जब फातिमा सना, कैप्टन पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम ने टॉस जीतने की घोषणा की, तो शैंड्रे फ्रिट्ज ने गलती से मैच रेफरी के रूप में सुनवाई की। भारत‑पाकिस्तान का ये मुकाबला, जो ICC महिला ODI विश्व कप 2025 के छठे मैच के रूप में आर. प्रेमदास स्टेडियम, कोलंबो में खेला गया, टॉस के गलत निर्णय के कारण भरपूर चर्चा में आब गया।
पिछले महीने में ही दोनों देशों की पुरुष टीमें एशिया कप में तीन बार टकरा चुकी थीं, और इस बार महिला मैच ने उसी उत्सुकता को और भड़काया। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने पहले ही टूर्नामेंट के शुरुआती जीत के बाद टीम को आत्मविश्वास से भर दिया था। विरोधी पाकिस्तान टीम ने शुरुआती मैच में बांग्लादेश से हार झेली थी, इसलिए इस मुकाबले में पुनरुद्धार की आशा ज़्यादा थी।
साथ ही, दो साल पहले भारत‑पाकिस्तान महिला मैच में टॉस के बाद हुए हाथ मिलाने के मुद्दे को लेकर दोनों कप्तानों ने ‘कोई हाथ नहीं मिलाने’ की नीति अपनाई थी, और यह नियम इस बार भी जारी रहा।
टॉस का कार्यकलाप साधारण लगता है: एक सिक्का उछालना, दो पक्षों में से एक को चुनना। परंतु इस बार मेल जॉन्स, जो ब्रोडकास्टर थे, ने भी वही गलत फहमी में भाग लिया। फातिमा सना ने स्पष्ट रूप से "tails" कहा, लेकिन शैंड्रे फ्रिट्ज और मेल जॉन्स ने आवाज़ को "heads" समझ लिया। जब सिक्का असल में "heads" पर गिरा, तो टॉस का इनाम गलती से पाकिस्तान को दिया गया।
भले ही भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने तुरंत कोई आपत्ति नहीं जताई, लेकिन दर्शकों और सोशल मीडिया यूज़र्स ने तुरंत ही इस निर्णय को "असमान" कहा। टॉस के बाद फातिमा सना ने कहा, "हम पहले गेंदबाज़ी करेंगे क्योंकि मौसम सूखा है और पिच अच्छी लग रही है। 250 का लक्ष्य हमें बचाने में मदद करेगा।" यह बयान तुरंत वायरल हो गया।
"टॉस का गलत निर्णय टीम की मनोस्थिति को बदल सकता है," एक क्रिकेट विश्लेषक ने टिप्पणी की।
इंडिया ने अपने प्रथम खेल में प्रतििका राव, स्मृति मंडाना, हार्लीन देओल, जेमीठा रोड्रिग्ज, डीप्टी शर्मा, रिचा घोष (विकेटकीपर), स्नेह राणा, रेणुका सिंह ठाकुर, कांति गौड और श्री चारानी को शामिल किया। इस मिश्रण में अनुभवी खिलाड़ियों के साथ युवा ऊर्जा का संतुलन दिखता है।
पाकिस्तान ने टीम में एक बदलाव किया: सदाफ शमस को ओमैमा सोहैल की जगह शामिल किया, जिससे गेंदबाज़ी में नई टॉर्निंग लाई गई। बाकी में मुनीबा अली, सिद्धा अमीन, रमीन शमीम, आलिया रियाज़, सिद्धा नवाज़ (विकेटकीपर), नताली परवेज, डियाना बैग, नशरा संतू और सादिया इक़बाल शामिल थे।
क्लाइमैक्स का अंदाज़ा लगाते हुए, दोनों कप्तानों ने टॉस के बाद अलग‑अलग रणनीति बताई। फातिमा ने बताया कि मौसम के अनुसार शुरुआती गेंदबाज़ी उनसे अधिक असर रखेगी, जबकि हरमनप्रीत ने इंगित किया कि भारतीय बैटर्स को टिकाऊ साझेदारी बनानी होगी।
टॉस की गलती के बाद ट्विटर, इन्स्टाग्राम और फेसबुक पर #TossControversyHashtag ट्रेंड करने लगा। कई फ़ैंस ने ICC को स्पष्ट नियम बनाने की मांग की। कुछ ने कहा, "दूरस्थ रूप से सुनाई देने वाली आवाज़ों को रिकॉर्ड किया जाए, फिर निर्णय लिया जाए"।
अभी तक ICC ने इस घटना पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है, पर एक स्रोत ने बताया कि "मैच रेफरी के लिए नया माइक्रोफ़ोन और दोहरी पुष्टि प्रणाली जल्द ही लागू की जाएगी"।
खेल विशेषज्ञ अरुण चौधरी ने कहा, "यदि टॉस पुनः गलत हो जाता है तो टीमों की तैयारी प्रभावित होगी, पर यह एक अल्पकालिक मुद्दा है; असली खेल मैदान में ही तय होगा।"
भारत ने इस मैच से पहले ही दो जीत हासिल कर ली है, इसलिए इस राउंड में उनका लक्ष्य ग्रुप टॉप पर पहुंचना है। अगर टॉस की वजह से परिणाम अलग होता, तो समूह तालिका में बड़े बदलाव की संभावना होती। पाकिस्तान को अब एक दो‑बिंदु जीत के साथ टॉप पर लौटने की कोशिश करनी होगी, ताकि विश्व कप क्वालिफ़िकेशन में सुरक्षित स्थान मिल सके।
ICC ने अगले दो दिनों में भी एक-दो मैच निर्धारित किए हैं, जिनमें भारत-न्यूज़ीलैंड और पाकिस्तान-श्रीलंका शामिल हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस टॉस विवाद के बाद रेफरी सिस्टम में सुधार की माँग और भी तेज़ हो जाएगी।
तकनीकी तौर पर पाकिस्तान को टॉस जीतने का दावा मिला, जिससे उन्हें पहले गेंदबाज़ी का विकल्प मिला। हालांकि मैच के परिणाम में बॉलिंग या बैटिंग का असर कई कारकों पर निर्भर करता है, लेकिन टॉस का निर्णय शुरुआती रणनीति को सीधे बदल देता है।
ICC के स्रोतों ने संकेत दिया है कि टॉस के दौरान माइक्रोफ़ोन रिकॉर्डिंग और वीडियो समीक्षा को अनिवार्य करने पर विचार किया जा रहा है, ताकि ऐसी गलतफहमी दोबारा न हो। अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
पिछले मैच में हाथ मिलाने के दौरान विवाद उत्पन्न होने के बाद दोनों टीमों ने इस प्रथा से दूर रहने का फैसला किया। यह निर्णय निरपराध प्रतिस्पर्धा को बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है।
सोशल मीडिया पर तेज़ प्रतिक्रिया देखी गई, कई फैंस ने इसको "अन्यायपूर्ण" कहा और ICC से त्वरित सुधार मांगे। कुछ ने कहा कि खेल का वास्तविक मज़ा मैदान में ही है, पर टॉस जैसी बुनियादी प्रक्रिया में गलती दर्शकों का भरोसा कम कर देती है।
भारत ने अपने ओपनिंग जीत के बाद आत्मविश्वास बढ़ाया है और बैटिंग लाइन‑अप को स्थिर रखेगी। पाकिस्तान ने अपने शुरुआती हार को सुधारा है और नई गेंदबाज़ी विकल्पों के साथ फिर से जीत की कोशिश करेगा। दोनों टीमों ने मैदान के बाहर टॉस विवाद को झलकते हुए अपनी फोकस को बनाए रखने की कोशिश की है।
Subi Sambi
टॉस में गलती से क्रिकेट का मज़ा खराब हो गया।