क्या आप कभी सोचते हैं कि थकान, भूलने की आदत या कम ध्यान का कारण दिमाग हो सकता है? असल में दिमाग भी शरीर की तरह ही देखभाल का हक़दार है। सही खुराक, नियमित एक्सरसाइज़ और छोटे‑छोटे आदतों से आप अपने मस्तिष्क की क्षमता को बढ़ा सकते हैं। नीचे ऐसे कुछ आसान उपाय हैं जो रोज़ के जीवन में आसानी से लागू हो जाते हैं।
भोजन दिमाग के लिए पेट्रोल जैसा है। ओमेगा‑3 फैटी एसिड, विटामिन B12, एंटीऑक्सीडेंट और प्रोटीन वाले खाने से न्यूरॉन की कार्यशैली सुधरती है। एक छोक़ा में बादाम, अखरोट या चिया सीड ले लें—ये सभी वसा‑अम्ल प्रदान करते हैं। मछली, अंडे, दालें और हरी पत्तेदार सब्जियां भी रोज़ की थाली में रखिए। शर्करा और प्रोसेस्ड फूड कम करके मस्तिष्क में इन्फ्लेमेशन घटता है, जिससे स्मृति तेज़ रहती है।
शारीरिक व्यायाम दिमागी रक्त प्रवाह बढ़ाता है, जिससे नई न्यूरल कनेक्शन बनते हैं। कम से कम 30 मिनट तेज़ चलना, जॉगिंग या साइक्लिंग रोज़ करें। साथ ही मस्तिष्क को चुनौती देने वाले खेल खेलें—शतरंज, पहेली, या नई भाषा सीखना। ये चीज़ें स्मृति को पॉलिश करती हैं और उम्र बढ़ने पर भी दिमाग को फुर्सत रखती हैं।
छोटी-छोटी आदतें भी बड़ा फर्क डालती हैं। सुबह उठते ही गहरी साँसें लेकर 5‑मिनट मेडिटेशन करें; इससे तनाव कम होता है और फोकस बढ़ता है। काम के बीच में 10‑मिनट ब्रेक लें, आँखें बंद करके या हल्की स्ट्रेचिंग करें। यह मस्तिष्क को रिफ्रेश करता है और बर्न‑आउट से बचाता है।
ज्यादातर लोग नींद को महत्त्व नहीं देते, पर असली फॉर्मूला यही है—7‑8 घंटे की गुणवत्तापूर्ण नींद। स्लीप के दौरान दिमाग डाटा को प्रोसेस करता है और नए कॉन्फ़ेशन्स बनाता है। सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करें, कफ़ी न्यूनतम रखें और ठंडा कमरा सेट करें। यदि रात में बार‑बार उठते हैं, तो अपनी आरामदायक रूटीन में हल्की स्ट्रेच या हल्का पढ़ाई जोड़ें।
इन सरल कदमों को अपनाकर आप अपने मस्तिष्क को तेज़, याददाश्त बेहतर और इमोशनल बैलेंस में रख सकते हैं। याद रखें, दिमाग का भी फिटनेस प्लान चाहिए—संतुलित भोजन, नियमित एक्सरसाइज़, पर्याप्त नींद और तनाव‑मुक्त जीवनशैली मिलकर आपका मस्तिष्क हमेशा ‘ऑन’ रखेंगे। अब देर न करें, आज से ही इन टिप्स को अपनाएं और अपने दिमाग को सबसे बेहतरीन रूप में महसूस करें।
UFC के लाइटवेट प्रतियोगी डस्टिन पोइरेर ने अपनी आगामी बाउट के बाद मस्तिष्क स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए रिटायरमेंट की संभावना जताई है। 35 वर्षीय पोइरेर का करियर बेहद शानदार रहा है, जिसमें उन्होंने कई प्रमुख जीत हासिल की हैं। हालांकि, अब वे लंबी अवधि के मस्तिष्क संबंधी जोखिमों के कारण अपने भविष्य पर विचार कर रहे हैं।