पद्म श्री – भारत का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान

क्या आपने कभी सोचा है कि भारत में सबसे बड़े नागरिक सम्मान को कौन देता है और क्यों? वही तो पद्म श्री है – एक ऐसी कीमत जो कला, विज्ञान, सामाजिक कार्य या सार्वजनिक सेवा में असाधारण योगदान देने वाले लोगों को मिलती है। हर साल राष्ट्रपति द्वारा यह सम्मान दी जाता है, और यह जनता के बीच बहुत सम्मानित रहता है। चलिए, इसे और करीब से समझते हैं।

पद्म श्री का इतिहास और महत्व

पद्म श्री का निर्माण 1954 में हुआ था, जब भारत ने अपना पहला स्वतंत्रता के बाद का नागरिक सम्मान स्थापित किया। यह पद्म विभूषण के नीचे और आयुश्मान भारत के ऊपर आता है। इस पुरस्कार को पाने वाले लोगों की कहानियों को पढ़ते ही हमें यह महसूस होता है कि छोटे-छोटे प्रयास भी बड़ा असर डाल सकते हैं। चाहे वह ग्रामीण स्कूल में पढ़ाने वाला शिक्षक हो या अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने वाला कलाकार, सभी को यही सम्मान मिलता है।

साधारण शब्दों में कहें तो, पद्म श्री का मतलब है ‘उत्कृष्टता का प्रतीक’। इस सम्मान के कारण न सिर्फ व्यक्तिगत सम्मान बढ़ता है, बल्कि उन क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को भी नई ऊर्जा मिलती है। इसलिए हर साल इस पुरस्कार की घोषणा का इंतजार बड़े उत्साह से होता है।

2024 के पद्म श्री प्राप्तकर्ता और उनके योगदान

2024 में कई अनोखे नामों को पद्म श्री से सम्मानित किया गया। सबसे प्रमुख थे डॉक्टर अंजली सोबता, जिन्होंने ग्रामीण इलाकों में सस्ती और भरोसेमंद स्वास्थ्य सेवाएँ देने के लिए कई पहलें शुरू कीं। उनका काम महिलाओं और बच्चों की मृत्यु दर को घटाने में मददगार साबित हुआ।

एक और उल्लेखनीय नाम है संगीतकार निरंजन द्विवेदी, जिन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत को नई पीढ़ी तक पहुँचाने के लिए कई ऑनलाइन पहलों का नेतृत्व किया। उनके प्रयोगात्मक रचनाओं ने युवा दर्शकों को भी क्लासिकल संगीत की ओर आकर्षित किया।

सामाजिक कार्य में भी कई चमकते सितारे मिले। स्वराजी ग्रामीण विकास समिति की संस्थापक, मीरा कश्यप, ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए रचनात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए, जिनसे हजारों महिलाएं आज आत्मनिर्भर बन गईं।

इनके अलावा विज्ञान के क्षेत्र में भी कई नाम उभरे। जीनोमिक्स में विशेषज्ञ डॉ. रवि शंकर ने रोगों की तेज़ पहचान के लिए नई विधि विकसित की, जो अब कई सरकारी अस्पतालों में लागू हो रही है। उनका काम स्वास्थ्य सेवा को सस्ता और तेज़ बनाता है।

इन सभी कहानियों से यह स्पष्ट है कि पद्म श्री सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि एक प्रेरणा है। जब आप पढ़ते हैं कि किसने किस क्षेत्र में क्या किया, तो खुद को भी बड़ा कुछ करने की इच्छा होती है। यही तो इस सम्मान का असली जादू है – यह हमारे सामाजिक वृत्त को आगे बढ़ाता है।

यदि आप अपने आसपास किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं जिन्होंने अद्भुत काम किया है, तो उनकी कहानियों को साझा करें। शायद अगली बार उनका नाम भी इस सूची में हो। पद्म श्री हमें बताता रहता है कि भारत में हर कोने में ऐसे लोग हैं जो अपने काम से इतिहास लिख रहे हैं।

2025 पद्म पुरस्कारों की पूरी सूची: पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री विजेताओं की विशेष जानकारी
  • Sharmila PK
  • दिनांक चढ़ा हुआ 26 जन॰ 2025

2025 पद्म पुरस्कारों की पूरी सूची: पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री विजेताओं की विशेष जानकारी

भारतीय सरकार ने 2025 के पद्म पुरस्कारों की घोषणा 76वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की। इस वर्ष कुल 139 व्यक्तियों को ये प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान प्रदान किए गए, जिसमें सात को पद्म विभूषण, 19 को पद्म भूषण, और 113 को पद्म श्री सम्मान से नवाजा गया।