सेबी ने संदीप टंडन की क्वांट म्यूचुअल फंड में फ्रंट-रनिंग पर आशंका जताई, मुंबई और हैदराबाद में तलाशी अभियान और ज़ब्ती की कार्रवाई

घर सेबी ने संदीप टंडन की क्वांट म्यूचुअल फंड में फ्रंट-रनिंग पर आशंका जताई, मुंबई और हैदराबाद में तलाशी अभियान और ज़ब्ती की कार्रवाई

सेबी ने संदीप टंडन की क्वांट म्यूचुअल फंड में फ्रंट-रनिंग पर आशंका जताई, मुंबई और हैदराबाद में तलाशी अभियान और ज़ब्ती की कार्रवाई

24 जून 2024

在 : Sharmila PK व्यापार टिप्पणि: 19

सेबी की जांच: क्वांट म्यूचुअल फंड में फ्रंट-रनिंग का मामला

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने संदीप टंडन के स्वामित्व वाली क्वांट म्यूचुअल फंड पर फ्रंट-रनिंग के संदेह में तलाशी और ज़ब्ती की कार्रवाई की है। इस कार्रवाई का मकसद फ्रंट-रनिंग जैसी अनैतिक गतिविधियों पर अंकुश लगाना है, जो निवेशकों के हितों के खिलाफ जाती हैं। इस अभियान के तहत सेबी ने मुंबई स्थित क्वांट म्यूचुअल फंड के मुख्यालय और हैदराबाद में संबंधित एक संदेहात्मक पते पर तलाशी ली।

फ्रंट-रनिंग: क्या है यह और क्यों है चिंताजनक?

फ्रंट-रनिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें फंड मैनेजर, डीलर या ब्रोकर अपने निजी ऑर्डर पहले प्लेस करते हैं, जबकि बड़े ट्रेड्स को निष्पादित करने के बाद बाजार में आने वाले संभावित लाभ का फायदा उठाने की कोशिश होती है। यह गतिविधि निवेशकों के भरोसे को कमजोर करती है और पूरी बाजार प्रणाली की ईमानदारी पर सवाल खड़ा करती है। यही वजह है कि सेबी ऐसे मामलों में कठोर कदम उठाती है।

क्वांट म्यूचुअल फंड की असामान्य वृद्धि

क्वांट म्यूचुअल फंड ने पिछले कुछ वर्षों में बेहद तेजी से वृद्धि की है। 2019 में कंपनी का एयूएम (एसेट अंडर मैनेजमेंट) जहाँ मात्र 100 करोड़ रुपये था, वहीं अभी यह राशि बढ़कर 90,000 करोड़ रुपये से अधिक हो चुकी है। इसके स्मॉल-कैप फंड ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है, जिनका एयूएम 20,000 करोड़ रुपये से अधिक है और इसने पिछले पाँच और तीन साल के दौरान सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है।

सेबी का फ्रंट-रनिंग के खिलाफ सख्त रुख

यह पहली बार नहीं है जब सेबी ने इस तरह की सख्त कार्रवाई की है। इससे पहले, सेबी ने एक्सिस म्यूचुअल फंड के फंड मैनेजर विरष जोशी को भी फ्रंट-रनिंग के आरोप में बैन कर दिया था। सेबी ने उस मामले में 20 संबंधित इकाइयों को भी शामिल किया और कुल 30.55 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की पहचान की थी।

क्वांट डीलरों और संबंधित व्यक्तियों की पूछताछ

सेबी की टीम ने क्वांट म्यूचुअल फंड के डीलरों और उन व्यक्तियों से पूछताछ की, जो इस मामले से संबंधित हो सकते हैं। यह पूछताछ विशाल उन्मूलन की रणनीति का हिस्सा है, जिसमें किसी भी प्रकार की अनैतिक गतिविधियों पर रोक लगाने का प्रयास किया जाता है।

इस पूरे अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि म्यूचुअल फंड उद्योग का संचालन पारदर्शी और निवेशकों के हित में ही हो। यह देखने वाली बात होगी कि सेबी की इस कार्रवाई के बाद क्वांट म्यूचुअल फंड और अन्य संबंधित इकाइयों पर क्या प्रभाव पड़ता है और क्या निवेशकों का भरोसा एक बार फिर से बहाल हो पाता है।

टिप्पणि
Sahaj Meet
Sahaj Meet
जून 26 2024

ये सब तो पहले से चल रहा था भाई... बस अब ध्यान आया। क्वांट के फंड्स में जो भी पैसा डालता है, उसे लगता है वो शेयर मार्केट का जादूगर है। असल में वो बस बाजार के बाहर खड़े हैं और देख रहे हैं कि कौन क्या खरीद रहा है।

Madhav Garg
Madhav Garg
जून 26 2024

Front-running एक अनैतिक और अवैध अभ्यास है जिसे सेबी ने लंबे समय से रोकने की कोशिश की है। क्वांट के इस मामले में जांच जरूरी थी, क्योंकि निवेशकों का विश्वास बाजार की आधारशिला है।

Sumeer Sodhi
Sumeer Sodhi
जून 27 2024

फिर से एक बड़ा फंड हाउस बर्बाद हो रहा है। लोग तो ये सोचते हैं कि एमएफ में पैसा डाल दो तो बच्चे भी अमीर हो जाएंगे। लेकिन जब तक तुम फंड मैनेजर के दिमाग के अंदर नहीं जा सकते, तब तक तुम बस उनके शिकार बने रहोगे। इस बार तो सेबी ने सचमुच गेम बदल दिया।

Vinay Dahiya
Vinay Dahiya
जून 28 2024

फ्रंट-रनिंग... फ्रंट-रनिंग... ये शब्द तो अब इतना आम हो गया कि लगता है जैसे कोई फ्रेंच डिश हो... बाकी सब तो चल रहा है, बस अब बाहर वाले भी देखने लगे। ये सब तो एक बड़ी धोखेबाजी है, और निवेशकों को अभी तक नहीं समझ आया कि उनका पैसा कहाँ जा रहा है।

Sai Teja Pathivada
Sai Teja Pathivada
जून 29 2024

अरे भाई ये सब तो अब तक चल रहा था... अब तो सेबी ने भी जाग लिया! लेकिन ये सवाल है कि कितने और क्वांट हैं जो ऐसा कर रहे हैं? क्या ये सिर्फ एक फंड है या सारे फंड हाउस इसी तरह काम कर रहे हैं? मैंने तो अपना पैसा इसी कंपनी में डाला हुआ है... अब क्या होगा? 😰

Antara Anandita
Antara Anandita
जुल॰ 1 2024

इस तरह की जांच जरूरी है। निवेशकों को अपना पैसा लगाने के लिए विश्वास की जरूरत होती है। अगर ये अनैतिक अभ्यास चलते रहे, तो लोग बाजार से दूर हो जाएंगे।

Gaurav Singh
Gaurav Singh
जुल॰ 1 2024

क्वांट ने इतनी तेजी से वृद्धि की तो अब तो लगता है जैसे किसी ने गेम चेंज कर दिया हो... अब जब उनके पैसे के बारे में सवाल उठ रहे हैं तो फ्रंट-रनिंग का आरोप लग गया... शायद ये सिर्फ एक ढोंग है

Priyanshu Patel
Priyanshu Patel
जुल॰ 1 2024

बस ये देखो कि अब कौन सा फंड असली है और कौन सा जाल... मैंने भी क्वांट में पैसा डाला था... अब डर लग रहा है। लेकिन अगर सेबी ने जांच की है तो शायद सच्चाई सामने आएगी। अब बस धैर्य रखना है।🙏

ashish bhilawekar
ashish bhilawekar
जुल॰ 3 2024

अरे यार ये तो बस एक बड़ा धोखा है! जब तक तुम नहीं जानते कि तुम्हारा पैसा किसके हाथ में जा रहा है, तब तक तुम बस एक गैर-मालिक हो! फंड मैनेजर तो अपने बाप के नाम पर लोगों का पैसा चुरा रहे हैं! इस बार तो गांव भर में आवाज़ उठी है!

Vishnu Nair
Vishnu Nair
जुल॰ 4 2024

अगर हम इसे एक सिस्टमिक रिस्क के रूप में देखें तो फ्रंट-रनिंग एक एल्गोरिदमिक आर्बिट्रेज फॉर्म है जो असममित जानकारी के आधार पर लाभ उठाता है, और जब इसे एक एक्सटर्नल रेगुलेटरी फ्रेमवर्क के बिना एक अल्ट्रा-लिक्विड मार्केट में लागू किया जाता है, तो ये निवेशकों के लिए एक अनिवार्य नुकसान बन जाता है। यहाँ तक कि सेबी के लिए भी डेटा एनालिसिस और ट्रेड फ्लो मॉनिटरिंग के लिए एक एडवांस्ड ऑप्टिमाइजेशन मॉडल की आवश्यकता होती है।

Kamal Singh
Kamal Singh
जुल॰ 5 2024

ये जो बात हुई है, ये अच्छी बात है। लेकिन अगर आप निवेशक हैं तो बस ये समझ लीजिए कि कोई भी फंड आपके लिए जादू नहीं करता। अपने पैसे की जांच करें, अपने फंड के फैक्ट शीट पढ़ें, और अगर कुछ अजीब लगे तो निकाल दें। बाजार बदलता है, लेकिन आपकी समझ नहीं।

Jasmeet Johal
Jasmeet Johal
जुल॰ 6 2024

सेबी की जांच बेकार है ये सब तो अब तक चल रहा है और अब भी चलेगा

Abdul Kareem
Abdul Kareem
जुल॰ 6 2024

इस तरह के मामलों में जांच का अहमियत तो है ही, लेकिन ये भी देखना चाहिए कि क्या ये सिर्फ एक अकेला फंड है या ये एक बड़ा ट्रेंड है। अगर ये ट्रेंड है तो फिर सेबी को अपनी रणनीति बदलनी होगी।

Namrata Kaur
Namrata Kaur
जुल॰ 8 2024

अब तो लोग फंड में पैसा डालने से डरने लगे।

indra maley
indra maley
जुल॰ 8 2024

क्या विश्वास कोई वस्तु है जिसे बाजार में खरीदा जा सकता है? या ये तो एक अदृश्य नियम है जो हम सब अपने दिल में लिखते हैं? अगर हम अपने निवेश के लिए विश्वास को बाजार के नियमों पर छोड़ दें, तो क्या हम अपने आप को धोखा दे रहे हैं?

Kiran M S
Kiran M S
जुल॰ 9 2024

क्वांट के फंड्स की तेजी से बढ़ती हुई एयूएम ने तो देखने वालों को भी चौंका दिया। लेकिन अब जब इसके पीछे का राज खुल रहा है, तो लगता है जैसे किसी ने एक अत्यंत जटिल फिलोसोफी को बेचने की कोशिश की हो। असली ज्ञान तो वही है जो आपके दिमाग में बैठे हो।

Paresh Patel
Paresh Patel
जुल॰ 10 2024

हम सब इस बात को जानते हैं कि बाजार में कुछ भी निश्चित नहीं होता। लेकिन अगर हम एक ऐसे फंड में पैसा डाल रहे हैं जहाँ विश्वास की बात नहीं बची, तो अब बस अपने पैसे को बचाने का रास्ता ढूंढना होगा। ये जांच एक शुरुआत है।

anushka kathuria
anushka kathuria
जुल॰ 11 2024

सेबी की इस कार्रवाई को एक आवश्यक और उचित कदम माना जाना चाहिए। निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए विनियामक निकायों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

Sumeer Sodhi
Sumeer Sodhi
जुल॰ 12 2024

तुमने जो कहा, वो सच है। लेकिन अगर सेबी ने एक बार ये गेम बदल दिया, तो अब दूसरे फंड्स के लिए भी डर शुरू हो जाएगा। अब तो वो भी अपने एल्गोरिदम बदल देंगे। ये तो एक नया खेल शुरू हो गया है।

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