फ्रंट-रनिंग क्या है? आसान भाषा में जवाब

जब कोई ब्रोकर या ट्रेडर किसी बड़े ऑर्डर के आने का पता लगाता है और पहले ही खुद वही सौदा करता है, तो उसे फ्रंट-रनिंग कहते हैं। इससे ग्राहक को नुकसान होता है और ट्रैडर को अनायास फायदा मिल जाता है। यह प्रैक्टिस खासकर शेयर, फ्यूचर, और क्रिप्टो मार्केट में देखी जाती है।

फ्रंट-रनिंग कैसे काम करता है?

सोचिए आपके ब्रोकरेज प्लेटफ़ॉर्म पर एक बड़े संस्थागत निवेशक का बड़ा खरीद ऑर्डर है। सिस्टम उस ऑर्डर को प्रोसेस करने से पहले, छोटे ट्रेडर को सिग्नल मिल जाता है। छोटे ट्रेडर तुरंत वही शेयर खरीद लेता है, फिर बड़े ऑर्डर का असर बढ़ जाता है और शेयर की कीमत ऊपर चली जाती है। तब छोटा ट्रेडर अपने शेयर बेच देता है और प्रॉफिट बना लेता है। इसी को फ्रंट-रनिंग कहते हैं।

फ्रंट-रनिंग से बचने के आसान उपाय

1. भरोसेमंद ब्रोकर्स चुनें: लाइसेंस वाले और रेगुलेटेड ब्रोकर्स कम फ्रंट-रनिंग केस रखते हैं। 2. ऑर्डर की टाइमिंग बदलें: छोटे-छोटे टाइम स्लाइस में ऑर्डर डालें, ताकि बड़े ऑर्डर का पता नहीं चल सके। 3. लिमिट ऑर्डर का प्रयोग: मार्केट ऑर्डर की जगह लिमिट ऑर्डर रखें, इससे कीमत तय रहती है और अचानक बढ़ोतरी नहीं होती। 4. डिस्प्ले स्टॉप-लॉस सेट करें: अगर कीमत अचानक गिरे तो अपने नुकसान को सीमित कर सकें। 5. ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म की रिपोर्ट देखें: कई प्लेटफ़ॉर्म अब फ्रंट-रनिंग डिटेक्शन टूल्स दे रहे हैं, उनका उपयोग करें।

फ्रंट-रनिंग सिर्फ टेक्निकल टर्म नहीं, बल्कि एक ऐसी समस्या है जो रोज़मर्रा के निवेशकों को फँसा सकती है। यदि आप मार्केट में नया हैं तो छोटे कदम रखें, अपनी रिसर्च करें और भरोसेमंद संस्थानों के साथ काम करें। याद रखें, कोई भी निवेश सुरक्षित नहीं है जब तक आप खुद भी सतर्क नहीं होते।

अगर आपको फ्रंट-रनिंग या किसी और ट्रेडिंग टर्म पर सवाल है, तो कमेंट में पूछिए। हम आपके सवालों का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।

सेबी ने संदीप टंडन की क्वांट म्यूचुअल फंड में फ्रंट-रनिंग पर आशंका जताई, मुंबई और हैदराबाद में तलाशी अभियान और ज़ब्ती की कार्रवाई
  • Sharmila PK
  • दिनांक चढ़ा हुआ 24 जून 2024

सेबी ने संदीप टंडन की क्वांट म्यूचुअल फंड में फ्रंट-रनिंग पर आशंका जताई, मुंबई और हैदराबाद में तलाशी अभियान और ज़ब्ती की कार्रवाई

सेबी ने क्वांट म्यूचुअल फंड में फ्रंट-रनिंग के संदेह में तलाशी अभियान और ज़ब्ती की कार्रवाई की है। कार्रवाई में मुंबई मुख्यालय और हैदराबाद में एक संदेहपूर्ण पते को शामिल किया गया है। इसमें क्वांट के डीलरों और संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है।