जब Ashwini Vaishnaw, रेल मंत्री ने भारतीय रेलवे मंत्रालय की ओर से नई निर्देशावली जारी की, तो पूरे देश में चर्चा छा गई। यह घोषणा Press Information Bureau के पोर्टल पर नई दिल्ली से 15 सितंबर 2025 को प्रकाशित हुई। अब IRCTC (Indian Railway Catering and Tourism Corporation) की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर जनरल रिज़र्व्ड टिकट बुकिंग के पहले 15 मिनट में Aadhaar प्रमाणिकरण अनिवार्य होगा। यह कदम बुनियादी रूप से उन ‘टिकट टूटी’ (ticket tout) एजेंटों को रोकने के लिए है, जो अक्सर शुरुआती मिनटों में दुरुपयोग कर लाखों रुपये कमा लेते हैं।
यह नीति 1 अक्टूबर 2025 से लागू होगी, और इसलिए यात्रियों को अब तुरंत अपने IRCTC अकाउंट में आधार लिंक करना पड़ेगा, नहीं तो शुरुआती स्लॉट में बुकिंग नहीं कर पाएंगे।
कांग्रेस के अनुसार, जनरल आरक्षण का पहला 15‑मिनट वह समय है जब टिकटों का 70 % से अधिक हिस्सा बुक हो जाता है। पिछले कई सालों में एजेंटों ने बॉट्स और नकली अकाउंट्स का इस्तेमाल करके इस अवधि में बड़े पैमाने पर टिकट खरीद लिए। इसलिए, "डिजिटल ट्रांस्पेरेन्सी" को बढ़ावा देने के नाम पर इस नियम का प्रस्ताव रखा गया।
मंत्रालय ने कहा, "हम चाहते हैं कि बुकिंग प्रणाली का लाभ आम जनता तक पहुँचे, न कि घुसाइयों के हाथों।" यह भी स्पष्ट किया गया कि 10‑मिनट की मौजूदा प्रतिबंध (जहाँ अधिकृत एजेंटों को आरक्षण के शुरुआती 10 मिनट में बुकिंग करने से रोका जाता है) बरकरार रहेगा।
यह नियम ताल्काल बुकिंग पर पहले लागू किए गए आधार‑अनिवार्य उपायों को विस्तारित करता है। जुलाई 2025 में ताल्काल के लिए भी समान आधार‑ओटीपी सत्यापन तय किया गया था, जिससे आज तक 30 % तक बुकिंग दुरुपयोग घटाया गया है।
जैसे ही खबर फैली, सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ देखी गईं। कई यात्रियों ने कहा, "अब छोटे किरायेदारों को भी मौका मिलेगा, पहले तो बॉट्स ने हमें पीछे रख दिया था।" वहीं, कुछ ने इसे "अत्यधिक जटिल" बताया, क्योंकि कई लोग अभी तक आधार को मोबाइल नंबर से लिंक नहीं कर पाए हैं।
एक नियमित कॉटन ट्रेन यात्री, ‘रवीश कुमार’ (हिंदुस्तान, दिल्ली‑रायपुर) ने कहा, "मैं रोज़ सुबह 5 बजे उठ कर टिकट बुक करता हूँ, अब 15‑मिनट का अंतर मेरे लिए बड़ी बात नहीं, पर अगर कोई एजेंट दो बार फेल हो जाता है तो मैं भी परेशान हो जाऊँगा।"
दूसरी ओर, ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ने त्वरित प्रतिक्रिया दी: "हम पूर्ण सहयोग देंगे, पर हमें समय‑समय पर तकनीकी समस्याओं के लिए वैकल्पिक उपाय चाहिए।"
डिजिटल ट्रांस्फ़ॉर्मेशन के प्रोफेसर, डॉ. सुनीता राजपूत (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, खड़गपुर) ने बतायाः "आधार-आधारित वेरिफ़िकेशन डेटा‑लीक को काफी हद तक कम कर देता है। परन्तु, बॉट्स के विकास की गति तेज़ है, इसलिए निरंतर मॉनिटरिंग जरूरी है।" उन्होंने सुझाव दिया कि IRCTC को कैप्चा और मशीन‑लर्निंग‑आधारित फ़ैसलामे करने की प्रणाली को मजबूत करना चाहिए।
इन्हीं में, सुरक्षा अनुसंधान संस्था ‘साइबर एज़’ के प्रमुख, अनीता वर्मा ने कहा, "पहले 15‑मिनट में आधारित फ़िल्टरिंग से ही वैध उपयोगकर्ता और दुरुपयोगकर्ता के बीच अंतर स्पष्ट हो सकता है, बशर्ते सर्वर क्षमता पर्याप्त हो।"
अगले कुछ हफ्तों में, IRCTC अपने सर्वर को स्केलेबल बनाते हुए, लाइफ़‑टाइम OTP और फिंगरप्रिंट‑वेरिफ़िकेशन के प्रयोग पर विचार कर रहा है। साथ ही, मंत्रालय ने कहा है कि यह पहल दुसरे वर्गीकरण (जैसे सुपरफ़ास्ट एक्सप्रेस) पर भी लागू हो सकती है, यदि परिणाम सकारात्मक दिखते हैं।
संक्षेप में, यदि आप इस नियम के तहत यात्रा करने वाले हैं, तो आज ही अपने IRCTC अकाउंट में आधार लिंक कर लें। नहीं तो 15‑मिनट की बुकिंग विंडो सेआपको बाहर रखा जा सकता है, जिससे देर से टिकट मिलना या पूरी तरह से चूक जाना संभव है।
पहले 15 मिनट में नहीं। लेकिन वही 15 मिनट खत्म होने पर आप सामान्य बुकिंग कर सकते हैं या PRS काउंटर पर जा सकते हैं।
लगभग 5‑10 मिनट। IRCTC ऐप में "My Profile > Aadhaar Verification" पर क्लिक करें, OTP डालें और प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
हां। मौजूदा 10‑मिनट का प्रतिबंध और 30‑मिनट का ताल्काल प्रतिबंध बरकरार रहेगा। केवल शुरुआती 15 मिनट में आधार‑सत्यापित उपयोगकर्ता ही बुक कर पाएंगे।
वर्तमान में यह केवल जनरल रिज़र्व्ड टिकट पर लागू है। मंत्रालय भविष्य में सुपरफ़ास्ट एक्सप्रेस और एसी वर्गों पर भी विस्तार कर सकता है, लेकिन अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
1 अक्टूबर 2025 से सभी ऑनलाइन जनरल रिज़र्व्ड टिकट बुकिंग में पहले 15 मिनट के लिए आधार प्रमाणिकरण अनिवार्य किया गया है।
Anil Puri
आधार जोड़ना तो अब बलजबरी बन गया है।