पुनः परीक्षा का मतलब है वही पेपर फिर से देना, जब पहली बार आप पास नहीं हो पाए। कई बार बोर्ड या स्टेट टेस्ट में रिज़ल्ट कम निकलता है या कोई कारण से आप इमरजेंसी में नहीं जा पाए। ऐसी स्थिति में रीराइट का ऑप्शन मिल जाता है। लेकिन रीराइट को समझना, सही टाइम टेबल देखना और स्मार्ट तरीके से पढ़ाई करना बहुत ज़रूरी है।
हर साल राज्य और सेंट्रल बोर्ड अपनी रीराइट की तारीखें तय करते हैं। उदाहरण के तौर पर, CBSE ने 2025 में क्लास 10 का रिज़ल्ट 2 मई के आसपास घोषित करने का बताया है। इसी तरह UP Board ने 2025 में 10वीं‑12वीं का रिज़ल्ट 25 अप्रैल तक जारी करने का अनुमान लगाया। इन डेट्स को ध्यान में रखकर आप अपना रीराइट एप्लिकेशन समय पर जमा कर सकते हैं।
रीराइट के लिए आम तौर पर दो‑तीन बैंकों की फीस लगती है और आपको अपनी पिछली रजिस्ट्रेशन नंबर या रोल नंबर का उपयोग करना पड़ता है। ऑनलाइन पोर्टल पर लॉगिन करके आप आसानी से एडिट कर सकते हैं, फॉर्म भर सकते हैं और तारीख की पुष्टि कर सकते हैं।
पुनः परीक्षा में अक्सर समय कम होता है, इसलिए आपको फोकस्ड तरीके अपनाने चाहिए। सबसे पहले अपनी पिछली पेपर की ग़लतियों को नोट करें – कौन से विषय में कम अंक आए और क्यों। फिर उन टॉपिक पर अतिरिक्त रिव्यू करें। ऑनलाइन वीडियो लेक्चर या नोट्स का इस्तेमाल करें, लेकिन जितना संभव हो उतना प्रैक्टिस टेस्ट दें।
हर दिन 2‑3 घंटे को ब्लॉक करके पढ़ें। सुबह के दो घंटे प्रमुख कॉन्सेप्ट्स के लिए रखें और दोपहर में प्रैक्टिस सेट हल करें। अभ्यास के दौरान टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दें, क्योंकि रीराइट में टाइम लिमिट वही रहता है जो पहले था।
एक और चाल है – पिछले साल के पेपर को हल करना। इससे आप परीक्षा पैटर्न समझेंगे और अक्सर पूछे जाने वाले सवालों की पहचान होगी। अगर कोई प्रश्न दो या तीन बार आया है तो उसका उत्तर ज़रूर याद रखें।
अंत में, मानसिक तैयारी भी उतनी ही जरूरी है। एक छोटी रूटीन बनाएं: हल्की स्ट्रेचिंग, गहरी साँसें और पॉज़िटिव सोच। खुद को यह याद दिलाते रहें कि रीराइट दूसरा मौका है, पहले की ग़लती को सुधारने का।
कुल मिलाकर, पुनः परीक्षा का पालन करने के लिए सही जानकारी, समय पर आवेदन और स्मार्ट पढ़ाई का सम्मिश्रण चाहिए। बोर्ड ने जो भी नई डेट या नियम जारी किया है, उसे देखना न भूलें और अपने प्लान को उसी हिसाब से अपडेट रखें। अब देर न करें, आज ही अपने रीराइट की तैयारी शुरू करें और अगली बार बेहतर परिणाम हासिल करें।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने यूजीसी नेट 2024 की पुनः परीक्षा की तिथियों की घोषणा की है। यह परीक्षाएँ 21 अगस्त से 4 सितम्बर, 2024 के बीच आयोजित की जाएंगी। पहले हुई परीक्षाओं में तकनीकी समस्याओं के चलते उन्हें रद्द कर दिया गया था। आयोग ने सुनिश्चित किया है कि इस बार परीक्षाएँ सुचारू रूप से होंगी।