झारखंड में इस साल विधानसभा चुनाव फिर से होने वाले हैं। जनता के पास फिर से अपना भविष्य तय करने का मौका है। अगर आप इस चुनाव को समझना चाहते हैं तो पढ़ते रहें, हम सारे ज़रूरी पॉइंट्स को आसान भाषा में बताएंगे।
जिला‑स्तर पर कई पार्टियाँ लड़ी जा रही हैं, पर बड़े खिलाड़ियों में कांग्रेस, भाजपा और जेडीयू (झारखंड मुक्ति मोर्चा) सबसे ज़्यादा दिखते हैं। भाजपा के पास राज्य के पूर्व मंत्री और अनुभवी विधायक हैं, जबकि कांग्रेस ने नई चेहरों को शामिल कर ताज़ा ऊर्जा लाने की कोशिश की है। जेडीयू अपने tribal वोट बैंक को संभालने के लिए स्थानीय नेताओं को प्रमुख रूप से पेश कर रहा है।
इनमें से कुछ नाम अक्सर सुने जाते हैं – जैसे भाजपा के योगेश शाह, कांग्रेस के अभिषेक सोलंकी और जेडीयू के महावीर राओ। इनके रिकॉर्ड और क्षेत्रीय कामकाज़ को समझना चुनाव में सही चुनाव करने में मदद करता है।
मतदान का दिन 27 वॉलंटेयर के बाद तय हो गया है, और वोटिंग का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा। आप अपना वोट बदलते समय इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का इस्तेमाल करेंगे। अगर आप पहली बार वोट दे रहे हैं तो अपना फोटो‑आईडी और एफ़िडेविट ले जाना न भूलें।
व्यावहारिक टिप – मतदान केंद्र पर जल्दी पहुंचें, खासकर अगर आपका इलाके का सेंटर छोटा है। लाइन में इंतज़ार कम करने के लिए अपने ज़िला के ऑनलाइन वोटिंग टाइम टेबल को चेक कर सकते हैं।
कुल 81 सीटों में से 30 से अधिक सीटें महिलाओं, युवा और SC/ST वर्गों के लिये आरक्षित हैं। इन सीटों पर तालिका बदलते समय दलों की रणनीति भी बदलती देखी गई है।
अगर आप चुनाव परिणाम को जल्दी देखना चाहते हैं तो एनीटार्क (एक पोर्टल) पर लाइव अपडेट मिल सकता है। लेकिन सबसे भरोसेमंद तरीका है अपने स्थानीय समाचार चैनल या कॉमन रेडियो को सुनना।
भविष्य की योजना बनाते समय यह देखना ज़रूरी है कि कौन‑से मुद्दे लोगों को सबसे ज़्यादा परेशान कर रहे हैं – जैसे बुनियादी सुविधाओं की कमी, रोजगार के अवसर, या जल‑स्रोत की उपलब्धता। पार्टियों का प्रोग्राम इन मुद्दों पर कैसे खड़ा है, यह आपके वोट को दिशा देता है।
अंत में, याद रखें कि हर वोट गिनता है। झारखंड की विकास यात्रा में आपका हिस्सा बहुत मायने रखता है, इसलिए सही जानकारी के साथ मतदान करें।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी को झारखंड से उखाड़ फेंकेगी। यह बयान उन्होंने रांची में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं के एक बैठक के दौरान दिया। सोरेन को मनी लॉंड्रिंग मामले में जमानत मिलने के बाद रिहा किया गया है।