कमला हैरिस आजकल हर खबर में नजर आती हैं। आप भी सोचते हैं कि उनका काम सिर्फ अमेरिका की राजनीति तक सीमित है या फिर उनका असर हमारे देश तक भी पहुंचता है? चलिए, सीधे‑साधे ढंग से समझते हैं कि वह कौन हैं, क्या करती हैं और भारत‑अमेरिका रिश्ते में उनका क्या रोल है।
कमला का जन्म 1964 में ओकलैंड, कैलिफ़ोर्निया में हुआ था, लेकिन उनका परिवार मूलतः भारत के केरल राज्य से है। यह जानकारी अक्सर छूट जाती है, लेकिन इस सेटिंग ने उनके जीवन में भारतीय‑अमेरिकी पहचान को गहरा बनाया। उन्होंने हॉवरड में पढ़ाई की और फिर कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय से कानून किया।
राजनीति में कदम रखने से पहले वह अभियोजिका और फिर कैलिफ़ोर्निया अटर्नी जनरल बनीं। 2016 में उन्होंने यू.एस. सिनेट में राजतिलक गेटी को हराकर इतिहास रचा – वह पहली एशियाई‑अमेरिकन और पहली महिला अफ्रीकी‑अमेरिकन सिनेटर बनीं।
2021 में कमला हैरिस को उपराष्ट्रपति चुना गया, जो अमेरिकी इतिहास में पहली एशियाई‑अमेरिकन महिला पदधारी बनीं। इस पद पर रहते हुए उन्होंने कई अहम मुद्दों पर आवाज़ उठाई – जन स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन, और सबसे ज़्यादा महिलाओं व अल्पसंख्यकों के अधिकार।
भारत‑अमेरिका संबंधों में उनका दायरा भी बढ़ा। जब भारत में जलवायु‑संबंधित आपदा आयी, तो हैरिस ने तुरंत मदद की पेशकश की और दो देशों के बीच क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स को तेज़ करने का आग्रह किया। इस तरह के कदमों से दोनों देशों में व्यापार और विज्ञान‑प्रौद्योगिकी सहयोग में नई रफ़्तार आई।
हाल ही में उन्होंने "इंडिया‑अमेरिका टू‑वे ट्रेड एग्रीमेंट" पर बातचीत को आगे बढ़ाया, जिससे छोटे व्यापारी और स्टार्ट‑अप्स को दोनो बाज़ारों में आसान प्रवेश मिलेगा। इस कदम ने भारतीय युवा उद्यमियों में उत्साह भर दिया।
अगर आप सोच रहे हैं कि इस सारी बात का हमारे दैनिक जीवन से क्या लेना‑देना है, तो देखिए: हैरिस के पहल में कई ऐसे पहलू हैं जो सीधे हमारे आर्थिक और पर्यावरणीय माहौल को प्रभावित करेंगे। जैसे कि अगर क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स सफल हुए, तो भविष्य में सस्ते और साफ़ बिजली की संभावनाएँ बढ़ेंगी। इसी तरह, दो‑तरफ़ा व्यापार पुल से भारतीय कश्मीरी कॉफ़ी, सॉफ्टवेयर सेवाएँ और टेक गैजेट्स को अधिक प्रतिस्पर्धी मूल्य मिल सकता है।
तो, कमला हैरिस के बारे में जानना सिर्फ विदेश नीति का अध्ययन नहीं है, बल्कि यह समझने का एक तरीका है कि कैसे एक नेता की नीतियां हमारे रोज़मर्रा के खर्चे, नौकरी के अवसर और पर्यावरण को बदल सकती हैं। उनके कार्यों पर नज़र रखिए, क्योंकि हर नई घोषणा हमारे भारत में नई संभावनाओं के द्वार खोल सकती है।
अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस, राष्ट्रपति जो बाइडेन के राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने के बाद अपने पहले इवेंट में दिखने वाली हैं। हैरिस ने कहा कि वह 'पार्टी का नामांकन हासिल करने और जीतने' के लिए काम करेंगी ताकि डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ चुनाव लड़ सकें। यह बाइडेन के नामांकन से हटने के बाद चुनावी परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण विकास है।