रदर्शन को लेकर लैथम ने सुझाव दिया कि टीम को तेजी से प्रतिक्रिया करने की बजाय अपने आप में विश्वास कायम रखना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हर टीम को कभी न कभी हार का सामना करना पड़ सकता है। रोहित शर्मा की नेतृत्व क्षमता की भी प्रशंसा की और कहा कि वे एक ऐसे कप्तान हैं जो टीम को हारने के बाद भी प्रोत्साहित कर सकते हैं।

इस सीरीज में भारतीय टीम के लिए व्यक्तिगत रूप से कुछ खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन टीम के प्रयासों को न्यूजीलैंड ने बेहतरीन तरीके से नकारा। भारतीय टीम के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण समय था क्योंकि उन्हें बचे हुए छः टेस्ट मैचों में फाइनल में जगह बनाने के लिए बेहतर प्रदर्शन करना होगा।

भारतीय क्रिकेट प्रेमी और खिलाड़ी इस हार से निराश हैं, लेकिन लैथम के इन शब्दों ने ओवरऑल टीम और विशेष रूप से कप्तान रोहित शर्मा की आत्मविश्वास में इजाफा किया है। न्यूजीलैंड टीम के इस अनूठे प्रदर्शन ने क्रिकेट जगत में एक नई मिसाल कायम की है और यह दिखाया है कि लगातार मेहनत और धैर्य का कोई विकल्प नहीं होता।

आने वाला टेस्ट मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में आयोजित होगा, जिसमें भारतीय टीम पूरी तिजारत से खेलने की तैयारी कर रही है। उम्मीद है कि रोहित शर्मा और उनकी टीम इस दबाव को समझते हुए अपनी क्षमता का पूरा प्रदर्शन करेंगे। इस सीरीज में दोनों टीमों का प्रदर्शन क्रिकेट प्रेमियों के लिए रोमांच से भरपूर रहा है और आगे भी ऐसा ही अनुभव देखने की अपेक्षा है।

टिप्पणि
Abdul Kareem
Abdul Kareem
अक्तू॰ 27 2024

लैथम का बयान सच में अच्छा था। एक टीम की क्षमता को एक हार से नहीं मापा जा सकता। भारत के पास अभी भी बहुत सारे टॉप खिलाड़ी हैं, बस कभी-कभी दबाव में फैसले गलत हो जाते हैं।

Namrata Kaur
Namrata Kaur
अक्तू॰ 29 2024

रोहित को बहुत समझदारी से लड़ना पड़ रहा है। लैथम ने अच्छा कहा।

indra maley
indra maley
अक्तू॰ 29 2024

हार भी एक पाठ होती है। जिस टीम को अपनी गलतियों से सीखने की हिम्मत होती है वही बड़ी टीम बनती है। भारत अभी भी उसी रास्ते पर है।

Kiran M S
Kiran M S
अक्तू॰ 30 2024

ये सब लोग जो रोहित को टारगेट कर रहे हैं वो असल में अपनी अपनी नाकामयाबी को उस पर ढोंग बना रहे हैं। टेस्ट क्रिकेट में नेतृत्व का मतलब ये नहीं कि हर मैच जीतो। मतलब है टीम को डर से बाहर निकालना। रोहित वो कर रहे हैं।

जो लोग अभी भी वनडे वाले दिनों की बात करते हैं वो अभी भी 2015 के बाद के क्रिकेट को नहीं समझ पाए। टेस्ट क्रिकेट एक अलग खेल है।

मैं तो बस यही कहूंगा कि भारत के बाहर जाकर भी न्यूजीलैंड ने जीता तो ये बात अपने आप में इतिहास है। अब भारत को अपने घर पर वापसी करनी है।

Paresh Patel
Paresh Patel
अक्तू॰ 31 2024

हार के बाद भी टीम को साथ रखना ही सच्चा नेतृत्व है। रोहित ऐसा ही कर रहे हैं। लैथम के शब्दों ने बहुत लोगों के दिल छू लिए।

हमें बस ये याद रखना है कि क्रिकेट एक खेल है, जीवन नहीं। लेकिन जब ये खेल इतना बड़ा हो जाए कि लोग उसमें अपनी पहचान देखने लगें तो हार भी बहुत गहरी लगती है।

भारत की टीम अभी भी बहुत ताकतवर है। बस थोड़ा समय दो।

anushka kathuria
anushka kathuria
अक्तू॰ 31 2024

टॉम लैथम के बयान का तात्पर्य यह है कि टीम की गुणवत्ता को एकल परिणाम से नहीं निर्धारित किया जाना चाहिए। इस बात पर पूरी तरह सहमति है।

Noushad M.P
Noushad M.P
नव॰ 2 2024

रोहित के बारे में क्या है भाई? बस इतना कहूं कि जब बल्लेबाजी बर्बाद हो रही हो तो उसका फैसला ही गलत होता है। लैथम ने तो बस अच्छा बोल दिया। वो तो जीत गया ना।

Sanjay Singhania
Sanjay Singhania
नव॰ 3 2024

इस सीरीज का फेनोमेनॉलॉजी है कि भारत की टीम अभी भी एक ट्रांसिशनल स्टेट में है। रोहित के लीडरशिप मॉडल में एक डिसकोन्टिन्यूटी नोटिस की जा सकती है। न्यूजीलैंड के लिए ये एक स्ट्रैटेजिक सुकेस था।

क्रिकेट इंडिया के अंदर जो इमोशनल एन्गेजमेंट है वो एक लोकल डिसकोर्स है जिसका ग्लोबल रिलेवेंस लिमिटेड है।

हमें अपनी एक्सपेक्टेशन्स को रिएलिस्टिक बनाना होगा। टेस्ट क्रिकेट अब एक स्पेशलिस्ट गेम है।

Raghunath Daphale
Raghunath Daphale
नव॰ 4 2024

रोहित को तो बस बाहर निकाल देना चाहिए। ये बस बैट के साथ खेलता है, लीडरशिप नहीं करता। लैथम ने तो बस अच्छा कहा। लेकिन भारत के लोग अभी भी बेवकूफ बन रहे हैं। 😒

Renu Madasseri
Renu Madasseri
नव॰ 5 2024

हार के बाद भी टीम को साथ रखना ही असली ताकत है। रोहित ऐसा ही कर रहे हैं। लैथम के बयान ने दिल छू लिया। हमें भी अपनी टीम को इतना ही समझना चाहिए।

Aniket Jadhav
Aniket Jadhav
नव॰ 7 2024

भारत के लिए अब वानखेड़े में जीतना ही एकमात्र रास्ता है। लेकिन अगर रोहित ने अपनी टीम को बचाया तो ये हार भी इतिहास बन जाएगी।

Anoop Joseph
Anoop Joseph
नव॰ 9 2024

लैथम ने सही कहा। एक मैच नहीं बदलता टीम को।

Kajal Mathur
Kajal Mathur
नव॰ 11 2024

यह बयान एक विश्वसनीय और नैतिक दृष्टिकोण से उचित है। टीम के व्यक्तिगत प्रदर्शन के आधार पर नेतृत्व की आलोचना करना अनुचित है।

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