जब रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक बहु-क्षेत्रीय समूह है जो ऊर्जा, रिटेल, डिजिटल और नई तकनीकों में अग्रसर है, भी कहा जाता है तो उसके सैकड़ों करोड़ों की बाजार पूँजी तुरंत दिमाग में आती है। इसे अक्सर Reliance Industries Limited भी कहा जाता है। इस समूह का मुख्य सिद्धांत "ऊर्जा से लेकर डिजिटल तक एक ही छत के नीचे" है, जिससे वह विविध उद्योगों में समान रूप से मजबूत बनता है।
रिलायंस की सबसे तेज़ी से बढ़ती शाखा जियो, डिजिटल कनेक्टिविटी, ब्लॉकचेन, क्लाउड सेवाएँ और एआई‑आधारित समाधान प्रदान करने वाला प्लेटफ़ॉर्म है। जियो न केवल भारत के सबसे बड़े मोबाइल नेटवर्क में से एक है, बल्कि रिमोट वर्क, ई‑कमर्स और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस बीच रिलायंस रिटेल, देश की सबसे बड़ी किराना‑सेवा श्रृंखला, फूड‑कॉर्ट और फास्ट‑फ़ैशन ब्रांड्स का समुच्चय भारत के उपभोक्ता बाजार को पुनः आकार दे रहा है, जहाँ छोटे‑से‑छोटे गाँव में भी सुपर‑मार्केट की सुविधा उपलब्ध हो रही है। और जब बात ऊर्जा की आती है, तो रिलायंस नवीकरणीय ऊर्जा, सोलर, वायु और ग्रीनहाइड्रोजन प्रोजेक्ट्स पर केंद्रित एक समर्पित इकाई कंपनी की भविष्य‑परिकल्पना को स्पष्ट करती है—पारम्परिक पेट्रोकेमिकल से हट कर क्लीन एनेर्जी की ओर बदलाव।
ऊर्जा खंड में रिलायंस के रिफ़ायनिंग और पेट्रोकेमिकल प्लांट दुनिया में सबसे बड़े में गिने जाते हैं; उनका उत्पादन क्षमता 1.2 मिलियन बॅरिल्स प्रति दिन है और यह निर्यात‑उद्यमियों के लिए किफ़ायती कच्चा माल प्रदान करता है। डिजिटल खंड में जियो के 5G नेटवर्क का रोल‑आउट 2024‑25 में तेज़ी से हो रहा है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी हाई‑स्पीड इंटरनेट उपलब्ध हो रहा है। रिटेल खंड में बड़े‑बड़े रियल‑एस्टेट प्रोजेक्ट्स के साथ फ़ूड‑कॉर्ट, हार्डवेयर स्टोर और एनीमेटेड बेबी प्रोडक्ट्स को एक ही छत के नीचे पेश किया जाता है, जिससे ग्राहक को एक‑स्टॉप शॉपिंग का अनुभव मिलता है। नवीकरणीय ऊर्जा पहल में 15 GW से अधिक सोलर पावर प्लांट विकसित करने की योजना है, जो भारत के राष्ट्रीय लक्ष्य 450 GW सौर ऊर्जा को पूरा करने में मदद करेगा।
इन सबकी मध्य में एक स्पष्ट संबंध है: रिलायंस इंडस्ट्रीज विभिन्न सेक्टरों को एकीकृत डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से जोड़ती है, जिससे डेटा‑ड्रिवन निर्णय‑लेना आसान हो जाता है। जियो के डेटा‑सेंटर रिटेल सप्लाई‑चेन को रीयल‑टाइम इन्साइट्स देते हैं, जबकि नवीकरणीय ऊर्जा की उत्पादन आँकड़े क्लाउड‑आधारित एनालिटिक्स द्वारा मॉनिटर होते हैं। इस प्रकार कंपनी का हर व्यवसाय दूसरे को सशक्त बनाता है—एक सच्चा इको‑सिस्टम बनाता है।
हाल के समय में कंपनी ने कई महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं: 2025 की शुरुआत में जियो 5G को बड़े शहरों में पूरी तरह से उपलब्ध कराया, रिलायंस रिटेल ने 1500 नए स्टोर खोल कर ग्रामीण बाजार में पकड़ बना ली, और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग ने दो बड़े‑पैमाने के ग्रीनहाइड्रोजन प्लांट की घोषणा की। ये पहलें न सिर्फ व्यापारिक वृद्धि को तेज़ करती हैं, बल्कि सामाजिक प्रभाव—जैसे ग्रामीण डिजिटल साक्षरता, रोजगार सृजन और पर्यावरणीय स्थिरता—को भी बढ़ावा देती हैं।
यदि आप इस टैग पेज पर आए हैं, तो आप रिलायंस की हालिया खबरों, विश्लेषण और उद्योग‑संबंधी अपडेट्स की एक विस्तृत सूची पाएँगे। नीचे दी गई लेखों में आप देखेंगे कि कैसे कंपनी की नई नीतियां, तकनीकी बदलाव और रणनीतिक निवेश भारतीय अर्थव्यवस्था को आकार दे रहे हैं। तैयार हो जाइए, क्योंकि आगे बढ़ते हुए आप विभिन्न सेक्टरों में रिलायंस की भूमिका को गहराई से समझेंगे।
Anant Ambani ने 170 किमी पद्यात्रा पूरी कर द्वारकाधीश मंदिर में दर्शन किया, जन्मदिन से पहले राम नवमी पर, जिससे युवा पीढ़ी को आध्यात्मिक प्रेरणा मिली।