जो बाइडन का नाम सुनते ही दिमाग में अक्सर अमेरिका की बाहरी और आंतरिक नीतियां आती हैं। लेकिन जो बाइडन के फैसले भारत में कैसे असर डालते हैं, यह अक्सर अस्पष्ट रहता है। इस लेख में हम बाइडन की प्रमुख नीतियों को सरल शब्दों में तोड़ेंगे और देखेंगे कि वो हमारे देश के लिये क्या मायने रखती हैं।
बाइडन ने शपथ लेने के बाद ही "इंडो‑पैसिफिक" रणनीति को दोबारा जीवित किया। इसका मतलब है कि दक्षिण एशिया, खासकर भारत, को अमेरिका के साथ मिलकर चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने की जरूरत है। बाइडन की सरकार ने लगातार भारत के साथ हाई‑लेवल मुलाकातें की हैं – द्विपक्षीय व्यापार समझौते, रक्षा सहयोग और जलवायु परिवर्तन पर सहयोग। इन मीटिंग्स से भारत को नयी तकनीकें और फाइनेंसिंग आसान हुई।
व्यापार की बात करें तो बाइडन ने टैरिफ़ कट करने की दिशा में कुछ कदम उठाए हैं, जिससे भारतीय एक्सपोर्टर्स को यूएस मार्केट में आसानी हुई। साथ ही, एंटी‑ड्रग्स और साइबर सुरक्षा में सहयोग बढ़ा है, जिससे दोनों देशों की सुरक्षा संरचना मजबूत हुई।
बाइडन की घरेलू नीतियों में जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य देखभाल और बुनियादी ढांचा विकास प्रमुख हैं। उन्होंने 2030 तक नेट‑ज़ीरो लक्ष्य को सख्त किया, जिससे हर देश को सौर, पवन energia को अपनाने पर जोर मिला। भारत में इस दिशा में कई बड़े सौर प्रोजेक्ट्स धड़ राबे हैं, और बाइडन की प्रेरणा से अमेरिकी कंपनियां भारत में निवेश कर रही हैं।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में बाइडन ने कोविड‑19 वैक्सीन का वैश्विक वितरण तेज किया, जिससे भारत को भी सप्लाई चेन में मदद मिली। उन्होंने "वैक्सीन एक्सेस" पहल के तहत कम-आय वाले देशों को सस्ती वैक्सीन देने का वादा किया, जो भारत के लिए सीधे फायदेमंद रहा।
बुनियादी ढांचे के लिए बाइडन ने "बिल्ड बॅक बॅटर" प्लान लॉन्च किया, जिसमें हाई‑स्पीड रेल, स्मार्ट सिटी और 5G नेटवर्क पर जोर है। भारतीय स्टार्टअप्स और टेक कंपनियों को इस योजना में भाग लेने के कई अवसर दिखे हैं, विशेषकर 5G इंफ्रास्ट्रक्चर में।
सारांश में, जो बाइडन की नीतियों का असर सिर्फ अमेरिकी डेस्क पर नहीं रुकता, बल्कि भारत जैसे बड़े साझेदारों पर भी गहरा पड़ता है। विदेश नीति में सहयोग, ट्रेड में आसानिया, और घरेलू पहल में सस्टेनेबिलिटी के लक्ष्य हमारी आर्थिक और सुरक्षा दोनों स्थितियों को बेहतर बनाते हैं। आप अगर बाइडन की नई ख़बरें और उनका भारत पर प्रभाव जानना चाहते हैं, तो हमारी साइट पर अपडेटेड लेख नियमित रूप से पढ़ते रहें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन के समापन पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन को विशेष उपहार भेंट किए। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति बाइडन को एंटीक सिल्वर ट्रेन मॉडल और प्रथम महिला को पाश्मीना शॉल उपहार में दी। यह उपहार भारत और अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों का प्रतीक हैं।