बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर 12 मई 2025 को भारत में शेयर बाजार खुला रहेगा या बंद, इस सवाल ने ट्रेडर्स को रातोंरात परेशान कर दिया है। मुंबई में स्थित दो प्रमुख एक्सचेंज – BSE और NSE – के कैलेंडर में इस दिन के बारे में सूचना उलझी हुई दिख रही है।
पहले, बुद्ध पूर्णिमा को बाजार खुला रहेगा, ऐसा News18Hindi ने अपनी रिपोर्ट में बताया। वहीं, HerZindagi यह दावा कर रही है कि कुछ डेरिवेटिव और रेपो सेगमेंट्स बंद रहेंगे। यही कारण है कि निवेशकों को अब आधिकारिक स्रोतों से दोबारा जाँच करनी पड़ रही है।
पहले ही हफ्ते, 9 मई को भारत‑पाकिस्तान तनाव के कारण सेंसेक्स 880.34 अंक गिरकर 79,454.47 पर और निफ्टी 265.80 अंक घटकर 24,008 पर बंद हुआ था। उस गिरावट के बाद कई ट्रेडर्स ने सोचा, "क्या इस हफ्ते के अंत में बड़ी छुट्टी भी होगी?" फिर आया 12 मई – बुद्ध पूर्णिमा, जो हिंदू पंचांग में एक प्रमुख त्यौहार है।
News18Hindi ने BSE की आधिकारिक वेबसाइट bseindia.com पर मौजूद ट्रेडिंग हॉलीडे कैलेंडर का हवाला देते हुए कहा कि इस दिन बाजार सामान्य रूप से खुलेगा। वहीं, HerZindagi ने उसी साइट से एक अलग स्क्रीनशॉट दिखाते हुए कहा कि "बुद्ध पूर्णिमा के दिन BSE‑NSE दोनों में कुछ विशिष्ट सेगमेंट्स बंद रहेंगे, जैसे कि करेंसी डेरिवेटिव, एनडीएस‑आरएसटी और ट्राई‑पार्टी रेपो।"
भारतीय शेयर बाजार के अवकाश कैलेंडर में आम तौर पर राष्ट्रीय सार्वजनिक छुट्टियों को शामिल किया जाता है – जैसे गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, महावीरत्री आदि। मई 2025 के कैलेंडर में लगभग 10 दिन ऐसा बताया गया है, जिसमें महाराष्ट्र दिवस (1 मई) और बुद्ध पूर्णिमा (12 मई) प्रमुख हैं।
विशेष रूप से 1 मई को BSE ने सभी प्रमुख सेगमेंट्स – इक्विटी, इक्विटी डेरिवेटिव्स, SLB, करेंसी डेरिवेटिव्स, एनडीएस‑आरएसटी, ट्राई‑पार्टी रेपो, कमोडिटी डेरिवेटिव्स और EGR – को बंद कर दिया था। यह स्पष्ट संकेत देता है कि जब कोई राष्ट्रीय अवकाश बँटा हो तो एक्सचेंज पूरी तरह से बंद हो जाता है।
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) का हॉलीडे कैलेंडर भी निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है। Live Hindustan की रिपोर्ट के अनुसार, RBI ने 12 मई को कई शहरों – अहमदाबाद, इंदौर, जयपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नई दिल्ली आदि – में बैंक को बंद बताया। बैंक बंद रहने से मौद्रिक बाजार में तरलता की कमी हो सकती है, लेकिन यह शेयर बाजार के ट्रेडिंग घंटों को सीधे नहीं बदलता। इसलिए, RBI का कैलेंडर सिर्फ एक परिप्रेक्ष्य देता है, जबकि एक्सचेंज का अपना शेड्यूल प्रमुख रहता है।
सबसे भरोसेमंद तरीका है कि एक्सचेंज की आधिकारिक वेबसाइट से सीधे पुष्टि की जाए। BSE ने हाल ही में एक प्रेस रिलीज़ जारी किया, जिसमें कहा गया कि "बुद्ध पूर्णिमा के दिन सामान्य ट्रेडिंग सत्र चलेगा, केवल कुछ वैकल्पिक डेरिवेटिव सेगमेंट्स में सीमितता रहेगी।" इसी बीच, NSE ने भी कहा कि "इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव्स खुले रहेंगे, लेकिन करंसी डेरिवेटिव्स और ट्राई‑पार्टी रेपो में ट्रेडिंग बंद रहेगी।" इस प्रकार, दोनो एक्सचेंजों ने आंशिक बंदी की पुष्टि की है, न कि पूरी तरह से बंदी की।
सारांश में, 12 मई को भारतीय शेयर बाजार "खुला लेकिन सीमित" रहेगा। यह निचले स्तर के डेरिवेटिव तक सीमित है, जबकि मुख्य इक्विटी सत्र पूरी तरह से चालू रहेगा। निवेशकों को आधिकारिक स्रोतों से दोबारा जाँच करनी चाहिए और अपने पोर्टफ़ोलियो को इस जानकारी के अनुसार री‑बैलेंस करना चाहिए।
बुद्ध पूर्णिमा के बाद 14 मई (शुक्रवार) को कोई सार्वजनिक अवकाश नहीं है, इसलिए ट्रेडिंग सामान्य रहेगा। लेकिन अगले महीने के मध्य में "रक्षाबंधन" (अगस्त) और "गणेश चतुर्थी" (अगस्त) जैसे बड़े तिथियां आने वाली हैं, जिनके लिए एक्सचेंज व RBI दोनों ही पहले से ही शैड्यूल जारी कर चुके हैं। इसलिए, निवेशकों के लिए निरंतर अपडेट लेना ज़रूरी है।
BSE और NSE दोनों ने कहा है कि इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव्स खुले रहेंगे, परंतु करंसी डेरिवेटिव, एनडीएस‑आरएसटी और ट्राई‑पार्टी रेपो सेगमेंट्स बंद रहेंगे। यह आधिकारिक संकेतक हैं, इसलिए इन तीन सेगमेंट्स में ट्रेडिंग नहीं होगी।
RBI की छुट्टियों से फंड ट्रांसफ़र और भुगतान में देरी हो सकती है, लेकिन एक्सचेंज की ट्रेडिंग सत्रें सीधे प्रभावित नहीं होतीं। इसलिए, बैंक बंद रहने से तरलता‑सम्बंधी समस्याएँ हो सकती हैं, पर ट्रेडिंग घंटों में कोई परिवर्तन नहीं आएगा।
मुख्य कारण है विभिन्न मीडिया स्रोतों द्वारा अलग‑अलग स्क्रिनशॉट या डेटा का उद्धरण। कुछ रिपोर्टें पूरी ट्रेडिंग सत्र को दर्शाती हैं, जबकि अन्य विशेष डेरिवेटिव सेगमेंट्स की बंदी पर फोकस करती हैं। आधिकारिक एक्सचेंज घोषणा ही सबसे भरोसेमंद स्रोत है।
अगस्त में रक्षाबंधन (15 अगस्त) और गणेश चतुर्थी (31 अगस्त) प्रमुख सार्वजनिक अवकाश हैं। इन तिथियों के लिए BSE, NSE और RBI ने पहले ही ट्रेडिंग और बैंकिंग शेड्यूल प्रकाशित कर दिया है, जिसमें दोनों एक्सचेंज बंद रहेंगे।
सबसे पहला कदम है आधिकारिक BSE और NSE वेबसाइट पर जाकर पुष्टि करना। फिर अपने ट्रेडिंग पोर्टफोलियो में करंसी डेरिवेटिव या रेपो पोजीशन न हों तो कोई समस्या नहीं, लेकिन यदि हैं तो ओपन पोजीशन को क्लोज़ या हेज़ करना बेहतर रहेगा। साथ ही, RBI के बंदी वाले शहरों में फंड ट्रांसफ़र में देरी को ध्यान में रखें।
fatima blakemore
अरे यार, कभी‑कभी लगता है कि मार्केट की उलझनें हमारी ज़िंदगी की ध्येय‑धुंध जैसे हैं, जरा गहराई से देखो तो सबकुछ समझ में आता है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन भी वही कहानी दोहराएगी, लेकिन शांति की भावना हमें ठंडा दिमाग रखनी चाहिए। छुट्टी का मतलब ये नहीं कि हम पूरी तरह से बेपरवाह हो जाएँ, थोड़ा‑बहुत योजना बनाकर चलना फायदेमंद रहेगा।