सौरव गांगुली – सभी प्रमुख बातें

सौरव गांगुली का नाम सुनते ही हर भारतीय को क्रिकेट की याद आती है। 1972 में कबुलीगर, दिल्ली में जन्मे गांगुली ने बालकनी से ही बल्ले का शौक रखा। स्कूल में ही उनके राजनेता‑खेल कोच ने उन्हें तेज़ी से आगे बढ़ाने की राह दिखायी, और यहीं से उनका क्रिकेट सफर शुरू हुआ।

सौरव गांगुली का शुरुआती जीवन और क्रिकेट सफर

किशोर उम्र में गांगुली ने अपना पहला प्रथम श्रेणी मैच खेला और जल्दी ही न्यूजाइलैंड व इंग्लैंड के टूर में जगह बना ली। 1992 में उन्होंने भारत के लिए अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू किया। शुरुआती सालों में उनका स्ट्रेट‑एंड‑ड्रॉप शॉट और तेज़ रन‑रनिंग ने उन्हें ‘न्यू वर्ल्ड’ का प्रतीक बना दिया। 1996 में विश्व कप जीतने के बाद गांगुली का नाम हर घर की लिविंग रूम में सुनाई देता था।

1999 में उन्हें भारतीय टीम का कप्तान चुना गया। उनका कप्तान बनने के बाद टीम ने कई बड़ी जीतें हासिल कीं – 2000‑01 में पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक जीत और 2002 में इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीत। गांगुली की कप्तानी का सबसे बड़ा फायदा यह था कि उन्होंने टीम में युवा खिलाड़ियों को मौका दिया, जैसे सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह और राहुल द्रविड़। उनका मानना था कि टीम को ऊर्जा चाहिए, इसलिए उन्होंने कई नए चेहरे पेश किए।

आज के समय में सौरव गांगुली की अहम भूमिका

खेल से रिटायर होने के बाद गांगुली ने कई अहम पद संभाले। सबसे पहले उन्होंने भारत की राष्ट्रीय क्रिकेट बोडी (BCCI) में महाविषयक पद संभाला और फिर बिंग बॉलिंग के लिए टिम के साथ काम किया। 2019 में उन्हें भारतीय प्रीमियर लीग (IPL) की कोचिंग टीम में हेड कोच बनाया गया, जहाँ उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स को दो साल लगातार प्लेऑफ में पहुँचाया।

आज गांगुली अपनी टीवी विश्लेषण के लिए भी मशहूर हैं। उन्होंने कई क्रिकेट चैनलों पर विशेषज्ञ के तौर पर मैचों का विश्लेषण किया और आम दर्शकों को आसान भाषा में खेल की बारीकियों को समझाया। उनके टिप्पणी में अक्सर युवा खिलाड़ियों के लिए साईड टिप्स भी होते हैं, जिससे उनके फैंस को सीधा लाभ मिलता है।

हाल ही में गांगुली ने एक नई पहल शुरू की है – "क्रिकएडू"। यह एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म है जहाँ वे स्कूल‑कॉलेज छात्रों को मुफ्त में क्रिकेट की बुनियादी तकनीक सिखाते हैं। उनका लक्ष्य है कि ग्राउंड पर हर बच्चा एक मौका पाये, चाहे वह गांव में रहता हो या शहर में। इस पहल को कई स्कूलों ने सराहा है और अब यह देशभर में फैल रहा है।

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सौरव गांगुली: भारतीय क्रिकेट के 'दादा' का 52वां जन्मदिन
  • Sharmila PK
  • दिनांक चढ़ा हुआ 8 जुल॰ 2024

सौरव गांगुली: भारतीय क्रिकेट के 'दादा' का 52वां जन्मदिन

सौरव गांगुली, भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान जिन्हें भारतीय क्रिकेट को पुनः विश्वास दिलाने का श्रेय दिया जाता है, आज 52 वर्ष के हो गए। 'प्रिंस ऑफ कोलकाता' के नाम से मशहूर गांगुली ने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू पर शतक बनाया था। गांगुली ने युवराज सिंह और हरभजन सिंह जैसे कई युवा प्रतिभाओं को निखारा और भारत को कई महत्वपूर्ण मैचों में जीत दिलाई।