तमिलनाडु के खेल मंत्री और डीएमके (द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) युवा विंग के सचिव, उदयनिधि स्टालिन ने एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा कि उनका उत्थान और संभावित डिप्टी चीफ मिनिस्टर पद पर नियुक्ति का निर्णय मुख्यमंत्री एम के स्टालिन पर निर्भर करता है। यह बयान विशेष रूप से डीएमके युवा विंग की 45वीं वर्षगांठ के शुभारंभ के मौके पर आयोजित एक बैठक के दौरान आया।
बैठक के दौरान, युवा विंग के कार्यकर्ताओं ने एक मौखिक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें उन्होंने उदयनिधि स्टालिन को डिप्टी चीफ मिनिस्टर बनाने की मांग की। उदयनिधि स्टालिन ने इस प्रस्ताव के प्रति अपने सम्मान और समर्थन को व्यक्त करते हुए कहा कि वह इस जिम्मेदारी के लिए तैयार हैं, लेकिन आखिरी निर्णय मुख्यमंत्री एम के स्टालिन का होगा। उन्होंने यह भी जोर दिया कि सभी मंत्री मुख्यमंत्री के समान हैं और वे मुख्यमंत्री की नींव को मजबूत करने के लिए कार्य कर रहे हैं।
अपनी संगोष्ठी में, उदयनिधि स्टालिन ने युवा विंग के सदस्यों को यह भी संदेश दिया कि उनके पास महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां हैं और उन्हें सामाजिक मीडिया की भूमिका को समझना होगा। उन्होंने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे भाजपा द्वारा फैलाए जा रहे झूठों का मुकाबला करने के लिए प्रत्येक युवा विंग इकाई के लिए अलग-अलग सोशल मीडिया पेज बनाने और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का प्रस्ताव दिया। इससे उनका काम और प्रभावी होगा।
इसके अलावा, उदयनिधि स्टालिन ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में डीएमके की सफलता के लिए तमिलनाडु और पुडुचेरी के लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने गर्व से कहा कि डीएमके ने सभी 40 सीटों पर जीत हासिल की है और इसके लिए जनता की कृतज्ञता व्यक्त की।
उदयनिधि स्टालिन का यह बयान न केवल उनके राजनीतिक करियर में महत्वपूर्ण है बल्कि पार्टी और राज्य की राजनीति में भी बदलाव का संकेत हो सकता है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अगर उदयनिधि स्टालिन को डिप्टी चीफ मिनिस्टर बनाया जाता है, तो इससे युवा विंग और पार्टी में नई ऊर्जा और जोश आ सकता है।
डीएमके का युवा विंग हमेशा से पार्टी की रीढ़ रहा है। इस विंग ने अनेक युवा प्रतिभाओं को उभरने का मौका दिया है और पार्टी की नीतियों को जनता तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उदयनिधि स्टालिन के नेतृत्व में इस विंग की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
इस सभी घटनाक्रम के बीच, पार्टी के कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। उन्होंने इस बात को दोहराया कि पार्टी की एकता और संगठन की मजबूती के लिए सभी नेताओं का समर्थन महत्वपूर्ण है।
कुल मिलाकर, तमिलनाडु की राजनीति में यह घटनाक्रम एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है और आने वाले समय में इसके परिणाम क्या होंगे, यह देखना दिलचस्प होगा। उदयनिधि स्टालिन का कहना है कि वे हमेशा पार्टी और जनता की सेवा के लिए तत्पर हैं और उनके इस उत्साह और कार्यशैली से पार्टी में नई उम्मीदें जग रही हैं।
डीएमके के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि मुख्यमंत्री एम के स्टालिन डायनामिक और परिवर्तनशील राजनीति में विश्वास रखते हैं और वे अपने बेटे उदयनिधि के उत्थान को एक सकारात्मक संकेत के रूप में देख सकते हैं।
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