क्या आप ओलंपिक कुश्ती के बारे में हर नया अपडेट चाहते हैं? यहाँ पर आपको भारत के पहलवानों की तैयारी, अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग और आसन्न प्रतियोगिताओं की पूरी जानकारी मिलेगी। साधारण शब्दों में कहें तो इस पेज पर पढ़ेंगे कि कौन किस वेट क्लास में है, कौन से मैच फाइनल में पहुंच रहा है, और कैसे आप अपने पसंदीदा कुश्तीयर को सपोर्ट कर सकते हैं।
2024 पैरिस ओलंपिक के लिए भारतीय कुश्ती संघ ने पहले ही चयन प्रक्रिया पूरी कर ली है। पुरुषों में वज्त 57 kg में बाबर अली, 74 kg में सुशांत सिंह, और 97 kg में भवानीश्वल को फाइनलिस्ट माना गया है। महिलाओँ में 62 kg वर्ग में व्यतीरर पेंगारेडी और 76 kg में सोनिया पैंती के नाम सुनने में आते हैं। इन सभी ने अंतर्राष्ट्रीय टुर्नामेंट में लगातार पदक जीते हैं, इसलिए ओलंपिक में भी उम्मीदें बढ़ी हुई हैं।
कुश्ती लाइव देखना अब बाय दो‑तीन आसान हो गया है। अधिकांश बड़े खेल चैनल जैसे डिसी स्पोर्ट्स और सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन ओलंपिक का पूरा कवरेज देते हैं। साथ ही, बहुत सारे स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म मोबाइल ऐप के ज़रिए रीयल‑टाइम फ़ीड और रि‑प्ले ऑप्शन देते हैं। अगर आप सोशल मीडिया पर भी अद्यतन चाहते हैं, तो हेशटैग #OlympicWrestling
या #ओलंपिककुश्ती
फॉलो कर सकते हैं – वहां पर मैच के हाईलाइट, विश्लेषण और फैंस के कमेंट की भरमार होती है।
अब बात करते हैं तैयारी की। कोई भी कुश्तीयर अगर ओलंपिक में पायदान पर पहुंचना चाहता है तो उसे दो चीज़ें ज़रूरी हैं: तकनीकी ट्रेनिंग और मानसिक दृढ़ता। कई कोच बताते हैं कि रोज़ 2‑3 घंटे ग्रिप, टैक्लिंग और एंटी‑काउंटर पर काम करना चाहिए। साथ ही, विज़ुअलाइज़ेशन तकनीक से दांव पेशी में सुधार होता है – यानी दिमाग में पहले से ही मैच को जीतते हुए देख लेना चाहिए।
भारत के कई पहलवान अभी विदेश में प्रशिक्षण ले रहे हैं, जैसे कॅनडियन और इरानी क्लबों में। इससे उन्हें विभिन्न शैलियों की सीमा को समझने का मौका मिलता है और ओलंपिक के विभिन्न देशों के प्रतिद्वंदियों का सामना करने के लिये तैयार हो जाते हैं। अगर आप इस प्रक्रिया को और गहराई से देखना चाहते हैं तो उनकी ट्रेनिंग विडीओज़ यूट्यूब पर अक्सर शेयर होते हैं।
ओलंपिक कुश्ती में अक्सर वही पेयरिंग्स याद रहने वाली बात है कि किसने किसको फेनॉमेनल मोव किया। जैसे 2021 टोक्यो में भारत के विजय कोहली ने 57 kg वजन वर्ग में प्रतियोगिता को धूमधाम से जीता था। इसी तरह 2020 रियो में साक्षी गुप्ता का सिल्वर मेडल आज भी कई नई पीढ़ी को प्रेरित करता है। इस तरह की कहानियां हमें यह सिखाती हैं कि साहस, कड़ी मेहनत और सही रणनीति से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।
तो संक्षेप में, ओलंपिक कुश्ती के लिए आपको चाहिए – सही जानकारी, नियमित फॉलोअरशिप, और अपने पसंदीदा पहलवानों को सपोर्ट करने का जुनून। नीचे दी गई सूची में कई उपयोगी टिप्स हैं जो आपको इस खेल के बारे में और भी करीब ले आएंगे:
अब आप पूरी तरह तैयार हैं ओलंपिक कुश्ती की दुनिया में कदम रखने के लिये। चाहे आप फैन हों, खिलाड़ी हों या सिर्फ़ खेल के बारे में जिज्ञासु, इस पेज से मिली जानकारी आपको हर कदम पर मदद करेगी। शुभकामनाएँ और देखिए, भारत के पहलवानों को ताली बजाते हुए!
विनेश फोगाट ने जापानी पहलवान युई सुसाकी को 50 किलो महिला फ्रीस्टाइल कुश्ती मुकाबले में हराकर इतिहास रचा। यह जीत भावुक करने वाली थी क्योंकि सुसाकी ने आज तक कोई अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं हारा था। विनेश ने यह जीत संघर्षपूर्ण परिस्थितियों में हासिल की, जब उन्हें इस प्रदर्शन के लिए कई मुद्दों को पार करना पड़ा।