जब Shubman Gill, भारत के कप्तान ने एडीगबस्टन में 269 रन बनाकर दोहरा शतक लगाया, तब ही पता चला कि इतिहास लिखे जा रहे हैं। 2‑6 जुलाई 2025 के बीच Edgbaston Cricket Ground में हुए इस द्वितीय टेस्ट ने भारत को 336 रन की रिकॉर्ड‑ब्रेकिंग जीत दिलाई और श्रृंखला 1‑1 के बराबर बनी। इस जीत से भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ अपना सबसे बड़ा रनों मार कर अंतर बनाते हुए, रोथेसै टेस्ट सीरीज़ 2025 की कहानी को नया मोड़ दिया।
रोथेसै टेस्ट सीरीज़ 2025, India tour of England 5‑match Test seriesEngland के नाम से भी जानी जाती है, जिसे England and Wales Cricket Board (ECB) और Board of Control for Cricket in India (BCCI) ने मिलकर आयोजित किया था। पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने 120‑रन से जीत हासिल की थी, इसलिए द्वितीय टेस्ट में भारत पर भारी दबाव था।
पहले दिन (2 जुलाई) में Yashasvi Jaiswal ने 87 रन बनाए, जबकि गिल ने अपना दूसरा शतक बना दिया। दो‑तीसरे दिन (3 जुलाई) में गिल ने दोहरा शतक, यानी 269 रन, अंजाम दिया – यह इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय कप्तान का पहला दोहरा शतक बन गया। दूसरे दिन भारतीय पेसिंग अंडरबिल्डर Mohammed Siraj ने इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर को लगातार बाधित किया।
तीसरे दिन (4 जुलाई) में Siraj ने छह विकेट लिए, जबकि नौसिखिया तेज़ गेंदबाज Akash Deep ने चार विकेट लेकर टीम को बड़ा बढ़त दिलाया। इंग्लैंड ने जवाब में Jamie Smith ने 184 रन और Harry Brook ने 158 रन बनाकर विरोधी टीम को फिर भी आशा दी।
चौथे दिन (5 जुलाई) पर भारत ने 608 रन का लक्ष्य निर्धारित किया – यह लक्ष्य टेस्ट इतिहास में सबसे विशाल में से एक है। पाँचवें दिन (6 जुलाई) पर Akash Deep ने मैच में कुल दस विकेट (पहली इन्क्रिस में 4, दूसरी में 6) लेकर जीत पक्की कर दी। अन्य विकेट‑सॉमर में Washington Sundar, Prasidh Krishna, Ravindra Jadeja और Siraj ने एक‑एक विकेट लिया।
भारत के कोच Ravi Shastri ने कहा, “यह जीत हमारी मेन्टल स्ट्रेंथ और गेंदबाज़ी में सुधार का परिणाम है।” वहीं इंग्लैंड के कप्तान Joe Root ने “हमें अपने प्लान को दोबारा देखते हुए, अगले टेस्ट में बॉलिंग में विविधता लानी होगी” कहा। दोनों बोर्डों ने इस जीत को भारतीय पिच‑अडैप्टेशन और तेज़ गेंदबाज़ी की ताक़त के रूप में सराहा।
अगला टेस्ट 11 जुलाई को Lord's Cricket Ground में होगा, जिसके बाद 24 जुलाई को Emirates Old Trafford, Manchester और 1 अगस्त को The Kia Oval, London पर खेला जाएगा। सभी मैच ECB के आधिकारिक ऐप और विभिन्न डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर लाइव स्ट्रीम किए जाएंगे।
इस जीत ने भारत की टेस्ट‑क्रिया में आत्मविश्वास को नई ऊँचाइयों पर पहुंचा दिया है। 336‑रन की मार्जिन न केवल रिकॉर्ड‑ब्रेकिंग है, बल्कि यह इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम के रणनीतिक परिवर्तन को भी दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर भारत इस फॉर्म को बरकरार रखता है, तो वह 2025‑26 में एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में भी प्रमुख दावेदार बन सकता है। दूसरी ओर, इंग्लैंड को अपनी टॉप‑ऑर्डर की स्थिरता और बॉलिंग में विविधता लाने की आवश्यकता स्पष्ट हुई है।
इतिहास में सबसे बड़ी रनों‑से‑जीत होने के कारण, भारतीय टीम की बैटिंग‑आक्रमण और तेज़ बॉलिंग में संतुलन को नई बहुमूल्य सीख मिली है। आगे के मैचों में चयनकर्ता इस संतुलन को बनाए रखने के लिए अधिक पिच‑अनुकूल गेंदबाज़ी का समर्थन करेंगे।
Gill का 269‑रन का दोहरा शतक इंग्लैंड में भारतीय कप्तान का पहला दोहरा शतक बना, जिससे वह पहले भारतीय कप्तान बन गया जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की। यह आँकड़ा भविष्य में भारतीय कप्तानों के लिए मानक स्थापित कर सकता है।
इंग्लैंड को अपने टॉप‑ऑर्डर की स्थिरता पर काम करना होगा, साथ ही तेज़ गेंदबाज़ी में विविधता लाकर भारतीय पिच‑परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि अधिक स्पिनर और आउटसाइज़र का उपयोग करना फायदेमंद रहेगा।
Lord's का कठिन पिच और बदलते मौसम की स्थिति दोनों टीमों के लिए चुनौती बनेगी। भारतीय बॉलर्स को जगह‑परिस्थितियों के हिसाब से बदलाव करना पड़ेगा, जबकि इंग्लैंड को अपने बॅट्समैन को शुरुआती ओवर में स्थिर रखना होगा।
Heena Shaikh
इतिहास को लिखने वाले अक्सर कहते हैं कि जीत सिर्फ एक आँकड़ा है, लेकिन यहाँ हम देखते हैं कि 336‑रन की मार्जिन कोई साधारण आँकड़ा नहीं। दोहरे शतक से गिल ने न सिर्फ व्यक्तिगत सीमाएँ तोड़ीं, बल्कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट की मानसिकता को भी बदल दिया। इस जीत से टीम का आत्मविश्वास ऐसा उछल गया जैसे पहाड़ से निचला बिंदु। ऐसे क्षण हमें याद दिलाते हैं कि निराशा से निकलने की सबसे बड़ी शक्ति क्या होती है। इसलिए इस पर्ची को सिर्फ एक खेल नहीं, एक दर्शन मानना चाहिए।