भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने अपने बेहतरीन खेल और समर्पण के साथ नया इतिहास रचा है। वेस्ट इंडीज के खिलाफ वडोदरा में खेले गए पहले वनडे मैच में, मंधाना ने एक कैलेंडर वर्ष में सबसे अधिक अंतर्राष्ट्रीय रन बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया। उन्होंने 2024 में सभी प्रारूपों में 1602 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका की लॉरा वोल्वार्ड्ट का 1593 रनों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यह कारनामा वास्तव में उनके करियर के एक मील का पथ साबित हुआ है।
स्मृति के इस रिकॉर्ड में पाँच शतक और दस अर्धशतक शामिल हैं, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 149 रन था, जो उन्होंने जून में चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए एकमात्र टेस्ट मैच में बनाया था। यह केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का ही नतीजा नहीं, बल्कि टीम के सहयोगी योगदान का भी नज़ारा पेश करता है, जिसके कारण उन्होंने यह अद्वितीय सफलता हासिल की है।
वेस्ट इंडीज के खिलाफ मंधाना ने पहले वनडे में खुद को फिर से साबित किया। उनके 91 रन नॉक ने भारतीय टीम को वेस्ट इंडीज के खिलाफ 314/9 के विशाल स्कोर तक पहुँचाया। इस मैच में स्मृति मंधाना और पदार्पण कर रहीं प्रतिभिका रावल के साथ 110 रन की साझेदारी भी देखने को मिली, जिसने भारत के मिडल ऑर्डर को मजबूत आधार प्रदान किया।
भारत के बल्लेबाजी क्रम में स्मृति के समर्थन में हरमनप्रीत कौर, हर्लीन देओल, रिचा घोष, और जेमिमा रोड्रिक्स भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। हालांकि, वेस्ट इंडीज की टीम में ज़ैदा जेम्स ने आठ ओवर में 45 रन देकर पाँच विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप को चुनौती दी।
चौदह वर्ष की आयु में अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाली मंधाना ने 2018 में भी इसी कीर्तिमान को खुद के नाम किया था। हालांकि, 2022 में नट साइवर ब्रंट ने यह रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था। अब मंधाना ने एक बार फिर से यह रिकॉर्ड हासिल कर दिखाया है कि वह कितनी समर्पित और प्रतिभाशाली हैं।
टीम के कप्तान हरमनप्रीत कौर की फिटनेस में वापसी और मध्यक्रम के अन्य खिलाड़ियों का सहयोग दर्शाता है कि भारतीय टीम में आत्मविश्वास भरपूर है। वेस्ट इंडीज के खिलाफ टी20 श्रृंखला जीत में भी स्मृति का योगदान महत्वपूर्ण रहा, जिसने आगामी दो वनडे मैचों के लिए टीम को मनोबल दिया है। टीम का प्रदर्शन न केवल जीत के लिए बल्कि टीम वर्क की मिसाल भी पेश करता है।
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