जब आप टेस्ट शतक, क्रिकेट में वह व्यक्तिगत स्कोर है जब कोई खिलाड़ी एक ही इनिंग में 100 रन बनाता है. इसे अक्सर शतक कहा जाता है, यह बैट्समैन की टिकाऊ क्षमता और मानसिक ताकत को दिखाता है।
इसी खेल की बुनियाद क्रिकेट, एक टीम स्पोर्ट है जहाँ दो टीमें बैट और बॉल के बीच प्रतिस्पर्धा करती हैं पर टिकी है। बेट्समैन, वह खिलाड़ी है जो पिच पर बैट से गेंद मार कर रन बनाता है के बिना टेस्ट शतक संभव नहीं। टेस्ट शतक हासिल करने के लिए बैट्समैन को लंबी इनिंग्स, धीरज और स्थितियों के अनुसार खेलने की समझ चाहिए। यही कारण है कि टेस्ट शतक को अक्सर सबसे प्रीमियम बैटिंग मापदंड माना जाता है।
टेस्ट शतक का इतिहास 19वीं सदी से शुरू होता है, जब पहले ही मैचों में सैकड़ों के मील के पत्थर बने। आज तक के सबसे बड़े नाम, जैसे सर डोनाल्ड ब्रैडमैन, सांचो टेंडुलकर और वर्तमान में सैमिट पैटिल, ने इस फॉर्मेट में अनगिनत शतक बनाए हैं। इन रिकॉर्डों को समझने के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के आँकड़े देखना ज़रूरी है, क्योंकि इस प्रतियोगिता में शतक अक्सर टीम की जीत की दिशा तय करता है। ऑस्ट्रेलिया, भारत और इंग्लैंड जैसे देशों ने लगातार उच्च औसत बनाए रखा है, जिससे उनके बैट्समैन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है।
हाल ही में ICC ने टेस्ट मैचों में स्ट्राइक रेट और फ़ेसिंग टेस्टिंग को नई दिशा दी है। अब वह टीमें जो लगातार शतक बनाती हैं, वे रैंकिंग में ऊपर उठती हैं और टूरिंग शेड्यूल में बेहतर अवसर पाती हैं। साथ ही, टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट के कारण वैकल्पिक इनिंग रणनीतियाँ विकसित हुई हैं, जिससे शतक बनाने की संभावना भी बदलती है।
इस पेज पर आपको विभिन्न लेख मिलेंगे जो टेस्ट शतक से जुड़ी विभिन्न पहलुओं को कवर करते हैं – जैसे शतक बनाने की तकनीकी टिप्स, सबसे बेहतरीन शतक वाली पिचेज, और प्रमुख बैट्समैन के व्यक्तिगत कहानियाँ। नीचे दी गई लिस्ट में हर लेख आपको नई सीख देगा और टेस्ट शतक के रहस्य को और स्पष्ट करेगा। आगे बढ़िए, देखें कौन‑से शतक ने क्रिकेट की दुनिया को हिला दिया और आपकी अगली पारी में क्या बदलाव ला सकते हैं।
KL राहुल ने 3 अक्टूबर को अहमदाबाद में वेस्ट इंडीज के खिलाफ 100 रन बनाकर 9 साल बाद घरेलू टेस्ट शतक हासिल किया, रिकॉर्ड तोड़े।