विद्युत आघात: कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

जब हम विद्युत आघात, वोल्टेज के संपर्क में आने से शरीर में तेज़ विद्युत प्रवाह का प्रवेश और उसके कारण होने वाली चोट. Also known as इलेक्ट्रिक शॉक, it poses immediate risk to heart rhythm, muscles and nervous system. इस प्रकार का शॉक अक्सर घर के जुड़वाँ सॉकेट, खुले तार या खेत में बिजली के बिखराव के कारण होता है। विद्युत आघात सिर्फ दर्द नहीं, बल्कि दिमाग़ी भ्रम, सांस लेना मुश्किल और कभी‑कभी मौत तक ले जा सकता है। इसलिए विद्युत सुरक्षा, बिजली के उपयोग के दौरान अपनाए जाने वाले नियम‑क़ानून जैसे इन्सुलेशन, उपकरण जांच और फ्यूज़ का उपयोग को समझना ज़रूरी है। इस टैग पेज में हम बताएँगे कि कैसे एक छोटी सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना बन सकती है और कौन‑सी प्रैक्टिकल चेक‑लिस्ट आपके घर या कार्यस्थल को सुरक्षित रख सकती है।

शॉक के बाद तत्काल क्या करें?

जब कोई व्यक्ति शॉक उपचार, विद्युत आघात के बाद प्राथमिक चिकित्सा कदम जैसे कि पावर बंद करना, हृदय जाँच, CPR और मेडिकल इमरजेंसी कॉल की जरूरत में पड़ता है, तो समय सबसे बड़ी सीमा बन जाता है। सबसे पहले स्रोत को डिस्कनेक्ट करें – अगर आप स्वयं नहीं पहुँच सकते तो कोई अन्य व्यक्ति मदद करे। फिर प्रभावित व्यक्ति को तुरंत सुरक्षित साइड पर ले जाएँ, यह सुनिश्चित करें कि शरीर की धड़कन और श्वास सामान्य है या नहीं। यदि दिल नहीं धड़क रहा या सांस नहीं ले रहा, तो तुरंत आपातकालीन बचाव, सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) और एम्ब्युलेंस को बुलाने की प्रक्रिया की शुरूआत करें। कई बार शॉक के बाद व्यक्ति को तुच्छ चोट लगती है, लेकिन अंतःशिरा जलन या मांसपेशियों में एट्रॉफ़ी हो सकती है। इसलिए अस्पताल में एलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ECG) और रक्त परीक्षण कराना बहुत जरूरी है। उचित त्वरित कदम न केवल जीवन बचाते हैं, बल्कि बाद में जटिलताओं को भी घटाते हैं।

आखिर में यह समझना भी महत्वपूर्ण है कि इलेक्ट्रिकल चोट, विद्युत प्रवाह के कारण उत्पन्न होने वाली त्वचा जलन, मांसपेशी टूट‑फूट या तंत्रिका तंत्र की क्षति कैसे होती है और इसे रोकने के लिये कौन‑सी दैनिक आदतें अपनाई जाएँ। उदाहरण के तौर पर, सभी कामों में रबर के दाँते वाले दस्ताने, इन्सुलेटेड टूल और सर्विस के दौरान त्रुटिरहित ग्राउंडिंग आवश्यक हैं। बिजली के उपकरणों को नियमित रूप से सर्विस करवाएँ, सॉकेट और स्विच में पानी या नमी न होने दें, और बच्चों को बिजली के खतरे के बारे में सरल शब्दों में समझाएँ। जब इन पहलुओं को रोज़मर्रा की जिंदगी में शामिल किया जाता है, तो विद्युत आघात जैसी गंभीर घटनाओं की संभावना काफी घट जाती है। नीचे दी गई सूची में आप पाएँगे ऐसे लेख जो इन सभी बिंदुओं को विस्तृत रूप में समझाते हैं, साथ ही कुछ केस स्टडीज़ भी हैं जो दिखाते हैं कि सही तैयारी कैसे जीवन बचा सकती है। अब आप तैयार हैं—आइए इस टैग के अंतर्गत उपलब्ध जानकारी को देखें और अपने दैनिक जीवन में सुरक्षा को प्राथमिकता दें।

मध्य प्रदेश में 50 जिलों पर बिजली‑वायु के लिए पीला चेतावनी, दिल्ली में बादल और हल्की बारिश
  • Sharmila PK
  • दिनांक चढ़ा हुआ 6 अक्तू॰ 2025

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5 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के 50 जिलों में तेज़ हवाओं और बिजली के लिए पीला चेतावनी जारी, जबकि दिल्ली‑एनसीआर में बादल छाया और हल्की बारिश की संभावना है।