मुंबई में अजाज़ पटेल की विशेष जादूगरी: 5-विकेट हॉल का महत्व

घर मुंबई में अजाज़ पटेल की विशेष जादूगरी: 5-विकेट हॉल का महत्व

मुंबई में अजाज़ पटेल की विशेष जादूगरी: 5-विकेट हॉल का महत्व

3 नव॰ 2024

在 : Sharmila PK खेल टिप्पणि: 7

वानखेड़े में अजाज़ पटेल का जादू

अजाज़ पटेल, न्यूजीलैंड के प्रतिभाशाली स्पिन गेंदबाज, ने एक बार फिर से भारतीय बल्लेबाजों को उनके घरेलू मैदान पर परेशान किया। वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई, में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में पटेल ने 5 विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजी का शिकार किया। यह उनके लिए केवल एक जीत भर का खेल नहीं है, बल्कि एक विशेष अवसर है, क्योंकि उनका खास ताल्लुक इस शहर से है, जहां उनका जन्म हुआ था।

मुंबई से अजाज़ का खास रिश्ता

अजाज़ पटेल का मुंबई से व्यक्तिगत लगाव उनके हर मैच में देखा जा सकता है। उनका परिवार बचपन में ही न्यूज़ीलैंड चला गया था, लेकिन उनका दिल अब भी मुम्बई की गलियों में धड़कता है। उन्होंने पहले भी वानखेड़े की पिच पर इतिहास रचा था जब उन्होंने दिसंबर 2021 में दस भारतीय बल्लेबाजों को आउट कर एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया था।

यह अद्वितीय अनुभव उनके लिए न केवल खेली, बल्कि भावनात्मक रूप से भी महत्वपूर्ण है। वे कहते हैं कि वानखेड़े उनके लिए एक विशेष जगह है, जहां पर खेलने का उनका सपना बचपन से ही था। इसकी वजह से हर बार जब भी वे यहां खेलते हैं, तो उनके खेल में एक अलग ही ऊर्जा दिखाई देती है।

5 विकेट और मैच की स्थिति

इस टेस्ट मैच में, अजाज़ पटेल के 5 विकेट की मदद से न्यूजीलैंड ने भारत को 235 रनों तक रोका। भारतीय टीम ने पहले दिन के खेल के अंत तक 4 विकेट पर 86 रन बनाए थे, जिसमें अजाज़ ने महत्वपूर्ण अहमित रखते हुए यशस्वी जयसवाल (30) को बोल्ड किया और नाइटवॉचमैन मोहम्मद सिराज को शून्य पर आउट किया।

इनके अलावा, रविंद्र जडेजा ने भी न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को रन बनाने में मुश्किल की और 5-65 के आंकड़े लिए, जबकि वाशिंगटन सुंदर ने 4-81 रन देकर अहम योगदान दिया।

न्यूजीलैंड की रणनीति और भारत की स्थिति

न्यूजीलैंड की रणनीति और भारत की स्थिति

न्यूजीलैंड सीरीज में पहले से ही 2-0 की बढ़त बना चुका है और ये जीत उन्हें श्रृंखला स्वीप करने में मदद कर सकती है। ऐसा करना न्यूजीलैंड के लिए ऐतिहासिक होगा क्योंकि अंतिम बार भारतीय टीम 2000 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में पूरी पराजित हुई थी।

भारत के लिए ये मैच केवल एक जीत भर नहीं है, बल्कि आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले आत्मविश्वास बढ़ाना भी महत्वपूर्ण है। कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों की असफलता से भारतीय टीम पर सवाल उठे हैं, जिन्हें इस मैच में सुधार करना होगा।

नई दिल्ली और ऑस्ट्रेलिया के दौरे के लिए भारतीय टीम का सफर यहीं से शुरू होता है, और खिलाड़ी अपने आप को साबित करने की हर संभव कोशिश करेंगे।

अजाज़ पटेल की गेंदबाजी ने जहां कीवी टीम को भारत के खिलाफ एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया है, वहीं यह नए क्रिकेटरों के लिए एक प्रेरणा बन चुका है। उनकी कहानी अपने आप में एक उदाहरण है, कि कैसे अपनी जड़ों से जुड़ कर आप विश्व स्तर पर नाम कमा सकते हैं।

टिप्पणि
Gaurav Singh
Gaurav Singh
नव॰ 3 2024

अजाज़ के लिए वानखेड़े का मतलब सिर्फ एक मैदान नहीं है यार ये तो उसकी जड़ों की आवाज़ है
2021 में दस विकेट लेकर जब उसने इतिहास रचा तो मैंने सोचा अब ये बस एक बड़ा नाम बन गया
पर आज फिर वही जादू देखकर लगा जैसे कोई बच्चा अपने बचपन के खिलौने से खेल रहा हो
भारतीय बल्लेबाज़ तो इस पिच पर बहुत ज्यादा फिसल रहे हैं शायद ये पिच उन्हें याद दिला रही है कि वो यहाँ आए थे न कि रहने के लिए
जडेजा का विकेट भी अच्छा लगा पर अजाज़ की गेंदें तो बिल्कुल अलग लग रही थीं
कोई बड़ा शॉट नहीं लगा सिर्फ टेस्ट की चाल चली गई
इस टीम को तो अब घर पर भी जीतने का जुनून चाहिए

Priyanshu Patel
Priyanshu Patel
नव॰ 3 2024

अजाज़ के लिए ये मैच बस एक गेंदबाजी नहीं था 🙏
वो तो अपने बचपन के सपनों को असली कर रहा था
मुंबई की गलियों से निकलकर वो दुनिया के सबसे बड़े मैदान पर आ गया
हर गेंद पर उसकी आँखों में वो चमक थी जो कोई ट्रॉफी नहीं दे सकती
भारतीय बल्लेबाज़ तो लग रहे थे जैसे उनके लिए ये पिच बहुत तेज़ है
पर अजाज़ के लिए तो ये पिच बस एक घर था
कोई नया खिलाड़ी देखकर ऐसा लगता है जैसे अपना बहुत कुछ देख लिया

ashish bhilawekar
ashish bhilawekar
नव॰ 5 2024

अरे भाई ये अजाज़ पटेल कौन है ये तो जादूगर है जिसने वानखेड़े की मिट्टी को भी बदल दिया!
गेंद जैसे बोल रही थी अरे भाई ये तो मेरा घर है तुम यहाँ क्यों आए?
भारतीय बल्लेबाज़ तो लग रहे थे जैसे उनके बल्ले में बिजली नहीं आ रही
रविंद्र जडेजा का भी अच्छा था पर अजाज़ तो बिल्कुल बाहर का अलग तरह का डर था
इस टीम को तो अब बस इतना चाहिए कि घर पर भी जीते नहीं तो दुनिया कहाँ जाएगी?
विराट कोहली के लिए ये मैच बस एक असफलता नहीं बल्कि एक बड़ा चेतावनी का बोर्ड है
कोई नया खिलाड़ी आया तो उसकी जड़ों से जुड़े रहो वरना ये जादू तुम्हारे लिए भी नहीं होगा

Vishnu Nair
Vishnu Nair
नव॰ 6 2024

ये सब बस एक डिजिटल ऑपरेशन का हिस्सा है जिसमें वानखेड़े की पिच को एक स्पेशल एल्गोरिदम द्वारा एक्टिवेट किया गया है जो कि एशियाई बल्लेबाज़ों के रिफ्लेक्सेस को धीमा कर देता है
अजाज़ के परिवार का न्यूजीलैंड जाना भी एक डिज़ाइन्ड ट्रांसफर प्रोग्राम था जिसका उद्देश्य भारतीय क्रिकेट के अंदर एक साइकोलॉजिकल वेक्टर डालना था
2021 का दस विकेट भी एक बेंचमार्क था जिसे अब रिपीट किया गया
ये टीम के लिए तो एक बड़ा सिग्नल है कि अगले दौरे पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वो भी इसी तरह की टेक्नोलॉजी इस्तेमाल कर सकते हैं
जडेजा के 5-65 भी एक डिवर्सिफाइड रिस्पॉन्स स्ट्रैटेजी का हिस्सा है जिसे एक ट्रांसनेशनल टीम ने डिज़ाइन किया है
ये तो बस एक खेल नहीं बल्कि एक इंटरनेशनल इंफॉर्मेशन वॉर है

Jasmeet Johal
Jasmeet Johal
नव॰ 6 2024

5 विकेट क्या बड़ी बात है

Abdul Kareem
Abdul Kareem
नव॰ 8 2024

अजाज़ की गेंदबाजी देखकर लगता है कि उसने बचपन में वानखेड़े के बाहर बैठकर भारतीय बल्लेबाज़ों की गतिविधियाँ बार-बार देखी होंगी
उसकी हर गेंद एक याद लाती है
पर ये भी सच है कि भारतीय बल्लेबाज़ों को इस तरह की पिच पर अपना खेल बदलना होगा
अगर वो अपनी एक्सपीरियंस को नहीं बदलेंगे तो आगे भी ऐसा ही होगा
जडेजा ने अच्छा किया लेकिन उनकी गेंदें भी अजाज़ के जैसी नहीं थीं
ये जीत न्यूजीलैंड के लिए बड़ी है लेकिन भारत के लिए एक जागरूकता का संकेत भी है

Namrata Kaur
Namrata Kaur
नव॰ 9 2024

अजाज़ के लिए ये मैच बस एक विकेट नहीं, एक घर वापसी थी।

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