अगर आप सरकारी नौकरी के बारे में सोच रहे हैं तो IAS अधिकारी बनना कई लोगों का सपना होता है। लेकिन सपना देखना आसान, उसे हासिल करना मुश्किल है। यहाँ मैं आसान भाषा में बताता हूँ कि IAS बनने के लिए आपको क्या करना पड़ेगा, तैयारी के कौन‑से तरीके सबसे असरदार हैं और नौकरी में किस तरह की जिम्मेदारियाँ मिलती हैं।
IAS के लिए सबसे पहला कदम है यू.पी.एस.सी. (UPSC) का सिविल सर्विसेज़ परीक्षा पास करना। यह परीक्षा तीन हिस्सों में होती है – प्रीलिम्स, मैन परीक्षा और इंटरव्यू। प्रीलिम्स में दो पेपर होते हैं: सामान्य अध्ययन और वैकल्पिक विषय। मैन परीक्षा में नौ शैक्षणिक पेपर होते हैं, जिनमें निबंध, अंग्रेज़ी, और दो वैकल्पिक सब्जेक्ट्स शामिल हैं। इंटरव्यू (पर्सनैलिटी टेस्ट) में आपके व्यक्तित्व, सोच और नेतृत्व गुणों को परखा जाता है।
1. **डायरेक्ट स्टडी प्लान बनाएं** – साल में दो बार प्रीलिम्स और मैन की तैयारी के लिए अलग‑अलग टाइमटेबल रखें। 2. **NCERT को प्राथमिकता दें** – इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र आदि के लिए NCERT की किताबें सबसे भरोसेमंद स्रोत होती हैं। 3. **नियमित रिवीजन** – एक बार पढ़े गये विषय को हर महीने दो‑तीन बार दोहराएँ, नहीं तो जानकारी तुरंत धुंधली हो जाएगी। 4. **मॉक टेस्ट और एसेसमेंट** – हर महीने कम से कम दो फुल मॉक टेस्ट दें। इससे टाइम मैनेजमेंट और स्ट्रैटेजी दोनों सुधरते हैं। 5. **प्रीसिलेक्टेड नोट्स** – बाजार में बहुत सारे नोट्स उपलब्ध हैं, पर अपने लिए सबसे भरोसेमंद दो‑तीन स्रोत चुनें और उन पर भरोसा रखें। 6. **शारीरिक फिटनेस** – IAS के इंटरव्यू में फिटनेस भी पूछी जाती है, इसलिए योग, रनिंग या जिम का रूटीन बनाए रखें।
एक और महत्वपूर्ण बात – आप अपनी पढ़ाई में अकेले नहीं होते। अगर संभव हो तो एक स्टडी ग्रुप बनाएँ या ऑनलाइन कम्युनिटी में जुड़ें, जहाँ आप सवाल‑जवाब कर सकें और मोटिवेशन बना रहे।
IAS अधिकारी बनने के बाद आप विभिन्न डिपार्टमेंट्स, जिलों या राज्य सरकार में काम कर सकते हैं। इस पद की मुख्य जिम्मेदारियों में नीति बनाना, योजना लागू करना, जनता की समस्याओं का समाधान ढूंढना और प्रशासनिक कामकाज को सुचारू बनाना शामिल है। साथ ही, आपको ट्रेनिंग भी मिलती है – LBSNAA (लेखा बैरन सर्विस नेशनल अकादमी) में दो साल की ग्रेजुएट टेन्यूर सेशन और फिर विभिन्न डिपार्टमेंट्स में ऑन‑जॉब ट्रेनिंग।
सैलरी भी आकर्षक है। शुरुआती ग्रेड (अंडर ग्रेजुएट) में बेसिक पेंशन, एडीए (ड्रग्स एंड अल्कोहल) और विविध allowances मिलती हैं। अनुभव के साथ ग्रेड‑4 से ग्रेड‑1 तक प्रमोशन होते हैं, जिससे पेंशन और उत्तरदायित्व दोनों बढ़ते हैं।
IAS अधिकारी का करियर लचीला है। आप जिला अधिकारी, डिप्टी कमिश्नर, सटी, या केंद्रीय सरकार में विभिन्न मंत्रालयों में काम कर सकते हैं। कुछ अधिकारी अपने ज्ञान को लेकर राजनीति में भी कदम रखते हैं या अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में काम करते हैं। जो लोग प्रशासनिक काम में रुचि रखते हैं, उनके लिए यह एक जीवन भर का मौका देता है।
आपको सिर्फ परीक्षा पास करने की ही नहीं, बल्कि सतत सीखने और सुधारने की भी जरूरत है। हर साल नई नीतियां बनती हैं, नई तकनीकें आती हैं, और जनता की अपेक्षाएँ बदलती हैं। इस बदलते माहौल में अनुकूलन ही सफलता की कुंजी है।
तो अगर आप IAS अधिकारी बनना चाहते हैं, तो अभी से योजना बनाएं, सही संसाधन चुनें और निरंतर मेहनत करें। याद रखें, कठिन समय में हार नहीं माननी चाहिए – क्योंकि आपका लक्ष्य एक सम्मानित पद, सेवा की भावना और असली बदलाव लाने का मौका है। सफलता आपके कदमों में ही है, बस एक कदम आगे बढ़ें।
सुजाता सौनिक, 1987 बैच की IAS अधिकारी, महाराष्ट्र की पहली महिला मुख्य सचिव बनी हैं। उन्होंने निवर्तमान मुख्य सचिव नितिन करीर की जगह ली है, जो रविवार को सेवानिवृत्त हुए। अगले साल 30 जून को वे खुद सेवानिवृत्त होंगी।