आशीष एकादशी क्या है और क्यों मनाएँ?

आशीष एकादशी हर महीने की एकादशी को खास बनाता है। यह दिन भगवान विष्णु की कृपा का प्रतीक माना जाता है। लोग इस दिन उपवास रखकर, मन को शुद्ध करके जीवन में शांति और समृद्धि लाने की कोशिश करते हैं। अगर आप भी इस एकादशी को सही ढंग से मनाना चाहते हैं, तो नीचे बताई गई बातें याद रखिए।

आशीष एकादशी का धार्मिक महत्व

वेदों में कहा गया है कि एकादशी को खाने‑पीने से शरीर और आत्मा दोनों को शुद्धि मिलती है। आशीष एकादशी में विशेष रूप से विष्णु भगवान की पूजा, मंत्रजप और कथा सुनना फायदेमंद माना जाता है। इस दिन करुणा, दान‑धर्म और आत्म‑साक्षात्कार की भावना को बढ़ावा मिलता है। कई पौराणिक कहानियों में बताया गया है कि जब भक्त विष्णु की आराधना करते हैं तो उन्हें कठिनाइयों से जल्दी बाहर निकलने की शक्ति मिलती है।

आशीष एकादशी पर उपवास कैसे रखें

उपवास शुरू करने से पहले शाम को हल्का स्नान कर लें और मन को शांत करने के लिए कोई सच्चा मंत्र दोहराएँ। इस दिन आमतौर पर केवल फल, दूध, नारियल पानी और हल्के स्नैक्स खाए जाते हैं। यदि आप कड़वे स्वाद पसंद नहीं करते तो शहद, चनादाल का पानी या हल्दी मिलाकर पी सकते हैं। रात में सूर्योदय के समय जल को घोटते हुए अपने इच्छाओं को लिखें – इससे इच्छा शक्ति बढ़ती है।

भोजन के अलावा, आशीष एकादशी पर ध्यान, योग और प्रार्थना करना भी लाभदायक है। आसान श्वास तकनीक से तनाव कम हो जाता है और मन शांत रहता है। यदि आप घर में नहीं कर सकते, तो स्थानीय मंदिर जा कर भजन‑कीर्तन में भाग ले सकते हैं।

उपवास के बाद दोपहर में हल्के खाने से शरीर में शक्ति लौटती है। कुछ लोग दो घंटे के बाद दही, खीरा या हल्की खिचड़ी लेते हैं। ध्यान रखें कि बहुत ज़्यादा तेल या मसालेदार भोजन न करें, क्योंकि वह पाचन में बाधा बन सकता है।

आशीष एकादशी के फायदों में शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन, वजन घटाना, रक्त शर्करा नियंत्रण और मानसिक शांति शामिल हैं। नियमित रूप से एकादशी का पालन करने वाले लोग अपने काम में बेहतर फोकस और ऊर्जा महसूस करते हैं।

यदि आपको इस दिन कोई विशेष प्रश्न है, तो नीचे कुछ आम पूछे जाने वाले सवालों के जवाब देखें:

  • क्या मैं काम के दिन भी उपवास रख सकता हूँ? हाँ, लेकिन काम के दौरान हल्का फल या नट्स रख सकते हैं।
  • क्या यह दिन सभी आयु वर्ग के लिए उपयुक्त है? छोटे बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएँ हल्का आहार ले सकती हैं, लेकिन पूरी तरह का उपवास नहीं।
  • क्या इस दिन दान‑धर्म करना फायदेमंद है? हाँ, दान करने से मन शुद्ध होता है और आध्यात्मिक लाभ बढ़ते हैं।

आशीष एकादशी को अपने जीवन में अपनाकर आप न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य सुधार सकते हैं, बल्कि आत्मिक उन्नति भी कर सकते हैं। इस पावन दिन को अपने परिवार और मित्रों के साथ मिलकर मनाएँ – खुशियों का प्रसार होगा और सबको सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी।

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