जब डॉ. स्वेता अदातिया, न्यूरोलॉजिस्ट, लीमिटलेस ब्रेन लैब ने वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे के अवसर पर दुबई, यूएई में विशेष प्रस्तुति दी, तो सभी ने ध्यान दिया कि मस्तिष्क‑शक्ति को बढ़ाने के छह वैज्ञानिक‑आधारित तरीके क्या हैं। यह कार्यक्रम लीमिटलेस ब्रेन लैब ने आयोजित किया, जो दुबई के एक हाई‑टेक रिसर्च सेंटर में स्थित है और अब तक 1,000 से अधिक उम्दा दिमागों का मानचित्रण कर चुका है।
पृष्ठभूमि और महत्व
मस्तिष्क के स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता पिछले पाँच सालों में धीरे‑धीरे ऊपर आई है, परन्तु ध्यान‑स्पैन का उल्लेखनीय गिरावट ने फिर से सवाल उठाए हैं। डॉ. अदातिया के अनुसार, आज बच्चे औसतन 30 सेकंड से घटकर सिर्फ 5‑6 सेकंड तक का ध्यान रख पाते हैं। ("ध्यान ही नई संज्ञानात्मक आरक्षित शक्ति है," उन्होंने कहा)। यह छोटा‑सा आँकड़ा कई शिक्षकों और माता‑पिता के लिए चिंता का कारण बन गया है, क्योंकि कम ध्यान का सीधा असर याददाश्त और सीखने की क्षमता पर पड़ता है।
छह वैज्ञानिक‑प्रमाणित मस्तिष्क‑सुधार तकनीकें
डॉ. अदातिया ने अपने शोध के आधार पर छह प्रमुख उपाय प्रस्तुत किए, जिन्हें रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में आसानी से अपनाया जा सकता है:
- पर्याप्त नींद (8 घंटे) – ग्लीम्फेटिक सिस्टम द्वारा टॉक्सिन हटाने की प्रक्रिया स्नान के बाद मस्तिष्क को सफ़ाई देती है।
- मूड का अनुकूलन – कम उदासी या थकान में याददाश्त काम नहीं करती; सकारात्मक भावनात्मक अवस्था को बनाए रखने के लिए मनोविज्ञान‑सत्र या संगीत थेरेपी सहायक हैं।
- विशेष श्वास‑प्रयोग (भ्रमरी प्राणायाम) – डॉ. अदातिया ने अपने यूट्यूब वीडियोज़ में दिखाए कि यह श्वास तकनीक अल्फा‑वेव को बढ़ा कर फोकस को सुदृढ़ करती है। (व्यू देखें)
- इंद्रियों का उपयोग (घ्राण संकेत) – किसी विशिष्ट गंध को पढ़ाई से पहले सूंघने से स्मृति में स्थायीत्व बढ़ता है, जैसा कई छात्रों ने महसूस किया।
- संज्ञानात्मक चुनौतियां – पहेलियाँ, कोड‑ब्रेकिंग या नई भाषा सीखना मस्तिष्क के कई क्षेत्रों को एक साथ सक्रिय करता है।
- पोषण‑आधारित ब्रेन फ़ूड्स – ओमेगा‑3 युक्त फिश, ब्लूबेरी, नट्स और प्रोबायोटिक‑समृद्ध भोजन गट‑ब्रेन कनेक्शन को मजबूत बनाते हैं।
इनमें से प्रत्येक कदम का समर्थन क्लीनिकल डेटा से है। उदाहरण के तौर पर, 2022 में प्रकाशित एक अध्ययन में 8 घंटे की नींद लेने वाले प्रतिभागियों की स्मृति टेस्ट स्कोर 12% तक बढ़ी थी।
विशेषज्ञों की राय और प्रतिक्रिया
उन्हीं दिनों, दुबई विश्वविद्यालय के न्यूरोसाइंटिस्ट प्रो. अदीला क़रीमी ने कहा, "डॉ. अदातिया का मेटा‑एप्रोच—आधुनिक न्यूरो‑टेक्नोलॉजी को प्राचीन योग के साथ मिलाना—एक दिलचस्प दिशा दर्शाता है।" भारत में स्थित भारतीय न्यूरो‑विज्ञान संस्थान (INS) के प्रमुख, डॉ. राजेश पाटिल, ने भी उल्लेख किया कि "स्मृति में ग्लीम्फेटिक सिस्टम का योगदान अब विज्ञान में प्रमाणित हो चुका है, और इसे सामान्य नींद में सुधार से तेज़ी से सक्रिय किया जा सकता है।"
समाज पर प्रभाव और भविष्य की योजनाएँ
लीमिटलेस ब्रेन लैब ने इस कार्यक्रम के बाद अपने "इंटरनल ब्रेन एम्पायर" कोर्स के लिए सितंबर में स्वारा योग बॅच घोषित किया। इच्छुक लोग यहाँ पंजीकरण कर सकते हैं। इस कोर्स में 10 कॉग्निटिव मीट्रिक्स का प्रयोग करके व्यक्तिगत न्यूरो‑प्रोफ़ाइल तैयार की जाती है, जिससे प्रत्येक प्रतिभागी को अनुकूलित अभ्यास मिलते हैं।
डॉ. अदातिया की पुस्तक "Future Ready Now" ने अमेज़न पर वैश्विक बेस्ट‑सेलर स्थान हासिल किया है और उनके यूट्यूब चैनल के 80,000 से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं। यह दर्शाता है कि जनता में मस्तिष्क‑स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ रही है, और ऐसे विज्ञान‑आधारित उपायों को अपनाना अब एक ट्रेंड बन चुका है।
कैसे शुरू करें?
अगर आप भी अपनी स्मृति और एकाग्रता को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कदम आज़मा सकते हैं:
- रात को 10 pm तक सोने का लक्ष्य रखें, ताकि ग्लीम्फेटिक सिस्टम को पूरी रात काम करने का मौका मिले।
- हर दिन कम से कम 10 मिनट भ्रमरी प्राणायाम करें—यह सर्जनात्मक सोच को तेज़ करता है।
- वर्कस्पेस में लैवेंडर या पुदीने की सुगंध रखें, जिससे आपका दिमाग नई जानकारी को अधिक आसानी से ग्रहण कर सके।
- हफ्ते में दो बार पज़ल ऐप या शतरंज खेलें—यह न्यूरल नेटवर्क को मजबूत बनाता है।
- डायट में ओमेगा‑3, एंटी‑ऑक्सीडेंट‑समृद्ध फूड्स और प्रोबायोटिक्स शामिल करें।
इन छोटे‑छोटे बदलावों से आप परिलक्षित कर सकते हैं कि आपकी स्मृति कितनी तेज़ी से सुधरती है, और सबसे बड़ी बात—आपके दिमाग की उम्र घटती नहीं, बल्कि जमे हुए रूप में स्थिर रहती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
छात्रों की स्मृति में यह तकनीकें कैसे मदद करती हैं?
छात्रों को एकाग्रता में कमी का सामना अक्सर करना पड़ता है। निरंतर 8 घंटे की नींद, घ्राण संकेत (जैसे लेमन सेंट) और नियमित पज़ल अभ्यास का संयोजन स्मृति के एन्कोडिंग को तेज़ करता है, जिससे परीक्षाओं में अधिक अंक मिलते हैं।
लीमिटलेस ब्रेन लैब के कार्यक्रम में कैसे शामिल हों?
वर्तमान में "इंटरनल ब्रेन एम्पायर" कोर्स के लिए सितंबर में स्वारा योग बॅच खुला है। इच्छुक लोग आधिकारिक गूगल फ़ॉर्म (यहाँ क्लिक करें) के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं। नोट: शुरुआती फीस ₹12,500 है।
ध्यान‑स्पैन घटने का वैज्ञानिक कारण क्या है?
डिजिटल डिवाइसेस की लगातार उत्तेजना और नींद में कमी ने मस्तिष्क के प्रीफ्रंटल लोब को अधिप्रभावित किया है, जिससे अल्पकालिक ध्यान समय 30 सेकंड से 5‑6 सेकंड तक गिर गया है। यह परिवर्तन न्यूरोट्रांसमीटर डोपामाइन की कमी से भी जुड़ा हुआ है।
ग्लिम्फ़ेटिक सिस्टम क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
ग्लिम्फ़ेटिक सिस्टम मस्तिष्क की सफ़ाई‑मशीन है, जो सोते समय सायटोक्लन—एक प्रकार का कचरा—को रक्तधारा में ले जाता है। यह प्रक्रिया टॉक्सिन को हटाकर अल्ज़ाइमर जैसी बीमारियों की रोकथाम में मदद करती है।
कौन‑से खाद्य पदार्थ मस्तिष्क‑फ़ूड के रूप में मान्य हैं?
ओमेगा‑3 युक्त सैल्मन, ब्लूबेरी, अखरोट, पत्तेदार सब्ज़ियां और प्रोबायोटिक‑समृद्ध दही को रोज़ाना खाने से गट‑ब्रेन कनेक्शन मजबूत होता है, जिससे स्मरण शक्ति में सुधार मिलता है।
Harman Vartej
ध्यान और नींद को सही संतुलन में रखना सबसे बुनियादी चीज़ है। छोटा बदलाव बड़ा असर देता है।