क्रिकेट में शतकीय पारी का बोल्ड नाम सुनते ही दिल धड़कता है, है ना? खासकर जब बात प्रथम श्रेणी शतक की आती है। यह पहला बड़ा माइलस्टोन है जो एक खिलाड़ी को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाता है। आप भी सोच रहे होंगे कि यह शतक कैसे बनता है और इसका असर क्या होता है। चलिए, सरल भाषा में समझते हैं।
सबसे पहले, शतक बनाने के लिए बेसिक तैयारियों पर ध्यान देना जरूरी है। अच्छी फॉर्म में रहना, नेट प्रैक्टिस में लगातार समय देना और प्रत्येक बॉल का मूल उद्देश्य समझना – यही शुरुआती कदम हैं। अभ्यास में आप गुड़िया मारना नहीं, बल्कि गेंद के दिशा, स्पिन और पिच की बदलती स्थिति को पढ़ना सीखें।
उदाहरण के तौर पर, पिछले कुछ सालों में हमने देखा कि कई युवा बल्लेबाजों ने अपनी करियर की शुरुआती ही शतकीय पारी बनाई। जैसे विराट कोहली ने 2025 में एक शतक मारा, जिससे उसका आत्मविश्वास दुगुना हो गया। यही बात हमारे कई पोस्ट्स में भी दोहराई गई है।
शतक आसान नहीं, पर सही योजना से संभव है। पहले दो ओवर में रिफ्लेक्टिव खेल रखें, फिर धीरे-धीरे अपना स्कोर बढ़ाएँ। जब आप 30-40 रन पर हों तो जोखिम कम रखें, और 70 के बाद थोड़ी आक्रमणशीलता बढ़ाएँ – क्योंकि इस दौरान बॉलर्स अक्सर बदलाव करने की कोशिश करते हैं।
एक और महत्वपूर्ण बात है मैच सिचुएशन का विश्लेषण। यदि टीम को तेज़ रन चाहिए तो आप थोड़ा रेट्रोसेस खेल सकते हैं, लेकिन अगर पिच धीमी है तो ब्लॉकिंग पर फोकस करना चाहिए। यही कारण है कि कई खिलाड़ी अपने कोच के साथ वीडियो एनालिसिस करके व्यक्तिगत रणनीति बनाते हैं।
टिप: हर शॉट का अभ्यास करें, चाहे वह कवर ड्राइव हो या प्वाइंट पुश। हर बॉल को एक नया अवसर मानें, ऐसा सोचने से आपका मैनस फोकस्ड रहेगा।
अब बात करते हैं कि शतक बनना आपके करियर को कैसे बदलता है। शतक के बाद अक्सर खिलाड़ियों को स्टेटस बेज़ी, अधिक स्पॉन्सरशिप और राष्ट्रीय टीम में जगह मिलती है। यही कारण है कि कई पोस्ट्स में हमने बताया है कि कैसे एक शतक से प्रोफेशनल लेवल तक पहुँचा जा सकता है।
अगर आप अभी शुरू कर रहे हैं, तो छोटे-छोटे लक्ष्य रखें – 50 का फोकस रखें, फिर 75, फिर शतक। क्रमिक लक्ष्य आपको निरंतर प्रगति में मदद करेंगे। याद रखें, निराशा नहीं, निरंतर अभ्यास ही जीत दिलाता है।
अंत में, जब भी आप शतक बनाएं, अपने कोच, टीममेट्स और फैंस को धन्यवाद कहना ना भूलें। यह आपके नेटवर्क को मजबूत करता है और आगे के मैचों में मोटिवेशन देता है। तो अगली बार जब आप पिच पर कदम रखें, तो इस गाइड को याद रखें और पहली बार शतक की ओर बढ़ें।
संजू सैमसन ने दिलीप ट्रॉफी 2024 के दूसरे दिन इंडिया डी और इंडिया बी के मैच में अपने करियर का 11वां प्रथम श्रेणी शतक लगाया। इस उपलब्धि ने उन्हें सबसे ज्यादा प्रथम श्रेणी शतक लगाने वाले केरल के खिलाड़ियों की सूची में तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया।