अगर आप खेलों के शौकीन हैं तो "वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लेजेंड्स" नाम सुनते ही दिमाग में बड़े‑बड़े एथलीट, हाई‑स्टेक मैच और रोमांचक पलों की छवि बन जाती है। यह टुर्नामेंट सिर्फ एक बोरिंग लीग नहीं, बल्कि एक ऐसा मंच है जहाँ दुनिया भर के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी एक‑दूसरे से टकराते हैं, अपनी कुशलता दिखाते हैं और दर्शकों को खुशी‑खुशी बैठा देते हैं।
इसे समझने के लिए आप इसको बड़ी फिल्म के फाइनल जैसा सोचिए – हर मैच में तनाव, जीत‑हार की कहानी और वह इमोशन जो आपको स्क्रीन से दूर नहीं रखता। यही कारण है कि इस टुर्नामेंट की हर खबर, हर आउटलेट पर चर्चा का विषय बन जाती है।
वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लेजेंड्स की तैयारी कई महीनों में होती है। टीम‑सेलेक्शन, टूर्नामेंट फॉर्मेट और राजस्व मॉडल सबको ध्यान में रखकर बनाया जाता है। इस साल की एडिशन में पाँच प्रमुख खेल हैं – क्रिकेट, टेनिस, फॉर्मूला 1, बैडमिंटन और ऐस गेमिंग। प्रत्येक खेल में दो‑तीन लेजेंड्स को विशेष इन्वाइट मिलती है, जिससे दर्शकों को उनका ‘लाइव‑एक्शन’ देखने का मौका मिलता है।
उदाहरण के लिए, इस साल का क्रिकेट सेक्शन “वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लेजेंड्स” के नाम से ही प्रचलित हो गया क्योंकि इसमें विराट कोहली, रोहित शर्मा और स्मृति मंधाना जैसे बड़े सितारे शामिल हैं। इसी तरह, टेनिस में नोवाक जोकोविच और कार्लोस अल्कारेज़ की टक्कर ने सभी को उत्सुक कर दिया था।
अगर आप इस टुर्नामेंट को मिस नहीं करना चाहते तो कुछ आसान कदम अपनाएँ:
फ़ीचर में अक्सर “बिहाइंड द सीन” क्लिप्स, खिलाड़ी इंटरव्यू और मैच के बाद की विश्लेषण शॉर्ट्स आते हैं। ये आपको मैच के बाद भी बात करने का मौका देते हैं, जैसे आज के IPL नीलामी में थॉमस ड्राका की एंट्री या वेस्टइंडीज़ की महिला टीम की जीत।
साथ ही, अगर आप क्रिकेट लेजेंड्स के फैन हैं तो "वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लेजेंड्स" के दौरान होने वाले "बिग बॅटल" मैचों में अपना ध्यान रखें। ये मैच अक्सर 20‑ओवर या 50‑ओवर फ़ॉर्मेट में होते हैं, जिससे क्रिकेट प्रेमियों को दो‑तीन घंटे में पूरी जीत‑हार का ड्रामा मिल जाता है।
आखिर में, याद रखें – टुर्नामेंट सिर्फ खेल नहीं, यह एक ऐसी संस्कृति है जहाँ हर फैन को अपने पसंदीदा लेजेंड के साथ जुड़ने का मौका मिलता है। तो तैयार हो जाइए, अपनी पसंदीदा स्नैक ले आएँ और इस अद्भुत लाइव इवेंट का मज़ा लें।
वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लेजेंड्स 2024 के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर पहली बार यह खिताब जीता। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 156/6 रन बनाए। भारत ने 19.1 ओवर में 159/5 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। मैच में युसुफ पठान ने निर्णायक योगदान दिया।