PBKS vs RCB: मुल्लांपुर स्टेडियम में पिच और मौसम का पूरा हाल
आईपीएल 2025 का 37वां मुकाबला पंजाब किंग्स (PBKS vs RCB) और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच मोहाली के नजदीक महाराजा यादविंद्र सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम, जिसे आम तौर पर मुल्लांपुर स्टेडियम कहा जाता है, में खेला गया। हाल के सीजन में इस मैदान को लेकर काफी चर्चा रही है—क्या बल्लेबाजों का स्वर्ग है या गेंदबाजों की उम्मीद बाकी रहती है?
इस मैच में टॉस जीतकर पंजाब किंग्स ने पहले बैटिंग चुनी। देखने वाली बात ये रही कि पिच ने बिल्कुल वही बर्ताव किया, जिसके लिए ये मैदान जाना जाता है। शुरुआती ओवरों में तेज गेंदबाजों को थोड़ी बहुत स्विंग और सीम मूवमेंट मिली। हालांकि टॉप ऑर्डर बल्लेबाज—प्रियांश आर्या (22 रन) और प्रभसिमरन सिंह (33 रन)—ने तेजी से रन जोड़े, लेकिन जैसे-जैसे मैच बढ़ा पिच पर बॉल फिरकी गेंदबाजों के लिए अपनी रंगत दिखाने लगी। पंजाब किंग्स के मिडिल ऑर्डर का बुरा हाल इसी वजह से हुआ। आखिरकार टीम सिर्फ 157/6 तक ही पहुंच पाई।
आरसीबी के गेंदबाजों ने मौके का पूरा फायदा उठाया। कुणाल पांड्या ने दो अहम विकेट चटकाए और रोमारीयो शेफर्ड ने भी कसी गेंदबाजी की। जिनको पिच से सीम और स्पिन दोनों में मदद मिली। वहीं, मौसम की भूमिका भी दिलचस्प रही। अप्रैल की शुरुआत में आमतौर पर मोहाली का तापमान 25 से 35 डिग्री के बीच रहता है, और इस मैच में कोई बारिश या नमी से जुड़ी बाधा नहीं आई। आउटफील्ड तेज रही, सर्दी या गर्मी ने प्रदर्शन पर कोई खास असर नहीं डाला।
RCB के स्टार बल्लेबाजों ने फिर दिखाया दम, पिच की असलियत आई सामने
लो स्कोरिंग मुकाबलों में मनोवैज्ञानिक दबाव अहम होता है। लेकिन आरसीबी की ओपनिंग जोड़ी कुछ और सोच कर आई थी। विराट कोहली (नाबाद 73 रन) और देवदत्त पडीक्कल (61 रन, 35 गेंद) ने मैदान को बच्चों का खेलने का मैदान बना डाला। पिच पर गेंद थोड़ी धीमी होती गई, मगर कोहली और पडीक्कल ने टाइमिंग और पावर से रन बटोरे। पंजाब के स्पिनर्स विकेट लेने के कुछ मौके जरूर बना पाए, पर रन रोकने में मुश्किल आई।
रॉयल चैलेंजर्स ने 159 का लक्ष्य 18.5 ओवर में तीन विकेट के नुकसान पर हासिल कर डाला। कोहली के स्ट्रेट ड्राइव, पडीक्कल के स्क्वायर कट्स और मिडिल ओवरों में लगातार सिंगल्स—सबने दर्शकों को मैदान से बांधे रखा। ये जीत न सिर्फ टीम की रनिंग फॉर्म को दिखाती है, बल्कि इस मैदान की पिच रिपोर्ट और मौसम रिपोर्ट को भी पूरी तरह परिभाषित करती है। शुरुआती फेज में बल्लेबाजों के लिए आसान, बीच के ओवरों में स्पिनर्स के लिए अवसर, और क्लोजिंग में फिर बल्लेबाजों को बढ़त।
- मुल्लांपुर की पिच शुरुआत में बैटिंग के लिए आसान, लेकिन जैसे-जैसे मैच बढ़ता है, धीमी होती चली जाती है।
- स्पिनर्स को मिडिल ओवर्स में टर्न और बाउंस दोनों मिलता है।
- बराबर मौसम, तेज आउटफील्ड और बिल्कुल भी डिस्टर्ब न करने वाली कंडीशन्स—मैच में योगदान दे गईं।
आईपीएल 2025 के इस मुकाबले ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मुल्लांपुर स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए बराबर का टेस्ट है—बस दमदार खेल दिखाना जरूरी है।
Noushad M.P
yrr ye pitch toh bas ekdum fake hai... pehle toh ball swing karti thi phir spinners ko bhi kuch mila... par kohli aur pandikkal ne toh pitch ko hi apne haath mein le liya. kya baat hai ye IPL?