ढाका के शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम में चल रहे बांग्लादेश बनाम आयरलैंड के दूसरे टेस्ट मैच का दूसरा दिन बांग्लादेश के लिए एक दिन ऐसा रहा जिसे वे लंबे समय तक याद रखेंगे। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरे बांग्लादेश ने 476 रन का शानदार स्कोर खड़ा किया, जिसके बाद आयरलैंड का बल्लेबाजी अनुभव बर्बाद हो गया — 38 ओवर में 98/5 का खिन्न स्कोर। अब आयरलैंड को फॉलो ऑन से बचने के लिए 378 रन बनाने होंगे, और ये एक ऐसी चुनौती है जिसके सामने उनकी टीम लगभग बेबस लग रही है।
लिटन दास और मुशफिकुर रहीम ने बनाया इतिहास
बांग्लादेश की पहली पारी का आधार दो बड़े बल्लेबाजों का शानदार प्रदर्शन था — लिटन दास और मुशफिकुर रहीम। लिटन ने 158 गेंदों में 100 रन (7 चौके, 2 छक्के) बनाकर अपना चौथा टेस्ट शतक दर्ज किया, जबकि मुशफिकुर ने 195 गेंदों में 100 रन (5 चौके) के साथ अपना 12वां टेस्ट शतक बनाया। ये दोनों बल्लेबाज 5वें विकेट के लिए 83 गेंदों में 50 रन की साझेदारी कर गए, जिससे बांग्लादेश का बल्लेबाजी अनुभव दृढ़ हुआ। इस जोड़ी ने न सिर्फ टीम को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया, बल्कि आयरलैंड के गेंदबाजों के मन में डर भी बसा दिया।
शुरुआत में शदमन इस्लाम (52) और महमूदुल हसन जॉय (83) ने 82 गेंदों में 50 रन की शुरुआत की, लेकिन जॉय के जाने के बाद बांग्लादेश को थोड़ा रुकावट का सामना करना पड़ा। नज्मुल होसैन शांतो और मोमिनुल हक भी जल्दी आउट हो गए, लेकिन लिटन और मुशफिकुर ने दबाव को तोड़ दिया। इस बीच, लिटन ने 122.6 ओवर में एलबीडब्ल्यू के लिए रिफरल चैलेंज किया — जिसे उन्होंने सफलतापूर्वक जीता। ये एक छोटा सा पल था, लेकिन इसने टीम के लिए बड़ा असर डाला।
आयरलैंड का बल्लेबाजी अनुभव बर्बाद
जब आयरलैंड का बल्लेबाजी अनुभव शुरू हुआ, तो सबको लगा कि ये एक लंबा मैच होगा। लेकिन बांग्लादेश के गेंदबाजों ने तुरंत नियंत्रण ले लिया। पहले विकेट के बाद आयरलैंड की टीम लगातार गिरती रही। 38 ओवर में 98/5 का स्कोर देखकर लगता है जैसे कोई टीम अपने बल्ले नहीं, बल्कि अपने भाग्य के खिलाफ लड़ रही है।
विकेटकीपर-बल्लेबाज लॉरकन टकर (11*) और स्टीफन डोहेनी (2*) ही अभी तक बाकी हैं। बाकी सभी बल्लेबाज अपनी जगह बिना बल्ला घुमाए ही वापस आ गए। आयरलैंड के गेंदबाज मैथ्यू हम्फ्रीज ने 36 ओवर में 117 रन देकर सिर्फ एक विकेट लिया — ये आंकड़ा बताता है कि उनकी गेंदबाजी भी बांग्लादेश के बल्लेबाजों के सामने बेकार रही।
शेरे बांग्ला स्टेडियम: बांग्लादेश का ताकतवर घर
शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम ने इस टेस्ट मैच के लिए अपनी पुरानी चमक बरकरार रखी है। यह स्टेडियम जिसे 2000 के दशक में बनाया गया था, वह अब बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) का सबसे विश्वसनीय मैदान बन चुका है। यहां तक कि आयरलैंड जैसी टीम भी इसकी तेज़ पिच और गर्म हवाओं से घबरा गई। पिछले दो टेस्ट मैचों में यहीं बांग्लादेश ने दोनों बार जीत दर्ज की थी।
ये मैच दो टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच है, और अगर बांग्लादेश इसे जीत लेता है, तो वह सीरीज 2-0 से जीतने के कगार पर पहुंच जाएगा। आयरलैंड के लिए ये एक ऐसा मौका है जो शायद एक बार मिले — लेकिन अभी तक उनका खेल बहुत बेकार लग रहा है।
अगला कदम: आयरलैंड के लिए बचने का रास्ता
आयरलैंड के लिए अगला दिन जीवन या मृत्यु का दिन होगा। उन्हें फॉलो ऑन से बचने के लिए 378 रन बनाने होंगे — जो कि एक असंभव लग रहा है। लेकिन क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है। 2019 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में 132 रनों के नुकसान से जीत दर्ज की थी। ये एक अद्भुत उदाहरण है। लेकिन आयरलैंड के लिए ये तुलना बेकार है। उनके पास न तो अनुभवी बल्लेबाज हैं, न ही विश्वसनीय गेंदबाज।
अगर आयरलैंड फॉलो ऑन दे देता है, तो बांग्लादेश के लिए जीत बहुत आसान हो जाएगी। लेकिन अगर वे 250+ रन बना लेते हैं, तो भी मैच लंबा चल सकता है। लेकिन ये सब बाद की बात है। अभी तक तो बांग्लादेश की टीम ने खेल का नियंत्रण पूरी तरह ले लिया है।
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड का बड़ा लक्ष्य
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के लिए ये सीरीज सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि एक संदेश है। वे अपने घरेलू मैचों में अब तक दुनिया की टॉप टीमों को भी हरा चुके हैं। लेकिन आयरलैंड के खिलाफ इतना बड़ा फायदा बनाना उनकी विकास की कहानी का एक नया अध्याय है। इसके बाद, बांग्लादेश के लिए श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज आ रही हैं। ये जीत उनके लिए आत्मविश्वास का एक बड़ा बूस्ट होगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
लिटन दास का ये शतक क्यों महत्वपूर्ण है?
लिटन दास का ये उनका चौथा टेस्ट शतक है, जो उन्हें बांग्लादेश के टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक शतक बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष पर लाता है। इस शतक ने उन्हें अपने बल्ले से टीम को सुरक्षित रखने का नेतृत्व करने का स्थान दिया है। उनके 158 गेंदों में 100 रन का स्कोर तेज़ और नियंत्रित बल्लेबाजी का उदाहरण है।
आयरलैंड के लिए फॉलो ऑन का निर्णय क्या बदल देगा?
अगर आयरलैंड फॉलो ऑन दे देता है, तो बांग्लादेश को दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने का फायदा मिल जाएगा। इससे उनके गेंदबाजों को दो बार बल्लेबाजी करने का मौका मिलेगा, जिससे आयरलैंड के लिए बचना लगभग असंभव हो जाएगा। इसके विपरीत, अगर वे दूसरी पारी खेलेंगे, तो उन्हें एक बड़ा स्कोर बनाना होगा — जो उनकी क्षमता से परे है।
शेरे बांग्ला स्टेडियम की पिच कैसी है?
शेरे बांग्ला स्टेडियम की पिच अक्सर बल्लेबाजों के लिए अनुकूल होती है, खासकर दूसरे और तीसरे दिन। यहां गेंद ज्यादा लेती है, और गेंदबाजों को जल्दी विकेट नहीं मिलते। लेकिन इस बार बांग्लादेश के गेंदबाजों ने बहुत अच्छा काम किया — जिससे लगता है कि पिच अब थोड़ी तेज़ हो गई है।
बांग्लादेश के लिए ये सीरीज क्यों महत्वपूर्ण है?
बांग्लादेश ने पिछले दो सालों में घरेलू टेस्ट मैचों में लगातार जीत दर्ज की है। ये सीरीज उनकी घरेलू शक्ति का प्रमाण है। अगर वे आयरलैंड को 2-0 से हरा देते हैं, तो यह उनके लिए एक बड़ा मनोवैज्ञानिक बूस्ट होगा — खासकर अगले महीने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए।