'Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi' के अभिनेता विकास सेठी का हार्ट अटैक से निधन - हिंदी टीवी जगत में शोक

घर 'Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi' के अभिनेता विकास सेठी का हार्ट अटैक से निधन - हिंदी टीवी जगत में शोक

'Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi' के अभिनेता विकास सेठी का हार्ट अटैक से निधन - हिंदी टीवी जगत में शोक

8 सित॰ 2024

在 : Sharmila PK मनोरंजन टिप्पणि: 21

अचानक आया हृदय घात

हिंदी टेलीविजन के मशहूर अभिनेता विकास सेठी का 48 वर्ष की आयु में हृदय गति रुकने के कारण निधन हो गया है। विकास सेठी, जिन्हें 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी', 'कहीं तो होगा', और 'ससुराल सिमर का' जैसे लोकप्रिय टीवी शोज के लिए जाना जाता है, अपने अभिनय से लाखों दर्शकों के दिलों में खास जगह बना चुके थे। उनकी इस आकस्मिक मृत्यु ने टीवी इंडस्ट्री के साथ-साथ उनके प्रशंसकों को भी गहरे शोक में डाल दिया है।

नासिक में हुआ दुर्घटना

विकास और उनकी पत्नी जानवी एक पारिवारिक समारोह में शामिल होने के लिए नासिक गए थे। जानवी ने बताया कि अपनी माता के घर पहुंचते ही विकास को उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं शुरू हो गईं। उन्होंने अस्पताल जाने से मना कर दिया, इसलिए घर पर ही डॉक्टर बुलाया गया। दुर्भाग्यवश, अगली सुबह जानवी ने पाया कि विकास की नींद में ही मृत्यु हो चुकी थी। डॉक्टर ने पुष्टि की कि हृदय घात के कारण उनके पति का निधन हो गया।

मुंबई में अंतिम संस्कार

विकास के पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के लिए मुंबई के कूपर अस्पताल भेजा गया है। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को मुंबई में किया जाएगा। विकास के इस तरह असमय चले जाने से उनके परिवार, मित्रों और सहकर्मियों को गहरा दुख पहुँचा है।

फिल्मी करियर

टेलीविजन के अलावा, विकास सेठी ने फिल्मी दुनिया में भी अपनी पहचान बनाई थी। उन्होंने 2001 में आई बॉलीवुड हिट 'कभी खुशी कभी गम' में अभिनय किया, जिसमें उन्होंने करीना कपूर खान की किरदार की दोस्त रॉबी का रोल निभाया था। इस फिल्म में छोटे से रोल ने भी उनके अभिनय की क्षमता को दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया।

परिवार में शोक

विकास सेठी अपने पीछे पत्नी जानवी और उनके जुड़वाँ बेटों को छोड़ गए हैं। जानवी ने अनायास ही अपने पति को खो दिया। उनके इस दुखदायी समय में पूरी टीवी इंडस्ट्री और उनके साथी कलाकार उनके साथ खड़े हैं। विकास के निधन से उनके परिवार को जो अपूर्णीय क्षति हुई है, उसे शब्दों में बयां करना कठिन है।

टीवी इंडस्ट्री की प्रतिक्रिया

विकास सेठी के निधन की खबर सुनते ही टीवी इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई। उनके सहकलाकारों और मित्रों ने सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएँ और श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके पुराने सहकर्मी और साथी कलाकारों ने उन्हें एक काबिल अभिनेता और बेहतरीन इंसान के रूप में याद किया।

अभिनेताओं द्वारा श्रद्धांजलि

टीवी स्टार्स और फिल्म इंडस्ट्री के लोगों ने विकास सेठी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सभी ने अपने-अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।

परिवार की मजबूती महत्वपूर्ण

ऐसे समय में परिवार का एकजुट रहना और एक-दूसरे का सहारा बनना बेहद महत्वपूर्ण है। जानवी ने अपने पति की अच्छाइयों और उनकी यादों का सम्मान करते हुए कहा कि वह अपने बच्चों के साथ विकास की यादों को संजीवित रखेंगी।

जीवन की अस्थिरता

विकास सेठी की अचानक हुई मृत्यु प्रमुखता से यह दर्शाती है कि जीवन कितना अस्थिर और अनिश्चित हो सकता है। हम सभी को अपने प्रियजनों के साथ अधिक समय बिताना चाहिए और उनकी देखभाल करनी चाहिए। इस घटना ने जीवन के इस सत्य को फिर से उजागर किया है कि कोई नहीं जानता कल क्या हो सकता है।

टिप्पणि
Sahaj Meet
Sahaj Meet
सित॰ 10 2024

ये लोग तो हमेशा बीमार होते हैं और अस्पताल नहीं जाते... अचानक ऐसा हो जाता है। विकास सेठी का तो दिल ही टूट गया था, शायद जिंदगी के दबाव से।

रात में नींद में चले गए... ये तो सबसे शांत तरीका है।

Madhav Garg
Madhav Garg
सित॰ 11 2024

विकास सेठी का निधन एक बड़ी हानि है। उनका अभिनय भावनात्मक गहराई से भरा था, और उनकी उपस्थिति हर शो को अलग बनाती थी। उनके लिए एक निष्ठावान अभिनेता के रूप में श्रद्धांजलि।

Sumeer Sodhi
Sumeer Sodhi
सित॰ 12 2024

अस्पताल नहीं गए? ये लोग तो अपनी आत्मा को भी नहीं समझते। दस्त और उल्टी के बाद डॉक्टर बुलाने की बजाय घर पर बैठे रहे... ये बेवकूफी है। अगर वह अस्पताल गए होते तो शायद बच जाते।

और फिर बीच में कभी खुशी कभी गम का रोल याद करना? वो तो बस एक छोटा सा एपिसोड था। असली काम टीवी पर था।

Vinay Dahiya
Vinay Dahiya
सित॰ 13 2024

अच्छा... तो अब हमें ये भी बताना है कि उनकी पत्नी ने डॉक्टर क्यों नहीं बुलाया? क्या वो भी बेवकूफ थी? क्या घर पर बैठकर चाय पीकर इंतज़ार करना एक अच्छा फैसला है? क्या ये भारतीय संस्कृति का हिस्सा है? बस एक बार बोल देते तो जान बच जाती!

Sai Teja Pathivada
Sai Teja Pathivada
सित॰ 14 2024

ये सब बातें तो बहुत सुंदर हैं... पर क्या आपने कभी सोचा कि शायद वो जानते थे कि अब बचेंगे नहीं? क्या आप जानते हैं कि उनके शरीर में क्या चल रहा था? मैंने एक डॉक्टर दोस्त से पूछा था... वो बोला कि अक्सर हार्ट अटैक पहले से ही होता है, बस लोग नहीं जानते।

और अगर आप जानते होते कि आपका दिल बंद होने वाला है, तो क्या आप अस्पताल जाते? या घर पर अपनी यादों में खो जाते? 😔

Antara Anandita
Antara Anandita
सित॰ 16 2024

हृदय घात के बाद घर पर रहना बहुत खतरनाक होता है। अगर कोई ऐसा हो तो तुरंत अस्पताल जाना चाहिए। ये आम गलतफहमी है कि घर पर आराम करने से ठीक हो जाएगा।

Gaurav Singh
Gaurav Singh
सित॰ 16 2024

विकास सेठी के बारे में बहुत सारे शब्द लिखे गए... पर क्या किसी ने ये पूछा कि उनके जीवन में क्या दबाव था? टीवी इंडस्ट्री में लोग ऐसे ही जल जाते हैं... और फिर शोक करते हैं। ये सब नाटक है।

Priyanshu Patel
Priyanshu Patel
सित॰ 18 2024

इतना अचानक... दिल टूट गया। जानवी को बहुत मजबूत रहना होगा। जुड़वाँ बच्चों के लिए ये बहुत कठिन होगा।

विकास जैसे लोग नहीं बनते... उनकी मुस्कान, उनकी आवाज़, उनकी शांति... सब कुछ अलग था।

मैंने उन्हें ससुराल सिमर का में देखा था... उनकी भूमिका ने मुझे रोमांचित कर दिया था।

अब वो चले गए... पर उनकी यादें हमेशा रहेंगी। ❤️

ashish bhilawekar
ashish bhilawekar
सित॰ 19 2024

वाह भाई... ये तो बहुत बड़ी बात है! विकास सेठी ने तो अपने अभिनय से दिल जीत लिए थे! उनकी आवाज़ ने तो हर दर्शक का दिल छू लिया! उनकी आत्मा अब आकाश में बहुत ऊंची उड़ रही होगी! बस एक बार आंख बंद करो... और उनकी आवाज़ सुनो... वो अभी भी हमारे साथ हैं! 🙏🔥

Vishnu Nair
Vishnu Nair
सित॰ 19 2024

हृदय घात के कारण मृत्यु आमतौर पर अवचेतन अवस्था में होती है, जिसमें आयोनिक असंतुलन और निर्माण के लिए निर्धारित आंतरिक नियंत्रण तंत्र असमर्थ हो जाते हैं। उनके शरीर में संभवतः अग्र अंतरालीय धमनी का अवरोध हुआ होगा, जिसके परिणामस्वरूप निर्माण अक्षम हो गया। घर पर रहने का निर्णय एक अत्यंत जोखिम भरा व्यवहार था, क्योंकि इस प्रकार की घटनाओं में समय निर्णायक होता है।

Kamal Singh
Kamal Singh
सित॰ 20 2024

हम सब इतने व्यस्त हो जाते हैं कि अपने प्रियजनों के स्वास्थ्य की तरफ ध्यान नहीं देते। विकास सेठी की यह घटना हमें याद दिलाती है कि छोटी-छोटी बातों का भी ध्यान रखना चाहिए। दिल की आवाज़ सुनो... और अपने प्यार करने वालों को जीवन भर नहीं खोना पड़े।

Jasmeet Johal
Jasmeet Johal
सित॰ 21 2024

कोई नहीं मरता ये बात है बस बदल जाता है

Abdul Kareem
Abdul Kareem
सित॰ 22 2024

क्या उनकी मृत्यु के बाद किसी ने उनके बच्चों के लिए कोई योजना बनाई? क्या उनकी पत्नी के पास आर्थिक सुरक्षा है? ये सब बातें तो बहुत सुंदर हैं... पर असली दुख तो बाद में आता है।

Namrata Kaur
Namrata Kaur
सित॰ 24 2024

हृदय घात के बाद घर पर रहना बहुत खतरनाक है। जल्दी डॉक्टर को बुलाना चाहिए था।

indra maley
indra maley
सित॰ 25 2024

जीवन अस्थिर है... लेकिन यादें स्थायी हैं। विकास सेठी की आवाज़, उनकी मुस्कान, उनकी शांति... ये सब अब हमारे अंदर बस गए हैं। उनके बिना दुनिया अधूरी है... लेकिन उनकी यादें हमें जीने का रास्ता दिखाती हैं।

Kiran M S
Kiran M S
सित॰ 26 2024

ये सब टीवी इंडस्ट्री का नाटक है। जब तक लोग नहीं मरते, तब तक कोई उनके बारे में नहीं बोलता। अब शोक कर रहे हो... पर क्या तुम उनके लिए एक दिन भी तैयार हो गए थे? क्या तुमने उन्हें कभी सच्चे दिल से देखा था? ये सब बस एक शो है।

Paresh Patel
Paresh Patel
सित॰ 26 2024

हर इंसान की जिंदगी में कोई न कोई विकास सेठी होता है... जिसकी याद आती है तो दिल भर आता है। उनके परिवार को मैं बहुत बहुत श्रद्धांजलि। जीवन के अस्थिरता को समझो... और अपने प्यार करने वालों को अब से ज्यादा निकट रखो।

anushka kathuria
anushka kathuria
सित॰ 27 2024

विकास सेठी के निधन के बाद टीवी इंडस्ट्री की प्रतिक्रिया बहुत भावुक है। लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए स्वास्थ्य जागरूकता की आवश्यकता है। इस दुख को बेकार नहीं जाने देना चाहिए।

Noushad M.P
Noushad M.P
सित॰ 28 2024

ये लोग तो हमेशा अपने दिल को नहीं समझते... अचानक ऐसा हो जाता है। मैंने भी एक बार दिल का दर्द महसूस किया था... पर मैंने डॉक्टर को बुलाया। विकास सेठी को भी बुलाना चाहिए था।

Sanjay Singhania
Sanjay Singhania
सित॰ 29 2024

हृदय घात के बाद घर पर रहने का निर्णय एक अत्यधिक अप्रत्याशित जैविक असंतुलन का परिणाम हो सकता है, जिसमें वैक्टर के रूप में आत्म-निर्धारित अवस्थाएं लागू होती हैं। इस प्रकार की घटनाओं में समय निर्णायक होता है, और आंतरिक तंत्रों का असमर्थन अक्सर अनिवार्य होता है। ये एक जैविक अवसर है जिसे हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं।

Sahaj Meet
Sahaj Meet
सित॰ 29 2024

तुम सब बहुत बड़ी बातें कर रहे हो... पर क्या तुमने जानवी के चेहरे को देखा है? उसकी आंखों में दर्द है... और वो बच्चे जुड़वाँ हैं। एक बाप का नुकसान... दो बच्चों के लिए दुनिया खत्म हो गई।

मैं तो बस रो रहा हूं।

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