मुंबई में टीम इंडिया के T20 विश्व कप जीतने के बाद एक भव्य विजय परेड का आयोजन किया गया, जिससे सम्पूर्ण क्रिकेट जगत में एक उत्सव का माहौल बन गया। इस परेड का नेतृत्व भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने किया। टीम की इस ऐतिहासिक विजय को परेड के जरिए मनाया गया, जिसमें मरीन ड्राइव से शुरू होने वाला ओपन-टॉप बस परेड का आयोजन हुआ।
मरीन ड्राइव पर फैन्स बड़ी संख्या में जुटे हुए थे। हर ओर केवल भारत के झंडे ही झूम रहे थे, और ढोल-नगाड़ों की धुनें शोर गाँजा रही थीं। हर कोई अपने चहेते खिलाड़ियों को देखने और उनकी जीत का जश्न मनाने के लिए उत्सुक दिखा। जब टीम की बस मरीन ड्राइव से गुजर रही थी, फैंस ने अपने उत्साह से बस का स्वागत किया। खिलाड़ियों ने भी हाथ हिलाकर और मुस्कान के साथ फैन्स को थैंक्स कहा।
विजय परेड का एक अबरोहण वानखेड़े स्टेडियम में हुआ। यहां पहुँचने के बाद खिलाड़ियों ने ढोल की तानों पर जमकर डांस किया। फैंस ने भी तालियों और हूटिंग से उन्हें प्रोत्साहित किया। यह दृश्य देखकर किसी भी क्रिकेट प्रेमी का दिल खुश हो गया होगा। खिलाड़ियों ने यहां पर अपनी जीत की ट्रॉफी को उठाकर फैंस का अभिवादन किया और उनको समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।
इस परेड के सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में से एक वह था, जब विराट कोहली, कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल भारतीय ध्वज को अपने कंधों पर लेकर उसे लहराते हुए दिखे। रोहित शर्मा ने अपने साथ राहुल द्रविड़ और सूर्यकुमार यादव के हाथ उठाकर जीत के इस अनमोल पल का जश्न मनाया। यह क्षण सबके लिए भावुक और गर्व भरा था।
परेड से पहले, टीम इंडिया के खिलाड़ी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके निवास स्थान पर मिले। यहां खिलाड़ियों ने खास जर्सी पहनी जो दो सितारों और 'CHAMPIONS' लिखे शब्दों से सज्जित थी। यह दो सितारे टीम की दो T20 विश्व कप जीत का प्रतीक थे।
इस परेड में BCCI के सचिव जय शाह और उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला भी खिलाड़ियों के साथ थे। उनके साथ जुड़े रहने से टीम के उत्साह में और वृद्धि हुई। उनके आत्मीय समर्थन और खिलाड़ियों की मेहनत ही है जो इस जीत का श्रेय बनती है।
यही वह मौके होते हैं जब एक देश अपने नायकों की विजय का उत्सव मनाता है और इस परेड ने यह साबित किया कि क्रिकेट केवल एक खेल नहीं, बल्कि हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है।
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