जब जीवन में बड़े फैसले करना पड़ता है, तो अक्सर हम उलझन में पड़ जाते हैं। करियर बदलना हो, अध्ययन की दिशा तय करनी हो या दिल की बातों को समझना हो, काउंसलिंग मददगार बनती है। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे सही काउंसलर चुनें, क्या बातें पूछें और रोज़मर्रा में किन छोटे‑छोटे बदलावों से मन की शांति मिलती है।
पहला कदम है खुद की ताकत और रुचियों को लिख लेना। कई बार हम सिर्फ़ दोस्तों या परिवार की राय लेते हैं, पर अपनी प्रॉफाइल को समझना जरूरी है।
दूसरा, ऑनलाइन या स्थानीय कैरियर काउंसलर से अपॉइंटमेंट बुक करें। शुरुआती मीटिंग में अपने शैक्षणिक रिकॉर्ड, इंटर्नशिप या प्रोजेक्ट्स की लिस्ट लेकर जाएँ। इससे काउंसलर को आपका बैकग्राउंड तुरंत समझ में आता है।
तीसरा, काउंसलर से पूछें कि किन स्किल्स पर ध्यान देना चाहिए। अगर आप टेक में आगे बढ़ना चाहते हैं तो कोडिंग, डेटा एनालिटिक्स या AI जैसी नई तकनीकों की ट्रेनिंग विकल्प देखें। अगर बिजनेस या मैनेजमेंट में रुचि है तो सर्टिफ़िकेट कोर्स या इंटर्नशिप की सलाह ले सकते हैं।
चौथा, तय करें कि किस समय फ्रेम में आप नया जॉब या कोर्स चाहते हैं। एक महीने की छोटी योजना और एक साल की बड़ी योजना बनाकर ट्रैक रखें। यह आपको प्रेरित रखता है और काउंसलर को फीडबैक देने में मदद मिलती है।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए काउंसलिंग सिर्फ़ थैरेपी सत्र नहीं, बल्कि रोज़मर्रा की आदतों में बदलाव भी है। सबसे पहले, ध्यान (मेडिटेशन) या गहरी श्वास के अभ्यास को दिन में 10‑15 मिनट के लिए अपनाएँ। यह तनाव को घटाता है और विचारों को साफ़ करता है।
दूसरा, अपने भावनाओं को लिखें। एक जर्नल रखें जहाँ आप रोज़ के अनुभव, चिंताएं और छोटे‑छोटे सकारात्मक पहलुओं को नोट करें। इससे दिमाग में जमा होने वाले टेंशन को बाहर निकालना आसान हो जाता है।
तीसरा, अपने आप को ऐसे लोगों के साथ रखें जो सपोर्टिव हों। अगर आप किसी दोस्त या परिवार के सदस्य से खुलकर बात कर पाते हैं, तो उन पर भरोसा रखें। कभी‑कभी बस सुनने वाला ही पर्याप्त होता है।
चौथा, प्रोफेशनल काउंसलर से नियमित मिलें। आमतौर पर शुरुआती सत्र 45‑60 मिनट के होते हैं और हर 2‑3 हफ्ते में मिलना फायदेमंद रहता है। सत्र में आप अपने लक्ष्य, बाधाएँ और आगे के रास्ते पर चर्चा करते हैं।
अंत में, छोटे‑छोटे जीत को मनाएँ। चाहे वह नई स्किल सीखना हो या एक दिन बिना तनाव के काम समाप्त करना, अपने आप को सराहना सीखें। यही सकारात्मक रिवॉर्ड सिस्टम आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है और आगे बढ़ने की ऊर्जा देता है।
काउंसलिंग एक सतत प्रक्रिया है, एक बार की सलाह नहीं। जब आप खुद को समझते हैं, सही मार्गदर्शन लेते हैं और दैनिक आदतों में सुधार करते हैं, तो जीवन में स्पष्टता और शांति आती है। आज ही एक छोटा कदम उठाएँ, चाहे वह करियर प्लान बनाना हो या माइंडफुलनेस प्लान—आपका भविष्य आपके हाथ में है।
Rajasthan BSTC Pre DElEd 2025 का परिणाम 14 जून को जारी हुआ। 5.49 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने 25,977 सीटों के लिए परीक्षा दी थी। अभ्यर्थी रोल नंबर और जन्मतिथि से परिणाम देख सकते हैं। अब काउंसलिंग की प्रक्रिया, ऑनलाइन पंजीकरण और सीट आवंटन जल्द शुरू होंगे।