BSE सेंसेक्स में भारी गिरावट, निवेशकों के 4 लाख करोड़ की हानि

घर BSE सेंसेक्स में भारी गिरावट, निवेशकों के 4 लाख करोड़ की हानि

BSE सेंसेक्स में भारी गिरावट, निवेशकों के 4 लाख करोड़ की हानि

13 जन॰ 2025

在 : Sharmila PK व्यापार टिप्पणि: 17

शेयर बाजार में भारी गिरावट: सेंसेक्स और निफ्टी एक नजर में

भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों के लिए आज का दिन निराशाजनक साबित हुआ। बीएसई सेंसेक्स में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिसके कारण निवेशकों को चार लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा है। बाजार में यह गिरावट तब आई जब अमेरिकी जॉब डेटा ने निवेशकों को चिंता में डाल दिया। सेंसेक्स 654 अंक या 0.85 प्रतिशत गिरकर 76,714 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी50 में 193 अंक या 0.82 प्रतिशत की कमी आई, वह 23,238 के स्तर पर बंद हुआ।

अमेरिकी जॉब डेटा का प्रभाव और बाजार की चिंता

अमेरिकी रोजगार बाजार से संबंधित आंकड़ों में अप्रत्याशित तेजी ने निवेशकों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। दिसंबर माह में अमेरिका में 2.56 लाख नौकरियों का सृजन हुआ, जो कि उम्मीद से कहीं अधिक था। इससे अमेरिका में बेकारी दर घटकर 4.1 प्रतिशत हो गई है। इस मजबूत रोजगार बाजार की वजह से निवेशक अब 2025 में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें कम करने लगे हैं। यह निवेशकों के लिए एक निराशाजनक संकेत बन गया है, खासकर तब जब भारतीय बाजार के लिए ये संकेत अच्छा नहीं माना जा रहा है।

भारतीय बाजारों का भविष्य: संभावनाएं और चिंताएं

भारतीय बाजारों के लिए मौजूदा स्थिति चिंताजनक है। ब्याज दरों में संभावित कटौती के धुंधला होने से निवेशकों के लिए आने वाले समय में चुनौतियां बढ़ सकती हैं। अमेरिकी डेटा संकेत देता है कि वहां की अर्थव्यवस्था अब और अधिक प्रोत्साहन की आवश्यकता नहीं रखती है। जिस कारण, ग्लोबल पूंजी का प्रवाह भारत जैसे उभरते हुए बाजारों से निकलने की संभावना है। छोटे और मझौले शेयरों में 1.4% तक की कमी के साथ ही सभी प्रमुख सेक्टोरल सूचकांकों में गिरावट देखी गई।

विश्लेषकों की राय: निवेशकों को क्या करना चाहिए?

वित्तीय सेवाओं के विशेषज्ञ वी के विजयकुमार ने बताया कि इस निराशाजनक परिदृश्य में निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने संकेत दिए हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ती परिस्थितियों के आधार पर ही अगला कदम उठाना चाहिए। हालांकि, बाजारों में अस्थिरता अपेक्षित है, लेकिन दीर्घकालिक निवेशक चुस्त रह सकते हैं। छोटे और मझौले निवेशकों के लिए यह समय पुनर्विचार करने और जरूरत के हिसाब से अपनी निवेश रणनीतियों को पुनःव्यवस्थित करने का सही समय हो सकता है।

अगले कुछ दिनों के लिए पेशेवर सुझाव

सिद्धांत यह है कि बाजार में गिरावट स्थायी नहीं होती। अगले कुछ दिनों में बाजार का ध्यान अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक निर्देशांक पर भी रहेगा। वैश्विक बाजार में होने वाले वृत्तियों का सीधा असर भारतीय बाजार पर पड़ सकता है। इसलिए विशेषज्ञों का मानना है कि अल्पकालिक सुधार के लिए तैयार रहें, लेकिन भविष्य के लिए दीर्घकालिक योजना बनाना ना भूलें। यह समग्र स्थिति उन लोगों के लिए चुनौतियों और अवसरों का संगम है जो बाजार में चंचलता को समझते हैं और उसके अनुसार कार्य करने की योग्यता रखते हैं।

टिप्पणि
Sai Teja Pathivada
Sai Teja Pathivada
जन॰ 14 2025

ये सब अमेरिका के जॉब डेटा की वजह से हुआ? बस एक डेटा के आधार पर पूरा भारत बर्बाद हो गया? 😒 ये तो बस एक बड़ा फेक न्यूज़ है। जब तक रुपया डॉलर के सामने झुकता रहेगा, हमारी बाजार भी झुकती रहेगी। अमेरिका ने हमें बेच दिया है दोस्तों।

Antara Anandita
Antara Anandita
जन॰ 15 2025

इस गिरावट का मतलब यह नहीं कि भारत की अर्थव्यवस्था कमजोर है। ये तो ग्लोबल कैपिटल फ्लो का असर है। अगर आप लंबे समय तक निवेश कर रहे हैं, तो इस गिरावट को एक अवसर के रूप में देखें। बेसिक्स मजबूत हैं।

Gaurav Singh
Gaurav Singh
जन॰ 15 2025

अमेरिका में रोजगार बढ़ा तो भारत के शेयर गिर गए? ये लॉजिक क्या है भाई? अगर अमेरिका अच्छा हो रहा है तो वो पैसा हमारे पास क्यों आएगा? ये बात तो समझ में नहीं आती अगर आप नहीं जानते कि फॉरेन इन्वेस्टर्स कैसे सोचते हैं

Priyanshu Patel
Priyanshu Patel
जन॰ 15 2025

बस एक दिन की गिरावट के लिए इतना डर रहे हो? 😅 यार ये बाजार तो ऊपर नीचे होता ही है। अगर आपने अच्छे कंपनियों में निवेश किया है तो चिंता मत करो। जब तक आपका दिल ठीक है, बाजार भी ठीक हो जाएगा 💪

ashish bhilawekar
ashish bhilawekar
जन॰ 17 2025

ये तो बस एक बड़ा धोखा है भाई! बाजार को तोड़ने के लिए लोगों को डरा रखा है! जब तक आप बड़े बैंकों और फंड हाउसेज के बारे में नहीं जानते, आप ये समझ नहीं पाएंगे कि ये सब एक गेम है! वो जब गिराते हैं तो हम खरीदते हैं, और जब ऊपर जाता है तो वो बेच देते हैं! ये बाजार नहीं बल्कि एक शिकारी का खेल है! 🤯

Vishnu Nair
Vishnu Nair
जन॰ 17 2025

अमेरिकी जॉब डेटा के आधार पर फेड अगले दो साल में ब्याज दरों को नहीं काटेगा, इसलिए इमर्जिंग मार्केट्स के लिए कैपिटल फ्लो कम होगा। इसके अलावा, इंडियन मार्केट का वैल्यूएशन अभी भी डिस्काउंटेड है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि लॉन्ग टर्म ग्रोथ एंड्रॉइड बंद हो गया है। बस थोड़ा सा वॉलैटिलिटी के साथ एडजस्टमेंट हो रहा है।

Jasmeet Johal
Jasmeet Johal
जन॰ 18 2025

गिरावट हुई तो क्या हुआ अब बाजार ऊपर जाएगा ना

Abdul Kareem
Abdul Kareem
जन॰ 20 2025

क्या कोई बता सकता है कि अगर अमेरिका में रोजगार बढ़ रहा है तो फिर भारतीय शेयर बाजार क्यों गिर रहा है? मैं इस लॉजिक को समझ नहीं पा रहा। क्या ये सिर्फ एक ट्रेंड है या इसके पीछे कोई गहरा कारण है?

Namrata Kaur
Namrata Kaur
जन॰ 21 2025

डरो मत। ये गिरावट अस्थायी है। अच्छी कंपनियों में निवेश करो।

indra maley
indra maley
जन॰ 21 2025

क्या हम बाजार को एक जीवित चीज़ की तरह नहीं समझ सकते? जैसे शरीर की गर्मी बदलती है, बाजार भी अपने तापमान के साथ सांस लेता है। ये गिरावट बस एक श्वास है... अगला श्वास ऊपर की ओर होगा।

Kiran M S
Kiran M S
जन॰ 23 2025

अगर आप अपनी निवेश रणनीति के बारे में नहीं जानते, तो आप बाजार के बारे में क्या जानते हैं? ये गिरावट आपकी अज्ञानता का परिणाम है। अगर आप निवेश करने के लिए तैयार नहीं हैं, तो फिर घर पर बैठकर चाय पीते रहिए।

Paresh Patel
Paresh Patel
जन॰ 24 2025

ये गिरावट तो बहुत छोटी बात है। जब तक आप अपनी निवेश योजना के साथ रहेंगे, तब तक ये बाजार आपको बहुत कुछ देगा। बस थोड़ा धैर्य रखिए। आपके अंदर वो शक्ति है जो इस बाजार को जीत सकती है।

anushka kathuria
anushka kathuria
जन॰ 25 2025

इस गिरावट के पीछे के कारणों को समझना जरूरी है। वैश्विक ब्याज दरों के संदर्भ में भारतीय बाजार की स्थिति का विश्लेषण करना चाहिए। भावनात्मक प्रतिक्रियाएं निवेश के लिए उपयुक्त नहीं हैं।

Noushad M.P
Noushad M.P
जन॰ 27 2025

मैंने तो सोचा था भारत का बाजार तो अच्छा होगा लेकिन देखो ये क्या हो गया बस एक अमेरिकी डेटा से सब बर्बाद हो गया अब तो मैं भी शेयर बेच दूंगा

Sanjay Singhania
Sanjay Singhania
जन॰ 27 2025

लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स के लिए ये एक कॉल टू एक्शन है। अगर आपके पोर्टफोलियो में लो-कैप स्टॉक्स हैं और वो बाजार के बाहर निकल रहे हैं, तो ये एक रिबैलेंसिंग ऑपर्चुनिटी है। फंडामेंटल्स अभी भी स्ट्रॉन्ग हैं।

Raghunath Daphale
Raghunath Daphale
जन॰ 29 2025

तुम सब बेवकूफ हो! ये सब फेक न्यूज़ है! अमेरिका के जॉब डेटा को तो किसी ने भी नहीं चेक किया! ये सब बैंकों का जाल है ताकि तुम शेयर बेचो और वो खरीद लें! अगर तुम नहीं जानते तो तुम बर्बाद हो जाओगे! 😈

Renu Madasseri
Renu Madasseri
जन॰ 30 2025

इस गिरावट को एक नया शुरुआती मौका समझो। अगर आपके पास पैसा है और आप बाजार को समझते हैं, तो ये वक्त आपके लिए बहुत अच्छा है। छोटे निवेशकों के लिए ये समय बहुत खास है। धैर्य रखें, आपका अगला लाभ यहीं से शुरू होगा 🌱

एक टिप्पणी लिखें