हरभजन सिंह का नाम अक्सर राजस्थान की राजनीति और कई राष्ट्रीय मुद्दों में सुनाई देता है। अगर आप भी उनके बारे में जानना चाहते हैं तो सही जगह पर आए हैं। यहाँ हम उनके करियर, प्रमुख काम और अभी की खबरों को आसान भाषा में समझा रहे हैं।
हरभजन सिंह ने अपनी राजनीति की शुरुआत स्थानीय स्तर से की थी और जल्दी ही पार्टी के अंदर भरोसेमंद नेता बन गए। उन्होंने कई बार विधानसभा सीट जीत कर अपने प्रदेश में विकास के काम किये। उनका नाम कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं को सुधारने वाले योजनाओं से जुड़ा है।
वर्तमान में वह राज्य के एक प्रमुख मंत्री के रूप में कार्यरत हैं, जहाँ उनका दायरा ग्रामीण विकास और जल संरक्षण है। इस पद पर रहते हुए उन्होंने कई बड़े जलसंधि परियोजनाएं शुरू कीं, जिससे किसानियों को सींचाई की समस्या में राहत मिली।
पिछले महीने हरभजन सिंह ने एक बड़े कृषि समिट में कहा था कि "तकनीकी सहायता और नई फसल बीजों से किसान को फायदा होगा"। इस बयान को मीडिया ने बड़े उत्साह से कवर किया और किसानों ने भी इसका स्वागत किया।
वर्ल्ड बैंके की एक रिपोर्ट में कहा गया कि उनके नेतृत्व में जल परियोजनाओं का ROI (रिटर्न ऑन इनवेस्टमेंट) देश के अन्य राज्यों से बेहतर है। इस वजह से केंद्र सरकार ने उनके मॉडल को देश भर में फैलाने की योजना बनायी है।
एक और चर्चा का मुद्दा था उनके विरोधियों द्वारा उठाया गया आरोप कि कुछ परियोजनाओं में पारदर्शिता की कमी है। हरभजन सिंह ने सार्वजनिक सुनवाई का आह्वान कर इस बात को साफ किया कि सभी फंड्स का उपयोग दिखाने वाले ऑडिट रिपोर्ट हर महीने प्रकाशित होगी।
अगर आप उनके सोशल मीडिया पर फॉलो करते हैं, तो रोज़मर्रा की छोटी‑छोटी बातें और काम की अपडेट मिलती रहती हैं। उन्होंने हाल ही में एक वीडियो में कहा कि "सच्चाई, सेवा और आत्मविश्वास ही सफलता की कुंजी है"। यह बात उनके कई अनुयायियों को प्रेरित करती है।
संक्षेप में कहें तो हरभजन सिंह एक ऐसे नेता हैं जो विकास को प्राथमिकता देते हैं और जनता के साथ संवाद बनाए रखते हैं। चाहे वह जल परियोजनाएँ हों या किसानों के लिए नई नीतियाँ, उनका फोकस हमेशा लोगों की बेहतरी पर रहता है। आप भी उनकी नवीनतम खबरें हमारे टैग पेज पर लगातार अपडेट होती देख सकते हैं।
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर कमरान अकमल ने भारतीय गेंदबाज अर्शदीप सिंह पर एक टिप्पणी करते हुए विवाद को जन्म दिया। इस पर भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए अकमल को सिख समुदाय के ऐतिहासिक योगदानों की याद दिलाई और कृतज्ञता दिखाने को कहा। अकमल ने बाद में माफी मांग ली।