अगर आप ऊर्जा की दुनिया में क्या चल रहा है जानना चाहते हैं तो आप सही जगह पर हैं। इस पेज पर आपको भारत की बिजली उत्पादन की ताज़ा खबरें, नई तकनीक और नीति अपडेट मिलेंगे। यहाँ पढ़ते‑पढ़ते आप समझेंगे कि कोयला, गैस, सौर, पवन और जल से कितनी बिजली बनती है और भविष्य में कौन‑से स्रोत पर ज़ोर दिया जाएगा।
परम्परागत रूप से भारत में कोयला सबसे बड़ा स्रोत रहा है। बेघर‑बेघर कोयला प्लांट अभी भी बहुत सारा मेगावॉट उत्पादन करते हैं। लेकिन कोयला से उत्सर्जन की चिंता बढ़ने से सरकार ने नई नीतियां बनाईं। गैस‑टर्बाइन प्लांट अब तेज़ी से बढ़ रहे हैं क्योंकि गैस की कीमत पढ़‑पढ़ कर गिर रही है और इससे कम प्रदूषण होता है।
सौर ऊर्जा ने पिछले पाँच वर्षों में तेज़ी से बढ़त ली है। बड़े‑बड़े सौर पार्क और rooftop सॉलर सिस्टम ग्रामीण इलाकों में बिजली पहुँचाने में मदद कर रहे हैं। पवन ऊर्जा भी अब सिर्फ जनजेन तक सीमित नहीं, बल्कि समुद्री पवन फार्मों के साथ समुद्र के बड़े क्षेत्रों में पावर बन रहा है। जलविद्युत अभी भी पहाड़ी राज्यों के लिए भरोसेमंद विकल्प है, लेकिन नई बाढ़‑रोधी dams की योजना अभी शुरू ही हुई है।
नवीकरणीय ऊर्जा के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार ने 2030 तक 450 गीगावॉट की नवीकरणीय शक्ति का लक्ष्य रखा है। इसमें सौर, पवन, बायो‑मास और छोटे जलविद्युत प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। हाल ही में कई बड़े निवेशक इस क्षेत्र में खुद को निवेशकों के रूप में देख रहे हैं।
घरेलू स्तर पर लोग अब rooftop सॉलर पैनल लगाने के लिए सर्कुलर इको‑सिस्टम बना रहे हैं। इससे बिजली बिल में काफी कमी आती है और साथ ही ग्रिड पर लोड भी कम हो जाता है। राज्य‑स्तरीय नीतियों में net‑metering को आसान बनाकर अब छोटे किसान भी अपनी बिजली बेच सकते हैं।
भविष्य में बैटरियों और ऊर्जा भंडारण तकनीक पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। क्योंकि सौर और पवन ऊर्जा समय‑समय पर बदलती रहती है, इसलिए बैटरी फार्मों से ग्यारह‑बार रात में भी बिजली उपलब्ध होगी। भारत में कई स्टार्ट‑अप इस दिशा में काम कर रहे हैं, जो बिजली उत्पादन को 24x7 भरोसेमंद बना सकता है।
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सार में, बिजली उत्पादन सिर्फ बड़े प्लांट्स का मामला नहीं, बल्कि हर घर, फ़ैक्टरी और छोटे व्यवसाय का भी है। आप चाहे सौर पैनल लगाएँ, गैस जेनरेटर या पारंपरिक ग्रिड, समझदारी से चुनाव करना ही आपके खर्चे और पर्यावरण दोनों को बचाएगा। अब जब आप इस गाइड को पढ़ चुके हैं, तो आगे चलकर नई नीतियों और तकनीकों को नज़र में रखें, ताकि आप हमेशा अपडेट रहें।
3 जून, 2024 को NHPC के शेयर की कीमतों में सुबह के सत्र में महत्वपूर्ण उतार-चढ़ाव देखा गया। शेयर ने ₹35.20 पर खुलकर पिछली बंद कीमत ₹34.95 से थोड़ा ऊँचा प्रदर्शन किया, लेकिन जल्दी ही ₹34.50 पर गिर गया, जो 1.3% की गिरावट है। कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹37,253.41 करोड़ पर कायम है।