हर दिन समाचार साइट पर अरविंद केजरीवाल का नाम दिखता है। तो आप भी पूछते हैं – क्या बात है? इस लेख में हम उनके राजनीतिक सफर, दिल्ली सरकार की प्रमुख योजनाएँ और अभी चल रहे मुद्दों को आसान भाषा में समझेंगे।
केजरीवाल ने 2012 में आवासीय दुरुपयोग विरोधी आंदोलन से राजनीति में कदम रखा। लोगों की समस्याओं को सुनकर उन्होंने अपना खुद का पार्टियों, ‘आर्थिक लोकतंत्र’ (AAP) की स्थापना की। 2013 में पहली बार दिल्ली में CM बने, लेकिन 49 दिनों बाद resignation दिया। फिर 2015 में जब AAP ने 67 में से 67 सीटें जीतीं, तो केजरीवाल फिर से CM बने और तब से दो बार तक पद संभाल रहे हैं।
उनकी सबसे बड़ी पहचान ‘सस्ती शिक्षा’ और ‘स्वास्थ्य मुफ्त’ जैसी नीतियाँ हैं। सरकारी स्कूलों में सुधार, क्रीमिया मेट्रो, और मुफ्त दवाओं की पहल ने उन्हें आम जनता के बीच लोकप्रिय बनाया। लेकिन हर लोकप्रिय नेता की तरह, उनके विरोधी भी हैं। विपक्षी पार्टियों से लगातार सवाल और कोर्ट केस भी आते रहते हैं।
केजरीवाल के तहत दिल्ली में कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं। सबसे प्रमुख है ‘मुख्य स्वास्थ्य योजना’ जिसने सरकारी अस्पतालों में एम्बुलेन्स, को-ऑर्डिनेटेड फीडबैक और मुफ्त दवाओं का इंतजाम किया। इससे कई लोग बिना खर्च के इलाज करवा रहे हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में ‘हर बच्चे को मुफ्त शिक्षा’ वाला प्रोग्राम चल रहा है। यह योजना सरकारी स्कूलों में शिक्षा सामग्री, लैब उपकरण और डिजिटल क्लासरूम प्रदान करती है। परिणामस्वरूप, कई बछड़ों की पढ़ाई में सुधार दिख रहा है।
पर्यावरण के लिहाज़ से भी काम जारी है। दिल्ली में साइकिल शेयरिंग, इलेक्ट्रिक बसें और पेड़ लगाना जैसी पहलें हैं। ये सभी कोशिशें धुएँ को कम करने और शहर को साफ़ रखने के लिए हैं।
हाल के समय में केजरीवाल पर कुछ विवाद भी आयें हैं। बिल्डिंग फाईनेंस स्कैम, शराब नीति में बदलाव और COVID‑19 के समय में टैस्टिंग की व्यवस्था को लेकर आलोचना हुई। किन्तु वे अक्सर इन मुद्दों को सार्वजनिक बैठकों और सामाजिक मीडिया पर जवाब देते हैं, जिससे लोगों को उनके विचार समझ में आते हैं।
भविष्य की बात करें तो केजरीवाल का लक्ष्य राष्ट्रीय स्तर पर AAP को मजबूत करना है। उन्होंने कई राज्यों में पार्टी की शाखाएँ खोली हैं और राष्ट्रीय चुनाव की तैयारी में हैं। अगर ये योजना सफल रहती है, तो भारत की राजनीति में एक नई दिशा बन सकती है।
तो, अब आपको अरविंद केजरीवाल के बारे में काफी जानकारी मिल गई होगी। चाहे आप उनकी नीतियों के पक्ष में हों या विरोधी, उनके कदमों को समझना जरूरी है क्योंकि उनका प्रभाव दिल्ली से बाहर भी महसूस किया जा रहा है।
मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने घोषणा की कि अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी। यह घोषणा केजरीवाल ने पार्टी के विधायकों के साथ बैठक के दौरान की। आशी अब दिल्ली सरकार की नेतृत्व करेगी और राजधानी क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों और चुनौतियों का सामना करेगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सीबीआई ने शराब नीति मामले में गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी सुप्रीम कोर्ट में उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई के एक दिन पहले हुई है। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि यह भाजपा की साजिश है।