भारतीय क्रिकेटर ईशान किशन ने हाल ही में बुछी बाबू इनविटेशनल टूर्नामेंट में एक शानदार शतकीय पारी खेलकर वापसी की है। पश्चिम इंडीज के खिलाफ जुलाई 2023 में अपने टेस्ट डेब्यू के बाद यह उनका पहला रेड-बॉल मैच था। उनकी यह पारी न केवल शानदार रही बल्कि खेल प्रेमियों के लिए भी बहुत उत्साहजनक थी। इस शतक ने साबित कर दिया कि ईशान किशन की प्रतिभा कमाल की है और उन्होंने इस मैच में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
झारखंड की टीम से खेलते हुए, ईशान किशन ने मध्य प्रदेश के खिलाफ 107 गेंदों में 114 रन बनाकर अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचाया। उनकी इस पारी में 10 छक्के और पांच चौके शामिल थे। यह प्रदर्शन उनके लिए खास महत्व रखता है क्योंकि वह लंबे समय से राष्ट्रीय टीम से बाहर चल रहे थे और अपने फॉर्म को सुधारने के लिए कड़ा परिश्रम कर रहे थे।
टेस्ट क्रिकेट में अपने डेब्यू के बाद से, ईशान किशन ने ज्यादातर सफेद गेंद क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित किया था। लेकिन अब उन्होंने रेड-बॉल क्रिकेट में भी अपनी क्षमता को साबित करने की कोशिश की है। उनकी यह पारी झारखंड को 277/7 के स्कोर तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण साबित हुई, जिससे उनकी टीम मध्य प्रदेश पर 51 रनों की बढ़त बना सकी।
ईशान किशन के इस प्रदर्शन को देखते हुए, यह कहना गलत नहीं होगा कि वह जल्द ही भारतीय क्रिकेट टीम में वापस आ सकते हैं। उन्होंने बुछी बाबू टूर्नामेंट में खेलकर यह साबित किया है कि उनकी फॉर्म और फिटनेस दोनों ही पूर्ववत हैं। इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने का उद्देश्य स्पष्ट है - अपनी कड़ी मेहनत और उत्कृष्ट खेल से राष्ट्रीय टीम में वापसी करना।
बुछी बाबू टूर्नामेंट का आयोजन छह सालों बाद फिर से शुरू हुआ है और यह टूर्नामेंट आगामी घरेलू सीजन के लिए महत्वपूर्ण तैयारी का हिस्सा माना जा रहा है। ईशान किशन ने इस टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से सभी को याद दिलाया है कि वह कितने काबिल क्रिकेटर हैं।
किशन की शतकीय पारी का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि उन्होंने लंबे समय से घरेलू क्रिकेट में नहीं खेला था और बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर थे। लेकिन इस शानदार पारी के बाद यह संभावना बनती है कि वह पुनः राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बन सकते हैं।
ईशान किशन ने अपनी वापसी की योजना को बहुत सटीक तरीके से क्रियान्वित किया है। बुछी बाबू टूर्नामेंट के बाद, उनका अगला लक्ष्य दलीप ट्रॉफी होगा, जो 5 सितंबर से शुरू होने जा रही है। इस टूर्नामेंट में भी उनका प्रदर्शन महत्वपूर्ण रहेगा, क्योंकि यह उनकी राष्ट्रीय टीम में वापसी की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम होगा।
इन्हीं प्रयासों के साथ, किशन ने बुछी बाबू टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से एक मजबूत संदेश दिया है कि वह अपने खेल के प्रति समर्पित हैं और राष्ट्रीय टीम में एक बार फिर से अपना स्थान पक्का करने के लिए पूरी तरह तत्पर हैं।
ईशान किशन के भविष्य की योजनाओं में अब दलीप ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करने के साथ-साथ घरेलू सीजन में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाए रखना शामिल है। उनकी यह पारी उनके आत्मविश्वास को नया आयाम देने वाला साबित होगी। इसके साथ ही वह भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं का ध्यान भी खींचने में कामयाब रहेंगे।
इस प्रकार, बुछी बाबू ट्रॉफी में खेलकर और शतक जड़कर, ईशान किशन ने न केवल अपने खेल का स्तर दिखाया है, बल्कि यह भी साबित किया है कि वे किस प्रकार राष्ट्रीय टीम में वापसी की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उनकी इस पारी ने उन्हें भविष्य के लिए एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर दिया है और आने वाले दिनों में उनका प्रदर्शन निश्चित ही देखने लायक होगा।
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