पेरिस ओलंपिक्स 2024: सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी का क्वार्टर-फाइनल में हार

घर पेरिस ओलंपिक्स 2024: सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी का क्वार्टर-फाइनल में हार

पेरिस ओलंपिक्स 2024: सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी का क्वार्टर-फाइनल में हार

1 अग॰ 2024

पेरिस ओलंपिक्स 2024: बैडमिंटन क्वार्टर-फाइनल में सात्विकसाईराज और चिराग की हार

पेरिस ओलंपिक्स 2024 में भारत के लिए एक बड़ा झटका आया जब सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी, जो भारत के शीर्ष पुरुष युगल बैडमिंटन खिलाड़ी हैं, क्वार्टर-फाइनल में हार गए। यह मुकाबला मलेशिया के आरोन चिया और सोह उई यिक के खिलाफ था, जिसमें भारतीय जोड़ी ने पहले सेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए 21-13 से जीत दर्ज की।

हालांकि, मैच का दूसरा और तीसरा सेट भारतीय जोड़ी के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। मलेशियाई जोड़ी ने शानदार वापसी करते हुए 14-21 और 16-21 के स्कोर के साथ मुकाबला अपने नाम कर लिया। इस हार के साथ ही सात्विकसाईराज और चिराग का ओलंपिक सफर इस साल समाप्त हो गया।

उल्लेखनीय करियर और सफलताएं

इस हार के बावजूद, यह जोड़ी भारतीय बैडमिंटन में कई उल्लेखनीय सफलताएं दर्ज कर चुकी है। सात्विकसाईराज और चिराग भारत की पहली ऐसी युगल जोड़ी हैं जिन्हें विश्व रैंकिंग में नंबर वन का स्थान प्राप्त हुआ है। उनके करियर में कई ऐतिहासिक खिताब शामिल हैं, जैसे कि थॉमस कप, एशियन गेम्स गोल्ड, राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक, और वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक।

इसके अलावा, इस जोड़ी ने इंडोनेशिया में BWF वर्ल्ड सुपर 1000 खिताब और बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप्स भी जीते हैं। ग्रुप स्टेज में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया, ग्रुप सी में शीर्ष स्थान हासिल कर वे अजेय रहे। उन्होंने इंडोनेशिया के मुहम्मद रियान अर्दियान्तो और फजर अलफियन को भी मात दी।

भविष्य की उम्मीदें

हालांकि इस क्वार्टर-फाइनल में हार भारतीय बैडमिंटन प्रेमियों के लिए निराशाजनक हो सकती है, लेकिन सात्विकसाईराज और चिराग की मेहनत और समर्पण उम्मीदें बरकरार रखती हैं। वे भारतीय बैडमिंटन के सबसे बड़े मेडल होप्स में से एक बने हुए हैं। उनकी यात्रा यहीं समाप्त नहीं होती।

इसके साथ ही, पेरिस ओलंपिक्स 2024 में अन्य भारतीय खिलाड़ियों का सफर जारी है। लक्ष्य सेन, जिन्होंने एचएस प्रणय को हराकर क्वार्टर-फाइनल में प्रवेश किया है, पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। अन्य भारतीय खिलाड़ी जैसे एचएस प्रणय और पीवी सिंधु भी अपनी-अपनी प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं।

खेलों की यह प्रतिस्पर्धा हमारे खिलाड़ियों के हुनर और संघर्ष की कहानी को एक बार फिर से उजागर कर रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि अगले मैचों में वे कैसी प्रदर्शन करते हैं और भारतीय बैडमिंटन को और ऊँचाइयों तक ले जाते हैं।

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