ऑस्ट्रेलिया ने ICC वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप 2025-27 में 100% अंक हासिल, भारत‑इंग्लैंड सीरीज जारी

घर ऑस्ट्रेलिया ने ICC वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप 2025-27 में 100% अंक हासिल, भारत‑इंग्लैंड सीरीज जारी

ऑस्ट्रेलिया ने ICC वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप 2025-27 में 100% अंक हासिल, भारत‑इंग्लैंड सीरीज जारी

5 अक्तू॰ 2025

在 : Sharmila PK खेल टिप्पणि: 3

जब ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने अपनी तिहाई सीरीज़ जीत ली, तब उसने ICC वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप 2025‑27 में 100 % पाइसिएटी हासिल कर ली, जिससे तालिका में उसका सिरा छत पर चढ़ गया। यह जीत केवल तीन मैचों पर आधारित है, लेकिन प्रत्येक जीत के लिए 12 अंक मिलने के कारण उसकी कुल 36 अंक बिल्कुल परफ़ेक्ट बने। यही नहीं, वर्तमान में चल रही भारत क्रिकेट टीमइंग्लैंड क्रिकेट टीम की सीरीज़ भी इस चैंपियनशिप में अंक की जाँच का एक महत्वपूर्ण मोड़ है।

पृष्ठभूमि और प्रारम्भिक दौर

चैंपियनशिप का पहला मैच सिरी लीलाश्रीलंका में हुआ, जहाँ श्रीलंका क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों में 66.67 % पाइसिएटी बनाया। तब से अब तक कुल 27 सीरीज़, 71 टेस्ट मैच और नौ टॉप‑टीन टीमों को छह‑सीरीज़ (तीन घरेलू, तीन विदेशी) खेलने का नियम तय है।

अंक प्रणाली और तालिका की गणना

अंक प्रणाली पिछले संस्करण जैसा ही है: जीत पर 12 अंक, ड्रॉ पर 4‑4 (दोनों टीमों को 4‑4), टाई पर 6‑6 और हार पर शून्य। ओवर‑रेट की कमी होने पर प्रत्येक ओवर का एक अंक घटाया जा सकता है। टीम का ‘पाइसिएटी’ (प्रतिशत अंक) कुल उपलब्ध अंकों में से अर्जित अंकों का अनुपात दर्शाता है, जिससे विभिन्न संख्या में खेले गए मैचों के बावजूद तुलनात्मक रूप से公平ता बनी रहती है।

वर्तमान तालिका: प्रमुख टीमों की स्थिति

  • ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम – 36 अंक, 100 % पाइसिएटी (3 जीत, 0 हार)
  • भारत क्रिकेट टीम – 40 अंक (ESPN डेटा) या 28 अंक (अन्य स्रोत), पाइसिएटी 55.56 % (6 मैच, 3 जीत, 2 हार, 1 ड्रॉ)
  • श्रीलंका क्रिकेट टीम – 16 अंक, 66.67 % पाइसिएटी (2 मैच, 1 जीत, 1 ड्रॉ)
  • इंग्लैंड क्रिकेट टीम – 26 अंक, 43.33 % पाइसिएटी (5 मैच, 2 जीत, 2 हार, 1 ड्रॉ)
  • बांग्लादेश क्रिकेट टीम – 4 अंक, 16.67 % पाइसिएटी (2 मैच, 0 जीत, 1 हार, 1 ड्रॉ)

वेस्ट इंडीज, न्यूज़ीलैंड, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका ने अभी तक कोई मैच नहीं खेला, इसलिए उनका अंक शून्य ही है।

भारत‑इंग्लैंड सीरीज का महत्त्व

जैसे‑ही भारत और इंग्लैंड की पांच‑मैच सीरीज़ शुरू हुई, दोनों ही टीमों को अपने पाइसिएटी को बढ़ाने का बड़ा मौका मिला। अगर भारत दो जीत और दो ड्रॉ लेकर 32 अंक जुटा लेता है, तो उसका पाइसिएटी 66 % से ऊपर जा सकता है, जबकि इंग्लैंड के पास अगर जीत‑हार का संतुलन बेहतर हो तो अपनी तालिका स्थिति को स्थिर कर सकेगा। यहाँ तक कि एक ड्रॉ भी पाइसिएटी को अधिकतम 4 अंक जोड़ता है, जो चैंपियनशिप के अंतिम चरण में बड़ा फर्क पड़ सकता है।

भविष्य की संभावना और फाइनल की राह

भविष्य की संभावना और फाइनल की राह

अंतिम फाइनल 2027 में लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में तय होगा, जहाँ केवल शीर्ष दो टीमें ही जगह पाएंगी। अगर ऑस्ट्रेलिया इस गति को बनाए रखता है, तो वह सीधे फाइनल में जगह बना सकता है। भारत और इंग्लैंड के लिए यह सीरीज़ ‘क्लैश ऑफ़ द टाइटल’ बन सकती है। वैसे भी, ICC ने कहा है कि टाई‑ब्रेकर में सबसे अधिक सीरीज़ जीत, फिर ‘अवे परफॉर्मेंस प्रतिशत’ और फिर ICC टेस्ट रैंकिंग तय होगी। इसलिए टूर पर जीतना, सिवाय अंक के, मानसिक लाभ भी देगा।

विशेषज्ञों की राय

ICC के तकनीकी अधिकारी, रॉबिन एल्बर्ट, ने कहा: “इस फॉर्मेट में निरंतरता ही कुंजी है। ऑस्ट्रेलिया ने अभी तक अपने स्पिनर्स को बेस्ट फॉर्म में नहीं दिखाया, लेकिन उनकी तेज़ गेंदबाज़ी ने उन्हें ‘पॉवर प्ले’ बना दिया है।” दूसरी ओर, पूर्व भारतीय कप्तान धीरु शर्मा ने मानते हुए कहा कि “भारत को अब सिर्फ जीत नहीं, बल्कि एवे पर जीतने की रणनीति बनानी होगी, नहीं तो पाइसिएटी में गिरावट आएगी।”

क्या इस चैंपियनशिप में कोई नया नियम है?

नहीं, 2025‑27 संस्करण ने पिछले संस्करण की अंक प्रणाली को बरकरार रखा है। लेकिन ओवर‑रेट के लिए दंड धारा को कठोर बनाया गया है, जिससे तेज़ रन‑रेट वाले टीमों को फील्डिंग में अधिक सावधानी बरतनी पड़ेगी। यह बदलाव तेज़ी से खेलते देशों को चुनौती देता है।

Frequently Asked Questions

ऑस्ट्रेलिया की 100 % पाइसिएटी का क्या मतलब है?

ऑस्ट्रेलिया ने अब तक खेले गए सभी तीन टेस्ट मैच जीत कर 36 अंक हासिल किए हैं। 12‑12‑12 की प्रणाली में इसका मतलब है कि उन्होंने कुल उपलब्ध 36 में से 36 अंक जीते, इसलिए उनका पाइसिएटी 100 % है, जो तालिका में उन्हें सबसे आगे रखता है।

भारत‑इंग्लैंड सीरीज का तालिका पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

सीरीज़ के परिणाम सीधे पाइसिएटी को बदलते हैं। अगर भारत दो या अधिक जीत लेकर 32‑40 अंक तक पहुँचता है, तो उसकी पाइसिएटी 55‑66 % के बीच पहुंच सकती है, जिससे वह शीर्ष दो में जगह बना सकता है। इंग्लैंड के लिए भी अगर वे सीरीज़ में अधिक जीतें, तो उनका पाइसिएटी 50 % से ऊपर जा सकता है, जो फाइनल के लिए महत्वपूर्ण है।

फाइनल में कौन‑सी दो टीमें खेलेंगी?

नवम्बर 2027 में लार्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर दो सर्वश्रेष्ठ टीमें मुकाबला करेंगी। वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया सुरक्षित स्थिति में है, जबकि दूसरा स्लॉट अभी तक तय नहीं हुआ है—भारत, इंग्लैंड या श्रीलंका जैसी टीमें इस रेस में शामिल हो सकती हैं, अंत तक पाइसिएटी और टाई‑ब्रेक नियम ही निर्णायक होंगे।

अंडर‑रेट डक्शन (ओवर‑रेट कम) के दंड का असर क्या होगा?

यदि कोई टीम निर्धारित ओवर‑रेट से कम रहती है, तो हर ओवर के लिए एक अंक काटा जाएगा। यह छोटे‑से‑छोटे अंतर को भी बड़ा बना सकता है, खासकर जब पाइसिएटी का अंतर मात्र दो अंकों का हो। इसलिए टीमों को अपने फील्डिंग और बॉलिंग स्पीड पर विशेष ध्यान देना होगा।

वेस्ट इंडीज क्यों अभी तक अंक नहीं बना पाए?

वेस्ट इंडीज ने चार लगातार हारें सही हैं, जिससे उनका पाइसिएटी शून्य है। उन्होंने अब तक कोई जीत नहीं जुटाई, इसलिए कुल अंक भी नहीं। उनका अगला मौका अगले सीरीज़ में है, जहाँ अगर वे कम से कम एक ड्रॉ भी हासिल कर लें तो उनका पाइसिएटी फिर से बढ़ सकता है।

टिप्पणि
Subi Sambi
Subi Sambi
अक्तू॰ 5 2025

ऑस्ट्रेलिया का 100% पाइसिएटी तो बहुत बढ़िया है, लेकिन ये सिलसिले को देखकर लगता है कि बाकी टीमों ने खुद को हार मान ली है। ऐसे में भारत‑इंग्लैंड की सीरीज को भी बस एक और पॉइंट स्कोरिंग इवेंट माना जा रहा है। सीरीज की असली महत्ता तो टॉप दो में जगह बनाना है, न कि सिर्‍फ अंक जोड़ना।

Pradeep Chabdal
Pradeep Chabdal
अक्तू॰ 14 2025

सच में, ऑस्ट्रेलिया ने तो चमत्कार कर दिया, लेकिन इस फॉर्मेट में निरंतरता ही सब कुछ नहीं है। अगर भारत अपनी एवे परफॉर्मेंस बेहतर करे तो वो भी शीर्ष दो में कूद सकता है। वैसे भी, टेस्ट क्रिकेट में सिर्फ जीत नहीं, खेल की गुणवत्ता भी मायने रखती है।

Ashish Saroj( A.S )
Ashish Saroj( A.S )
अक्तू॰ 23 2025

बिलकुल, ऑस्ट्रेलिया ने 100% पाइसिएटी हासिल किया है; और क्या कहा जाए, टेबल में उनका नाम चमक रहा है। लेकिन अगर हम बात करें, भारत‑इंग्लैंड सीरीज की, तो यहाँ हर ड्रॉ भी चार अंक जोड़ता है- और यह अंकों का अंतर कहीं भी दो अंक तक बदल सकता है! क्योंकि हर ओवर‑रेट डिडक्ट्शन भी एक अंक ले जाता है। इसलिए, टीमों को फ़ील्डिंग की क्वालिटी पर भी ध्यान देना चाहिए- नहीं तो आखिर में अंक गिर सकते हैं! फिर भी, अगर आप बीजी में “ऑस्ट्रेलिया” को टॉप पर देखते हैं, तो शायद आप अभी तक वर्तमान आँकड़े नहीं देखे। अंत में, यह फॉर्मेट सभी टीमों से निरंतर प्रेशर बनवाता है, जिससे दर्शकों को भी मनोरंजन मिल रहा है।

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