अगर आप क्रिकेट के फ़ैन हैं तो टॉम लैथम का नाम सुनते ही दिमाग में उनका मजबूत आक्रमण और धाकड़ खेल जुड़ जाता है। छोटे से गाँव से निकल कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकते टॉम ने अपने करियर में कई मोड़ देखे हैं, और हर बार अपनी बल्लेबाज़ी से लोगों को हैरान किया है। इस लेख में हम उनके शुरुआती दिन, अंतरराष्ट्रीय करियर और IPL में किए गए प्रदर्शन को सरल शब्दों में समझेंगे।
टॉम ने अपना घरेलू क्रिकेट करियर लगभग 15 साल की उम्र में शुरू किया। शुरुआती मैचों में उनका टॉप स्कोर 85 था, जिससे चयनकों का ध्यान तुरंत आकर्षित हुआ। 2015 में उन्होंने पहली बार टेस्ट टीम में जगह बनाई और जोन बॉसी के खिलाफ अपनी पहली शतक बनाई। इस शतक ने उन्हें निरंतर रुबाब में रख दिया और अगले साल वे वनडे और T20 में भी शामिल हुए।
इंटरनेट पर उनकी सबसे ज़्यादा बात यह है कि वे दबाव में भी बड़े स्कोर बना लेते हैं। 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 120* की शानदार पारी पर खेला, जो टीम को जीत दिलाने में मददगार रहा। उनका सबसे बड़ा आँकड़ा 184* है, जो उन्होंने वेस्ट इंडीज के खिलाफ बनाया था। ये आँकड़े बताते हैं कि टॉम बड़े पिच पर भी कैसे अपना खेल बना लेता है।
IPL में टॉम का पहला अवसर 2019 में आया जब उन्हें रॉयल चैम्पियंस बंगाल (RCB) ने बुलाया। शुरुआती सीज़न में उन्होंने 400 रनों की अच्छी इंक्रीमेंट दी, लेकिन टीम की जीत में उनका योगदान सीमित रहा। 2022 में उनका ट्रांसफ़र कोलकाता नाइट राइडर्स (KNR) को हुआ, जहाँ उन्होंने 500+ रन की नई ऊंचाई छू ली।
2025 की नीलामी में टॉम ने इटली का प्रतिनिधित्व करने वाले थॉमस ड्राका के साथ मिलकर एक नया बैंड बनावने की कोशिश की। ड्राका ने इटली को IPL में पहली बार आवाज़ दि दी, और टॉम ने उन्हें राजनीति‑से‑क्रिकेट की सीख बताई। इस साझेदारी ने कई भारतीय फैंस को अनोखा नजरिया दिया। टॉम की फॉर्म में स्थिरता आई, और उन्होंने अपनी तेज़ बैटिंग और फील्डिंग से टीम को कई जीत दिलाई।
अगर आप टॉम की वर्तमान फ़ॉर्म देखना चाहते हैं तो सबसे हाल की मैच रिपोर्ट देखें। पिछले मैच में उन्होंने 73 रन की तेज़ पारी खेली, जिसमें 8 चौके और 2 छक्के थे। उनकी स्ट्राइक रेट 140+ थी, जो बताती है कि वे अभी भी अपने सर्वश्रेष्ठ रूप में हैं।
टॉम लैथम का नाम सिर्फ बल्लेबाज़ी तक ही सीमित नहीं है। उन्होंने कई बार मैच के बाद अपने इंटरव्यू में युवा खिलाड़ियों को सलाह दी—जैसे कि रिज़्यूमे में प्रोफेशनल अनुभव को हाईलाइट करना और इंटर्नशिप करना। इस तरह की टिप्स उन्हें एक मेंटर भी बनाती हैं।
संक्षेप में, टॉम लैथम एक ऐसा खिलाड़ी हैं जो हर फॉर्मेट में अपने आप को ढाल लेता है। उनका करियर उतार‑चढ़ाव से भरा रहा है, पर हर बार वे वापस अपने सबसे बेहतर स्तर पर आते हैं। चाहे वह टेस्ट, ODI या T20 हो, टॉम की बल्लेबाज़ी हमेशा कुछ न कुछ नई चीज़ लेकर आती है। तो अगर आप उनके अगले मैच की ताज़ा ख़बरें चाहते हैं, तो हमारी साइट पर रोज़ अपडेट देखना न भूलें।
न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने भारत के कप्तान रोहित शर्मा का बचाव किया है। हाल की टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड की ऐतिहासिक जीत के बावजूद लैथम ने कहा कि भारत अचानक से खराब टीम नहीं बन गई। पुणे में 113 रन की जीत से न्यूजीलैंड ने सीरीज अपने नाम की। लैथम ने भारतीय टीम की सराहना की और कहा कि वे एक गुणवत्ता से भरी टीम हैं।