विम्बलडन 2025: नवाक जडोविक ने मुलर को हराया, ज़वेरव का आश्चर्यजनक बाहर होना

घर विम्बलडन 2025: नवाक जडोविक ने मुलर को हराया, ज़वेरव का आश्चर्यजनक बाहर होना

विम्बलडन 2025: नवाक जडोविक ने मुलर को हराया, ज़वेरव का आश्चर्यजनक बाहर होना

6 अक्तू॰ 2025

在 : Sharmila PK खेल टिप्पणि: 17

जब नवाक जडोविक, सर्बियाई टेनिस खिलाड़ी और सात बार विम्बलडन विजेता, ने प्रथम राउंड में एलेक्ज़ैंड्रे मुलर को 6-1, 6-7(7), 6-2, 6-2 से हराया, तो बात बन गई। यह मुकाबला विम्बलडन 2025विंबलडन, लंदन के ऑल इंग्लैंड क्लब में मंगलवार को तीन घंटे बीस मिनट तक चला। जडोविक ने अपने पेट की परेशानी के बावजूद शानदार वापसी की, जिससे उनका 40 में से 42 जीत का रोमांचक आँकड़ा एक और स्तर पर पहुंच गया।

पहला चरण: खेल का आरम्भ और अचानक गिरावट

जडोविक ने पहले सेट में पूरी ताकत के साथ गेंद को घास पर ऐसे चलाया जैसे वह इस कोर्ट के मालिक हों। 6-1 का स्पष्ट स्कोर लेकर उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को पीछे धकेल दिया। लेकिन दूसरा सेट शुरू होते ही उनका शरीर असहज होने लगा। मुलर ने एक शानदार ब्रेक लेकर सेट को 6-6 पर ले आया, और टाई‑ब्रेक में जडोविक को छह सेट पॉइंट्स तक खोना पड़ा।

इस बीच टेनिस कोर्ट के किनारे डॉक्टर की झप्पी बार‑बार देखी गई। जडोविक ने खुद को "पेट के बग" की शिकायत की, जबकि वह दो बार मेडिकल ट्रीटमेंट माँग रहे थे। "मैं एक सेट‑आधा बेहतरी महसूस कर रहा था, फिर अचानक 45 मिनट तक सबसे बुरा महसूस किया," उन्होंने बाद में बताया। डॉक्टर की दवा ने उन्हें फिर से ऊर्जा दी, और तीसरे‑चौथे सेट में उन्होंने नियंत्रण फिर से अपने हाथ में ले लिया।

दूसरा चरण: ज़वेरव का चौंकाने वाला बाहर होना

जडोविक के मुकाबले के बाद ही यह खबर आई कि अलेक्जेंडर ज़वेरव, जो टूर्नामेंट में तृतीय सीड थे, पहले दौर में ही बाहर हो गए। उनका हार जर्मनी के युवा खिलाड़ी फ़्रिड्रिख श्मिट के हाथों हुई, जिससे कई विशेषज्ञों ने टूर्नामेंट के ड्रॉ को "सबसे बड़ा उपहास" कहा। ज़वेरव की यह हार जडोविक के लिए एक बड़ी राहत बन गई, क्योंकि अब उनका प्रमुख प्रतिद्वंद्वी पहले ही निकलेगा।

तीसरा चरण: जडोविक की आँकड़े और रिकॉर्ड

तीसरा चरण: जडोविक की आँकड़े और रिकॉर्ड

यह जीत जडोविक को 75 लगातार ग्रैंड स्लैम पहली राउंड जीतने का रिकॉर्ड फिर से दोहराने में मदद मिली। साथ ही उन्होंने इस टूर्नामेंट में अपना 100वां विम्बलडन विजय भी हासिल किया—एक ऐसी उपलब्धि जो केवल दो खिलाड़ी ही प्राप्त कर चुके हैं: रोज़र फ़ेडरर और जडोविक खुद। यह आँकड़ा दर्शाता है कि उम्र और छोटे‑छोटे चोटों के बावजूद वह अभी भी शीर्ष पर हैं।

  • पहला सेट: 6-1 (जडोविक)
  • दूसरा सेट: 6-7(7) (मुलर)
  • तीसरा सेट: 6-2 (जडोविक)
  • चौथा सेट: 6-2 (जडोविक)
  • मैच अवधि: 3 घंटे 20 मिनट
  • डॉक्टर की दवा: दो बार ट्रीटमेंट

चौथा चरण: टूर्नामेंट का अंतिम परिणाम

जडोविक के बाद टूर्नामेंट में फिर एक नया चेहरा उभरा: जैनिक सिन्नर ने फाइनल में कार्लोस अल्काराज़ को हराकर नया विजेता का खिताब खुद को दिया। इस बीच टेलीविज़न पर दर्शकों ने कई चौंकाने वाले अपसेट देखे, जैसे जैक ड्रैपर की दूसरी राउंड में हार और टेलर फ्रिट्ज़ का सेमीफ़ाइनल तक पहुंचना।

पाँचवां चरण: भविष्य की दिशाएँ और विशेषज्ञों की राय

पाँचवां चरण: भविष्य की दिशाएँ और विशेषज्ञों की राय

स्पोर्ट्स एनालिस्टों का कहना है कि जडोविक के लिए अब चुनौतियां दो भाग में बँटी हैं—शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक दृढ़ता। "यदि वह इस तरह की छोटी‑मोटी समस्याओं को जल्दी संभाल लेते हैं, तो आठवीं विम्बलडन जीत की राह उनके कदमों में है," एक टेनिस कोच ने कहा। वहीं ज़वेरव के कोच ने आशा व्यक्त की कि इस हार के बाद युवा खिलाड़ी अपने खेल को फिर से तराशेंगे और अगले सत्र में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।

Frequently Asked Questions

विम्बलडन 2025 में नवाक जडोविक की जीत का क्या महत्व है?

यह जीत जडोविक को पहले दौर में 75‑कड़ी जीत का रिकॉर्ड देती है और साथ ही उनका 100वां विम्बलडन जीत बनाती है, जो इतिहास में केवल दो खिलाड़ियों ने ही किया है। इससे उनके आठवीं विम्बलडन खिताब की संभावना फिर से जीवंत हो गई।

अलेक्ज़ैंड्रे मुलर ने इस मुकाबले में क्या किया?

मुलर ने दूसरे सेट में टाई‑ब्रेक जीत कर खेल को बराबर किया और जडोविक को दो सेट पॉइंट खोने पर मजबूर किया, लेकिन शारीरिक समस्या के कारण वह अंततः पीछे रह गया।

अलेक्जेंडर ज़वेरव की हार का टेनिस जगत पर क्या असर पड़ेगा?

ज़वेरव की शुरुआती हार ने प्रतियोगिता में एक बड़ा गैप बना दिया, जिससे जडोविक के रास्ते में कम प्रतिद्वंद्वी रहेंगे। साथ ही यह युवा जर्मन खिलाड़ियों को प्रेरित कर सकता है कि वे अगले सीज़न में अपनी फिटनेस और रणनीति पर काम करें।

जैनिक सिन्नर की जीत में कौन‑से कारक प्रमुख थे?

सिन्नर ने अपने सर्वर की सटीकता और बेसलाइन पर स्थिरता को बढ़ाया, साथ ही अल्काराज़ की गलती के मौके को तेज़ी से भुनाया। उनकी प्ले‑ऑफ़ रणनीति और शारीरिक फिटनेस ने उन्हें फाइनल में विजेता बनाया।

आगामी बड़े टेनिस टूर्नामेंट में जडोविक को क्या चुनौतियाँ मिलेंगी?

सबसे बड़ी चुनौती उनकी शारीरिक स्थिरता है, खासकर पेट की समस्याओं और छोटे‑मोटे चोटों से उबरना। साथ ही, जवानी की नई पीढ़ी—जैसे सिन्नर और अल्काराज़—का सामना करने के लिए उन्हें रणनीति में बदलाव करने की जरूरत होगी।

टिप्पणि
vishal Hoc
vishal Hoc
अक्तू॰ 6 2025

जडोविक की जीत देखकर अच्छा लगा।

Minal Chavan
Minal Chavan
अक्तू॰ 6 2025

विम्बलडन के इस संस्करण में उनका प्रदर्शन सराहनीय है।
स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बावजूद उन्होंने स्थिरता दिखायी है।

Rajesh Soni
Rajesh Soni
अक्तू॰ 7 2025

सच्ची बात तो यह है कि जडोविक ने "पेट के बग" की वजह से एक सेट में डिफ़ॉल्ट दिखाया, पर फिर भी उन्होंने वार्म‑अप रूटीन के बाद कोर्ट पर दबदबा बनाया।
सर्विस एसी, रिटर्न एसी, रिले‑ड्रिल्स का मिश्रण नज़र आया।

Nanda Dyah
Nanda Dyah
अक्तू॰ 8 2025

संदर्भ के लिये उल्लेखनीय है कि जडोविक ने इस मैच में कुल 68 एसी और 47 डबल‑फ़ॉल्ट्स किए, जिससे उनका एसी‑टु‑डबल अनुपात 1.45 रहा।
यह आँकड़ा पिछले पाँच वर्षों में उनका औसत 1.38 से थोड़ा बेहतर है।

vikas duhun
vikas duhun
अक्तू॰ 8 2025

ज़वेरव का बाहर होना बिल्कुल धूमधाम भरा नहीं था; यह एक राष्ट्रीय अपमान जैसा लगा, खासकर जब हम भारतीय दर्शकों ने उनका समर्थन किया था।
ऐसे बड़े खिलाड़ी को पहली राउंड में ही अंजाम देना हमारी हार नहीं, बल्कि उनका बेतुका खेलनैतिकता है।

Nathan Rodan
Nathan Rodan
अक्तू॰ 9 2025

वास्तव में, ज़वेरव की हार के कई पहलू हैं जिनपर चर्चा करनी चाहिए।
पहले तो यह ध्यान देना चाहिए कि वह अपनी सर्विस गेज को सही तरीके से नहीं पढ़ पा रहे थे, जिससे दोनों सेट में कई ब्रेक पॉइंट्स देते रहे।
दूसरे, उनका फुटवर्क काफी धीमा था, विशेषकर बैकहैंड के बाद।
तीसरे, उन्होंने अपने ग्रिप में बदलाव नहीं किया, जबकि कोर्ट की सतह तेज़ घास थी।
इसके अलावा, उनका साइड लिंकट्शन भी कमजोर था, जिससे रैली में वह जल्दी थक गये।
कोच के साथ संचार भी अस्पष्ट दिखा, क्योंकि खेल के बीच में कई बार वे दोहराव वाले संकेत दे रहे थे।
दुर्भाग्यवश, इस प्रकार की मौलिक त्रुटियां एक शीर्ष सीड खिलाड़ी में नहीं होनी चाहिए।
उन्हें अब अपनी ट्रैनिंग में सर्विस प्लेसमेंट और शॉर्ट सवेंशन पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
साथ ही, उनका मानसिक दृढ़ता भी जांचने की जरूरत है क्योंकि उन्होंने कुछ फ्रेमों में स्पष्ट नर्वसनेस दिखायी।
भविष्य में यदि वे इन बिंदुओं को सुधारते हैं तो दोबारा शीर्ष पर लौट सकते हैं।
परन्तु अभी के लिए, इस हार ने बड़े प्रतिद्वंद्वी जडोविक को रास्ता साफ कर दिया।
विजयी पैंट को नई ऊर्जा मिली है और वह इस मोमेंटम को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे।
साथ ही, युवा भारतीय खिलाड़ियों को यह सीख मिलती है कि बड़े टॉप-सीड की भी हार हो सकती है।
जीवन में उतार-चढ़ाव निरंतर रहता है, इसलिए सभी को लचीलापन बनाए रखना चाहिए।
आखिरकार, टेनिस सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक खेल भी है।

KABIR SETHI
KABIR SETHI
अक्तू॰ 10 2025

जड़ोविक की फिटनेस को देखते हुए, उनके पास अब घास के कोर्ट पर कुछ नई तकनीकें आज़माने का समय है।
उन्हें शायद अपने कूल‑डाउन रूटीन में कुछ योगा पोज़ जोड़ना चाहिए।

tanay bole
tanay bole
अक्तू॰ 10 2025

मैच की अवधि तीन घंटे बीस मिनट थी, जो मौसमी औसत से थोड़ा लंबा था।
इससे खिलाड़ियों की सहनशीलता की परीक्षा होती है।

Mayank Mishra
Mayank Mishra
अक्तू॰ 11 2025

जडोविक ने अपने पेट की समस्या के बाद भी खेल को नियंत्रित कर लिया, यह बहुत ही प्रभावशाली है।
वास्तव में, ऐसी स्थितियों में उनका मनोबल असामान्य रूप से उच्च रहा।

Shreyas Badiye
Shreyas Badiye
अक्तू॰ 12 2025

जडोविक की जीत से हमें आशा मिलती है 😊।
भविष्य में और भी रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे।

Poorna Subramanian
Poorna Subramanian
अक्तू॰ 12 2025

ऐसा लगता है कि उनका कोच अब भी उनके साथ सपोर्ट कर रहा है।
उन्हें अपनी डाइट और रेज़िन पर ध्यान देना चाहिए।

Soundarya Kumar
Soundarya Kumar
अक्तू॰ 13 2025

मैं सोचा था कि मुलर दूसरे सेट में ही पुरा खेल ले लेगा, पर जडोविक ने वापस धाकड़ वापसी की।
अरे, ये टेनिस कितनी मजेदार है न!

subhashree mohapatra
subhashree mohapatra
अक्तू॰ 14 2025

जडोविक की सर्विस को एक एसेसमेंट में 9.2/10 मिल रहा है, जबकि मुलर का सिर्फ 7.8 है।
इसी कारण वह सेट जीतता है।

santhosh san
santhosh san
अक्तू॰ 14 2025

ओह, वो बस पेट की शिकायत कर रहा था, लेकिन असली कारण उनका थकान था।
खेल में हमेशा ऐसे छोटे-छोटे बहाने मिलते हैं।

Jocelyn Garcia
Jocelyn Garcia
अक्तू॰ 15 2025

जडोविक की फॉर्म को देखते हुए, मैं उनके कोच को सलाह दूँगा कि वे उनके स्ट्रेचिंग रूटीन को दो घंटे बढ़ा दें।

Sagar Singh
Sagar Singh
अक्तू॰ 16 2025

वो धूमकेतु जैसा आया, फिर धूमकेतु जैसा गया

somiya Banerjee
somiya Banerjee
अक्तू॰ 16 2025

टीम इंडिया का दिल जड़ोविक में धड़का, वह हमारे लिए सच्चे हीरो हैं!
इन्हीं जीतों से राष्ट्र का गौरव बढ़ता है।

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