सेबी का एफएंडओ में सट्टेबाजी को रोकने के लिए न्यूनतम कॉन्ट्रेक्ट मूल्य में छह गुना वृद्धि का प्रस्ताव

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सेबी का एफएंडओ में सट्टेबाजी को रोकने के लिए न्यूनतम कॉन्ट्रेक्ट मूल्य में छह गुना वृद्धि का प्रस्ताव

1 अग॰ 2024

在 : Sharmila PK वित्त टिप्पणि: 14

सेबी के प्रस्ताव और उनके महत्व

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने हाल ही में फ्यूचर्स और ऑप्शंस (एफएंडओ) सेगमेंट में सट्टेबाजी को रोकने के लिए कई गंभीर और महत्वपूर्ण कदम उठाने का प्रस्ताव किया है। यह कदम ऐसे समय पर आया है जब सरकारी कार्यवाहियों और सेबी ने एफएंडओ सेगमेंट में अत्यधिक सट्टेबाजी से संभावित आर्थिक जोखिमों के बारे में गंभीर चेतावनियां दी हैं।

सेबी ने सबसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव यह दिया है कि न्यूनतम कॉन्ट्रेक्ट मूल्य में छह गुना वृद्धि की जाए। वर्तमान में, इंडेक्स ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट का न्यूनतम मूल्य 5 लाख रुपये है और इसे पहले चरण में 15 लाख रुपये से 20 लाख रुपये तक बढ़ाने का प्रस्ताव है, जो छह महीने बाद 30 लाख रुपये तक बढ़ सकता है। इस कदम का मुख्य उद्देश्य उन व्यापारियों को हतोत्साहित करना है जिनके पास छोटे मात्रा में फंड हैं और जो सट्टेबाजी में भाग लेते हैं।

सट्टेबाजी को रोकने के अन्य उपाय

सेबी ने कुछ और महत्वपूर्ण उपायों का भी प्रस्ताव दिया है ताकि एफएंडओ बाजार को अधिक सुरक्षित और स्थिर बनाया जा सके। इसमें सबसे प्रमुख यह है कि एक्सचेंजों को प्रति सप्ताह केवल एक इंडेक्स पर साप्ताहिक ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट लॉन्च करने की अनुमति होगी, जैसा कि वर्तमान में कई इंडेक्स पर साप्ताहिक ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट लॉन्च करने की अनुमति है।

इसके अलावा, सेबी ने यह भी प्रस्ताव दिया है कि बड़े ब्रोकरों के ग्राहकों द्वारा एक्सपायरी दिन पर लिए जाने वाले कुल कॉन्ट्रेक्ट्स की संख्या को सीमित किया जाए। यह कदम सट्टेबाजी को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

इसके साथ ही, ब्रोकरों को अपने ग्राहकों से ऑप्शंस प्रीमियम अग्रिम रूप से एकत्रित करने की आवश्यकता होगी, जो वर्तमान में इंट्रा-डे लीवरेज प्रथाओं पर आधारित है। यह सुनिश्चित करेगा कि व्यापारियों को अपने निवेश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त धन होना चाहिए।

वित्त मंत्री और आर्थिक सलाहकारों की चिंता

वित्त मंत्री और आर्थिक सलाहकारों की चिंता

यह प्रस्ताव ऐसे समय पर आया है जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सेबी की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच, और मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने एफएंडओ सेगमेंट में अत्यधिक सट्टेबाजी के संभावित आर्थिक जोखिमों पर चिंता जताई है।

सेबी का यह प्रयास एक व्यापक पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करना और व्यापारिक अखंडता को बनाए रखना है। इसके अलावा, नवीनतम बजट में डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग पर सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स (एसटीटी) में भारी वृद्धि का प्रस्ताव भी शामिल है।

सरल और संगठित बाजार की दिशा में कदम

सेबी का यह प्रयास निश्चित रूप से बाजार में अनुशासन और स्थिरता लाने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। इससे न केवल छोटे व्यापारियों को अवांछित जोखिम लेने से रोका जा सकेगा, बल्कि बाजार में आंतरिक स्थिरता भी सुनिश्चित की जा सकेगी।

समग्र रूप में, सेबी का यह प्रस्ताव बाजार को सुरक्षित और संगठित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इसका उद्देश्य न केवल सट्टेबाजी को कम करना है, बल्कि दीर्घकालिक निवेशकों के लिए एक अधिक स्थिर और सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है। यह कदम बाजार में विश्वास को बढ़ाने में भी मदद करेगा जो कि किसी भी वित्तीय प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है।

अधिक पारदर्शिता और सुरक्षा

अधिक पारदर्शिता और सुरक्षा

सेबी का यह प्रस्ताव पारदर्शिता और सुरक्षा की ओर भी संकेत करता है। यह सुनिश्चित करेगा कि सभी व्यापारियों के पास अपने निवेश की पूरी जिम्मेदारी हो और वे बिना किसी अनावश्यक जोखिम के अपने निवेश का प्रबंधन कर सकें।

सेबी के इन प्रस्तावों को लागू करने से एफएंडओ बाजार में अनैतिक गतिविधियों को रोकने में भी मदद मिलेगी। इससे न केवल बाजार में अनुशासन बढ़ेगा, बल्कि दीर्घकालिक निवेशकों के लिए एक संगठित और सुरक्षित वातावरण भी बनेगा।

सेबी की यह पहल निश्चित रूप से भारतीय वित्तीय प्रणाली के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा। उम्मीद है कि इन प्रस्तावों के लागू होने के बाद एफएंडओ बाजार में स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।

टिप्पणि
ashish bhilawekar
ashish bhilawekar
अग॰ 1 2024

ये सेबी वाले अब तो बस छोटे लोगों को ही दबा रहे हैं। बड़े बाजार वाले तो अपने फंड्स से घूम रहे हैं, हम लोगों को रोक दिया। ये नियम तो बस एक धोखा है।

Vishnu Nair
Vishnu Nair
अग॰ 2 2024

लेकिन देखो ये लीवरेज डायनामिक्स अगर नियंत्रित नहीं हुआ तो फ्यूचर्स मार्केट में सिस्टमिक रिस्क एक्सपोजर बढ़ जाएगा जिससे फंडामेंटल इक्विटी मार्केट को भी इम्पैक्ट होगा। ये माइक्रोस्ट्रक्चरल इंटरवेंशन जरूरी है क्योंकि लिक्विडिटी डिप्रेशन और वॉलाटिलिटी स्पाइक्स के कारण फाइनेंशियल स्टेबिलिटी कमजोर हो रही है।

Kamal Singh
Kamal Singh
अग॰ 4 2024

मैं तो इस फैसले की सराहना करता हूँ। मेरा भाई एफएंडओ में घूम रहा था, 20 हजार रुपये लगाकर 2 दिन में 1.5 लाख खो दिया। अब ये नियम उसे बचा सकते हैं। छोटे निवेशकों को बचाना है तो ये सही दिशा है।

Jasmeet Johal
Jasmeet Johal
अग॰ 5 2024

सेबी का ये सब बकवास है बस नियंत्रण बढ़ाने के लिए

Abdul Kareem
Abdul Kareem
अग॰ 7 2024

अगर न्यूनतम कॉन्ट्रेक्ट मूल्य बढ़ा दिया जाता है तो क्या ये बाजार को अधिक स्थिर बनाता है या बस छोटे निवेशकों को बाहर कर देता है? क्या इसका कोई डेटा-आधारित अध्ययन है?

Namrata Kaur
Namrata Kaur
अग॰ 7 2024

ये बहुत अच्छा है। अब लोग बिना समझे ट्रेड नहीं करेंगे। बेहतर है कम लोग ट्रेड करें और समझकर।

indra maley
indra maley
अग॰ 8 2024

क्या हम वाकई इस बाजार को सुरक्षित बना रहे हैं या बस उसकी गहराई को कम कर रहे हैं? जब तक हम निवेश के बजाय लाभ की भावना को नहीं बदलेंगे तब तक कोई नियम काम नहीं करेगा।

Kiran M S
Kiran M S
अग॰ 8 2024

ये बहुत अच्छा है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक नियम इतना गहरा हो सकता है। ये नियम न केवल बाजार को सुधारते हैं बल्कि समाज के मूल्यों को भी निर्धारित करते हैं। ये एक नैतिक अभियान है।

Paresh Patel
Paresh Patel
अग॰ 9 2024

मुझे लगता है ये बहुत अच्छा कदम है। मैंने अपने दोस्त को देखा जो इसमें घूम रहा था। अब उसे बचाने का एक तरीका मिल गया। बहुत अच्छा हुआ।

anushka kathuria
anushka kathuria
अग॰ 10 2024

इस प्रस्ताव का विश्लेषण करने पर यह स्पष्ट होता है कि यह वित्तीय अस्थिरता को कम करने के लिए एक नियमित और व्यवस्थित दृष्टिकोण है। यह बाजार की लंबी अवधि की स्थिरता के लिए आवश्यक है।

Noushad M.P
Noushad M.P
अग॰ 11 2024

सेबी के इन प्रस्तावों को लागू करने से पहले उन्हें ये भी देखना चाहिए कि कितने लोग इसमें अपनी जिंदगी लगा रहे हैं। ये नियम तो बस एक बड़ा बाप बनने की कोशिश है।

Sanjay Singhania
Sanjay Singhania
अग॰ 13 2024

लीवरेज के इस डायनामिक्स में लिक्विडिटी फ्लो और ऑप्शन प्रीमियम वॉल्यूम डिस्टोर्शन के कारण मार्केट को डिस्टॉर्ट किया जा रहा है। इसलिए न्यूनतम कॉन्ट्रेक्ट साइज़ की वृद्धि एक डायनामिक रिस्क मैनेजमेंट स्ट्रैटेजी है।

Raghunath Daphale
Raghunath Daphale
अग॰ 14 2024

अरे भाई सेबी के ये सब नियम तो बस लोगों को डरा रहे हैं। अब तो बस गूगल पर देखना पड़ेगा कि कौन सा फ्यूचर्स ट्रेड हो रहा है 😅

Renu Madasseri
Renu Madasseri
अग॰ 14 2024

मैंने अपनी बहन को इस बारे में बताया, वो बहुत खुश हुई। उसका दोस्त तो एक दिन में 5 लाख खो चुका था। अब इस नियम से ऐसे लोगों को बचाया जा सकता है। बहुत अच्छा है।

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