क्या आप सोचते हैं कि हरियाली सिर्फ बागवानी वाले लोगों की चीज़ है? बिलकुल नहीं! छोटा‑छोटा पौधा, बगीचा या सिर्फ एक गमले में लगी ग्रीनरी आपके जीवन को कई तरीकों से बेहतर बना सकती है। आज हम बात करेंगे कुछ ऐसे आसान कदमों की, जिनसे हरियाली आप तक, आपके घर तक, और फिर पूरे इलाके तक पहुंचेगी।
सबसे पहला कदम है घर के छोटे‑छोटे कोनों को ग्रीन ज़ोन में बदलना। अगर आपके पास बालकनी है, तो छोटे टेरेरीयम या खुदाई‑बिन में मिट्टी भरीं और उसमें तुलसी, पुदीना या काली मिर्च जैसे सुगंधित जड़ी‑बूटी उगाएँ। ये न सिर्फ खाना बनाने में काम आते हैं, बल्कि हवा को साफ़ भी रखते हैं।
डेस्क या टेबल पर एक छोटा फ्रीज‑फ्रेंडली पॉट रखिए, उसमें ब्रोकली, स्पिनैच या मेरुगुला जैसी तेज़ी से बढ़ने वाली साग़ी सब्ज़ियाँ। एक हफ़्ते में ही आपको ताज़ा पत्ते मिलेंगे और आपके खाने में भी हरियाली का स्वाद रहेगा।
घर की खिड़कियों के पास दो‑तीन पोटों में सुकुलेंट या कैक्टस रखें। ये कम पानी में भी जीवित रहते हैं और आपके लिविंग रूम को एक स्टाइलिश लुक देते हैं। अगर आप बड़े प्लॉट वाले हैं, तो कम जगह में गार्डन बेड बनाकर लेमनग्रास, लैवेंडर या रोज़मैरी लगाएँ – ये केमिकल‑फ्री कीट निरोधी भी होते हैं।
हरियाली सिर्फ दिखावे के लिए नहीं है, इसके कई वैज्ञानिक-प्रमाणित लाभ हैं। पौधों द्वारा निकलने वाला ऑक्सीजन आपके फेफड़ों को साफ़ करता है, जबकि कार्बन डाइऑक्साइड को सोखकर आप सांस की गुणवत्ता बढ़ाते हैं। इससे एलर्जी, दमा और सर्दी‑जुकाम की समस्याएँ कम हो सकती हैं।
हरी पत्तियों की रोशनी में समय बिताने से सर्केडियन रिद्म यानी शरीर की प्राकृतिक घड़ी व्यवस्थित रहती है। यह आपके नींद के पैटर्न को सुधारता है और तनाव के स्तर को घटाता है। एक छोटा‑सा ग्रीन कोना घर में बनाकर आप बस 10‑15 मिनट में ही रिलैक्स महसूस कर सकते हैं।
पौधे मिट्टी में सूक्ष्म जीवों को भी सक्रिय रखते हैं, जिससे पानी की बारीकी से फिल्टरिंग होती है। अगर आप घर के अंदर ही कॉम्पोस्ट बिन रखें, तो किचन कचरे को ऑर्गेनिक पोषक तत्वों में बदलकर अपने बगीचे को मुफ्त में पोषण दे सकते हैं। इस तरह न सिर्फ कचरा कम होता है, बल्कि आपका बजट भी बचता है।
आख़िर में, हरियाली का असर सामाजिक स्तर पर भी दिखता है। ग्रीन एरिया वाले पड़ोस में लोग अक्सर एक‑दूसरे से बेहतर जुड़ाव महसूस करते हैं और क्षेत्र का समग्र सुरक्षा स्तर बढ़ जाता है। आप भी अपने मोहल्ले में छोटे‑छोटे पॉट्स रखकर या सामुदायिक बगीचा शुरू करके अपने पड़ोसियों के साथ जुड़ सकते हैं।
तो देर किस बात की? आज ही अपनी पसंदीदा गमले में मिट्टी डालें, बीज बोएँ और हरियाली को अपने घर का हिस्सा बनाएं। छोटे कदमों से बड़ी बदलाव की शुरुआत होती है, और आपको हरियाली के साथ स्वस्थ, खुशहाल जीवन मिलने की गारंटी है।
सितंबर 2024 के असामान्य और तेज बारिश ने सहारा मरुस्थल के कुछ हिस्सों को जलमग्न कर दिया, जिससे वहां हरियाली के साथ-साथ नीले पानी के पोखर बन गए। यह बारिश मरुस्थल के जलवायु पैटर्न को प्रभावशाली ढंग से बदल सकती है। हालांकि, बाढ़ से 20 से अधिक लोगों की मौत हुई और फसल को नुकसान पहुंचा।