जब Salman Khan ने मलयालम निर्देशक Mahesh Narayanan के साथ 1970‑1990 के दौर की एक अवधि‑एक्शन थ्रिलर में हाथ मिलाने को सिरहाने पर रखा, तो बॉलीवुड का माहौल सिहरन से भर गया। दोनों सितारों ने पांच‑छह बैठकों के बाद, मुंबई में पिछले हफ्ते (अगस्त 2025) हुई अंतिम चर्चा में आधिकारिक तौर पर स्पष्ट संकेत दिया – साथ मिलकर कुछ नया करने का इरादा है। यह खबर सिर्फ एक और फ़िल्म की घोषणा नहीं है; यह बताती है कि सलमान अपनी ‘कम्फर्ट ज़ोन’ से बाहर निकलकर विविध सिनेमाई दृष्टिकोणों की तलाश में हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस सहयोग की बातचीत तब शुरू हुई जब सलमान ने महेश की फिल्म Malik (2021) को देखा और इसकी कठोर कहानी‑शैली से प्रभावित हुए। तब से दोनों ने चार‑पाँच बार मिलकर विचार‑विमर्श किया, जिसमें कई संभावित कहानियों पर चर्चा हुई। अंततः 1970‑1990 के दशक को सेटिंग चुनना दोनों के लिए सबसे रोमांचक साबित हुआ, क्योंकि वही समय भारत की सामाजिक‑राजनीतिक धारा में कई परिवर्तन ले आया था।
महेश अब पूरी स्क्रिप्ट का विस्तृत नरेटिव तैयार करके सलमान को प्रस्तुत करेंगे। इस चरण में दो‑तीन और मीटिंग्स तय हैं, जहाँ सलमान अंतिम सहमति देंगे। यदि पाँच‑छह महीने में फिल्म की मंज़ूरी मिलती है, तो यह 2026 की शुरुआत में कैमरे के सामने आएगी – बशर्ते सलमान की वर्तमान प्रतिबद्धताएँ, जैसे Apoorva Lakhia की ‘Battle of Galwan’, पूरी हो जाएँ।
फ़िल्म का टेम्पलेट एक अवधि‑एक्शन थ्रिलर होगा, जिसमें 70‑90 के दशक की भारतीय सीमाओं पर उत्पन्न होने वाले राजनैतिक षड्यंत्र, स्थानीय गैंगवैर और राष्ट्रीय सुरक्षा का मिश्रण दिखाया जाएगा। स्रोतों ने बताया कि कहानी में एक गुप्त एजेंट (संभवतः सलमान का किरदार) को एक बंकज या मादक पदार्थों की तस्करी रोकनी होगी, जो दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ा रहा है। इस बीच, महेश की शैली – तीखा संवाद, मनोवैज्ञानिक गहराई, और तेज़‑तर्रार एंट्री‑एक्ज़िट – मिलकर एक ऐसी फिल्म बन सकती है, जो दर्शकों को ‘वीडियो गेम’ जैसी राइड पर ले जाए।
‘Battle of Galwan’ के समान, यह प्रोजेक्ट भी लद्दाख की कठोर पहाड़ी इलाकों में शूट होगा। सलमान ने अक्टूबर 2025 में Ladakh के लिए एक महीने की शूटिंग शेड्यूल की घोषणा की थी। उसी जगह की नजाकत और ठंडकी को नए सेट‑अप में उपयोग करके, फ़िल्म को एक ऑथेंटिक लुक मिलेगा।
महेश नरायणन ने पहले ‘Patriot’ जैसी बड़े‑पैमाने की स्पाई थ्रिलर बनाई है, जिसमें मोहनलाल और मदरूमती ने प्रमुख भूमिका निभाई। वह अब सलमान के साथ काम करके दक्षिणी इंडियन सिनेमा की संवेदनशीलता को बॉलीवुड की ग्लैमर के साथ मिलाना चाहते हैं। महेश के अनुसार, “सलमान की प्रशंसक वर्ग बहुत बड़ा है, और अगर हम उन्हें कुछ नया दिखा सकें तो वो दोनों दुनियाओं को जोड़ देगा।”
सलमान की ओर से भी कई दावेदार उभरे हैं। वह कबीर खान के साथ एक स्टाइलिश एक्शनर पर चर्चा कर रहे हैं, साथ ही ‘बजरंगी भाईजान’ की सीक्वेल की संभावनाएँ भी टेबल पर हैं। दो‑हीरो प्रोजेक्ट के सिलसिले में, उन्होंने आमिर खान के साथ सहयोग की संभावना जताई है। इस दौरान, ‘Sikandar’ की विफलता (फिल्म ने बॉक्स‑ऑफ़िस पर 40% ही कमाई की) ने सलमान को नई दिशा में धकेला है।
यदि यह सहयोग पक्का हो जाता है, तो यह बॉलीवुड में एक नया ट्रेंड स्थापित कर सकता है – जहाँ बॉलीवुड के बड़े सितारे दक्षिणी क्षेत्रों के निर्देशक‑लेखकों के साथ तालमेल बिठाते हैं। इस तरह की क्रॉस‑ओवर प्रोजेक्ट्स दो‑तीनों भाषाओं के दर्शकों को एक साथ लाने की संभावना रखती हैं, जिससे टॉर्नामेंट‑प्रकार की बॉक्स‑ऑफ़िस कमाई हो सकती है।
कई एक्सपर्ट का मानना है कि 2026 में इस तरह की परियोजना का रिलीज़, जब इंडो‑पैसिफिक तथा पश्चिमी बाजारों में भारतीय फ़िल्मों की मांग बढ़ रही है, तो यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना पा सकती है। इसके अलावा, लद्दाख में शूटिंग से स्थानीय टूरिज़्म और रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा, जो क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद होगा।
अभी की परिस्थितियों को देखते हुए, अगले महीने तक महेश द्वारा स्क्रिप्ट का पहला ड्राफ्ट सलमान को भेजा जाएगा। यदि दोनों पक्ष संतुष्ट होते हैं, तो प्री‑प्रोडक्शन (कास्टिंग, लोकेशन स्काउटिंग) को अक्टूबर 2025 के बाद शुरू किया जाएगा, जबकि सलमान ‘Battle of Galwan’ की लद्दाख शूटिंग के साथ इस पर काम करेंगे। 2026 के पहले क्वार्टर में फिल्म की शूटिंग शुरू होने की संभावना है, और रिलीज़ 2027 के अंत में टार्गेट किया जा रहा है।
एक नई अवधि‑एक्शन थ्रिलर, जहाँ महेश नरायणन की तीखी कहानी‑शैली संलग्न है, सलमान को ‘कम्फर्ट ज़ोन’ से बाहर निकालेगी। अगर फिल्म सफल रहती है, तो वह विभिन्न जनरे के साथ प्रयोग करने वाले अभिनेता के रूप में पहचान पाएँगे, जो भविष्य में और अधिक प्रोजेक्ट्स को दरवाज़ा खोल सकता है।
कहानी 1970‑1990 के बीच भारतीय सीमा क्षेत्रों में घटित घटनाओं पर आधारित होगी, विशेष रूप से लद्दाख‑हिमाचल प्रदेश के आसपास के राजनैतिक तनाव को दर्शाया जाएगा।
स्क्रिप्ट फाइनल होने के बाद, प्री‑प्रोडक्शन 2025 के अंत में शुरू होगा। शूटिंग 2026 की पहली छमाही में होने की संभावना है, और निकटतम रिलीज़ 2027 के अंत में टार्गेट की गई है।
जैसा कि अभी तक आधिकारिक तौर पर नहीं बताया गया, लेकिन महेश नरायणन की पिच में स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ बॉलीवुड के सहायक किरदारों को शामिल करने की संभावना है, जिससे फिल्म की पैन-इंडियन अपील बढ़ेगी।
हाँ, यदि यह सहयोग सफल रहा, तो यह बॉलीवुड की बड़ी हस्तियों को दक्षिणी भाषा के निर्देशक‑लेखकों के साथ काम करने की राह दिखाएगा, जिससे अधिक क्रॉस‑ओवर प्रोजेक्ट्स और विविध दर्शकों तक पहुंच संभव होगी।
Ira Indeikina
सलमान के साथ ऐसा प्रयोग इंडस्ट्री को नई दिशा दे सकता है!