योग के लाभ: रोज़ाना करने से जीवन में क्या बदलता है?

क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ 30 मिनट की साधारण योग सत्र आपके पूरे दिन को कैसे बदल सकती है? अक्सर हम व्यस्तता में फँस जाते हैं, लेकिन योग फालतू नहीं, यह शरीर और दिमाग दोनों को रीसेट करता है। नीचे हम बताते हैं कि रोज़ाना योग करने से आपके शरीर, मन और ऊर्जा स्तर पर क्या असर पड़ता है।

शारीरिक लाभ

पहली बात जो लोग नोटिस करते हैं, वह है शरीर की लचक। सूर्य नमस्कार जैसे सरल क्रम से हमारे मांसपेशियाँ खिंचती हैं और जोड़ बेहतर होते हैं। इससे पीठ, कंधे और गर्दन की दर्द में कमी आती है। रोज़ाना कुछ साधारण आसन करने से रक्त संचार सुधरता है, जिससे रक्त में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है और थकान कम होती है।

दूसरा बड़ा फायदा है मेटाबॉलिज़्म बढ़ना। योग के दौरान धड़ और पेट की मांसपेशियों को सक्रिय करने से कैलोरी बर्न होती है, जो वजन कम करने में मदद करती है। कुछ हठ योग या पावर योग सत्र में पवनमुक्ता, अधोमुख श्वानासन जैसे उल्टा करने वाले आसन पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाते हैं।

मानसिक व भावनात्मक लाभ

योग सिर्फ शरीर नहीं, बल्कि दिमाग को भी शांत करता है। प्राणायाम और धीमी, गहरी साँस लेने से तनाव हार्मोन कोर्टिसोल कम होता है। इसका असर तुरंत महसूस होता है – आप ज्यादा शांत, स्पष्ट सोच वाले और बेहतर फोकस करने वाले बनते हैं।

ध्यान (ध्यानमग्न) के साथ जुड़ा योग आपके मूड को संतुलित करता है। रोज़ाना 5‑10 मिनट ध्यान करने से डिप्रेशन के लक्षण घटते हैं और खुशी के हार्मोन एंडॉर्फिन रिलीज़ होते हैं। इस बदलाव से नींद भी सुधरती है – आप जल्दी सोते हैं और गहरी नींद लेकर ताजगी से उठते हैं।

व्यायाम के बाद मिलने वाला ‘हाई’ जैसा अनुभव योग में भी मिलता है, बस इस बार यह अधिक स्थायी और संतुलित रहता है। यह आपके आत्मविश्वास में इजाफा करता है और रोज़ की चुनौतियों को आसानी से सामना करने में मदद करता है।

सारांश में, योग एक ऐसा साधन है जो शारीरिक फिटनेस, मानसिक शांति और ऊर्जा स्तर को एक साथ बढ़ाता है। चाहे आप व्यस्त प्रोफेशनल हों, छात्र हों या घर पर रहने वाले माता‑पिता, रोज़ 15‑30 मिनट का योग आपके जीवन को बेहतर बना सकता है। अभी शुरू करें – एक आसान आसन चुनें, गहरी साँस लें, और महसूस करें कि आपका दिन कैसे बदलता है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर डल झील में योग साधकों को प्रधानमंत्री का संबोधन
  • Sharmila PK
  • दिनांक चढ़ा हुआ 21 जून 2024

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर डल झील में योग साधकों को प्रधानमंत्री का संबोधन

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर की डल झील पर योग साधकों को संबोधित किया। उन्होंने योग की महत्ता पर जोर देते हुए बताया कि कैसे योग जीवन का अभिन्न हिस्सा बन सकता है। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने बारिश के बावजूद योग के प्रति अपनी उच्च प्रतिबद्धता दिखाई। उन्होंने ध्यान और एकाग्रता के लाभों पर चर्चा की और पर्यटन के साथ योग को जोड़कर रोजगार के सृजन की संभावनाओं पर भी बात की।