सितंबर 2024 के असामान्य और तेज बारिश ने सहारा मरुस्थल के कुछ हिस्सों को जलमग्न कर दिया, जिससे वहां हरियाली के साथ-साथ नीले पानी के पोखर बन गए। यह बारिश मरुस्थल के जलवायु पैटर्न को प्रभावशाली ढंग से बदल सकती है। हालांकि, बाढ़ से 20 से अधिक लोगों की मौत हुई और फसल को नुकसान पहुंचा।